ज्ञानवापी:रतन लाल की गिरफ्तारी पर वामियों का प्रदर्शन

ज्ञानवापी शिवलिंग विवादः गिरफ्तार प्रोफेसर रतन लाल की रिहाई को कम्युनिस्टों का प्रदर्शन

ज्ञानवापी में मिले कथित शिवलिंग को लेकर विवादित टिप्पणी के मामले में गिरफ्तार प्रोफेसर रतन लाल के समर्थन में दिल्ली यूनिवर्सिटी के छात्र खुलकर आ गए हैं. छात्रों ने गिरफ्तार प्रोफेसर की रिहाई की मांग को लेकर आर्ट फैकल्टी के सामने प्रदर्शन का ऐलान किया है.

प्रोफेसर रतन लाल (फाइल फोटो)
अमित भारद्वाज/हिमांशु मिश्रा
नई दिल्ली

ज्ञानवापी में मिले कथित शिवलिंग को लेकर विवादित टिप्पणी के मामले में गिरफ्तार प्रोफेसर रतन लाल के समर्थन में वामपंथी खुलकर आ गए हैं. वाम छात्र संगठन आइसा ने गिरफ्तार प्रोफेसर की रिहाई की मांग को लेकर आर्ट फैकल्टी के सामने प्रदर्शन किया.

प्रोफेसर रतन लाल की गिरफ्तारी के विरोध में छात्रों ने किया प्रदर्शन

अमित भारद्वाज/हिमांशु मिश्रा
नई दिल्ली वाराणसी की ज्ञानवापी मस्जिद में सर्वे के दौरान शिवलिंग मिलने को लेकर देश में बहस छिड़ी है. दोनों पक्षों की ओर से दावे किए जा रहे हैं तो वहीं दिल्ली यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर रतन लाल इसे लेकर फेसबुक पर एक पोस्ट कर फंस गए हैं. धार्मिक भावनाएं आहत करने के मामले में गिरफ्तार प्रोफेसर रतन लाल के पक्ष में अब वामपंथी छात्र संगठन खुलकर उतर आए हैं.

प्रोफेसर रतन लाल की गिरफ्तारी के विरोध में वामपंथी छात्र संगठन ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (आईसा) के बैनर तले छात्रों ने प्रदर्शन किया. छात्रों ने ज्ञानवापी विवाद में रतन लाल को तुरंत रिहा किए जाने की मांग की. आईसा के बैनर तले छात्रों ने एसोसिएट प्रोफेसर रतन लाल को तत्काल रिहा करने की मांग करते हुए दिल्ली यूनिवर्सिटी की आर्ट फैकल्टी के बाहर प्रदर्शन किया.

गौरतलब है कि एसोसिएट प्रोफेसर रतन लाल की गिरफ्तारी को लेकर दिल्ली यूनिवर्सिटी के छात्र शुक्रवार की रात ही साइबर सेल थाने पहुंचे थे. ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (आईसा) के छात्र दिल्ली यूनिवर्सिटी के ऐसो. प्रोफेसर रतन लाल को तुरंत रिहा किए जाने की मांग कर रहे थे. रात बाद छात्र फिर से एक्टिव हो गए .

दूसरी तरफ, शुक्रवार की रात गिरफ्तार किए गए प्रोफेसर रतन लाल को दिल्ली पुलिस आज दोपहर के बाद कोर्ट में पेश करेगी. प्रोफेसर रतन लाल को दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने वकील विनीत जिंदल की शिकायत पर मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया था. जानकारी के मुताबिक प्रोफेसर रतन लाल के खिलाफ उत्तरी दिल्ली के मोरिस नगर साइबर सेल थाने में धारा 153 ए और 295 ए में मामला दर्ज किया गया है.

क्या है पूरा मामला

वाराणसी की ज्ञानवापी मस्जिद में सिविल जज सीनियर डिवीजन की अदालत के आदेश पर सर्वे हुआ था. इस सर्वे के दौरान मस्जिद के वजूखाने में शिवलिंग मिलने का दावा हिंदू पक्ष की ओर से था. इसी दावे पर प्रोफेसर रतन लाल ने फेसबुक पर पोस्ट किया था. पोस्ट पर हंगामा खड़ा हुआ तो प्रोफेसर रतन लाल ने सफाई भी दी कि इतिहास का छात्र हूं और इतिहास अपने हिसाब से चलता है. उन्होंने ये भी कहा था कि चर्चित शिवलिंग  तोड़ा हुआ नहीं, काटा हुआ लगता है. प्रोफेसर रतन लाल की सफाई भी काम न आई और सुप्रीम कोर्ट के वकील विनीत जिंदल ने धार्मिक भावनाएं आहत करने का मामला दर्ज करा दिया।

वाराणसी की ज्ञानवापी मस्जिद में सर्वे के दौरान शिवलिंग मिलने का दावा हिंदू पक्ष की ओर से किया गया था. शिवलिंग मिलने के दावे को लेकर दिल्ली यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर रतन लाल ने फेसबुक पर एक पोस्ट किया था. इस पोस्ट को लेकर एक वकील ने उनके खिलाफ धार्मिक भावनाएं भड़काने का केस दर्ज कराया था. दिल्ली पुलिस ने रतन लाल को 20 मई रात गिरफ्तार किया था..

गौरतलब है कि प्रोफेसर रतन लाल की गिरफ्तारी को लेकर दिल्ली यूनिवर्सिटी के छात्र शुक्रवार की रात ही साइबर सेल थाने पहुंच गए थे. ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (आईसा) से जुड़े छात्र दिल्ली यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर रतन लाल को तुरंत रिहा किए जाने की मांग कर रहे थे. रात गुजरने के बाद छात्र फिर से एक्टिव हो गए हैं.

 

डीयू की आर्ट फैकल्टी के सामने प्रदर्शन करेंगे छात्र

दूसरी तरफ, शुक्रवार की रात गिरफ्तार किए गए प्रोफेसर रतन लाल को दिल्ली पुलिस आज दोपहर के बाद कोर्ट में पेश कर सकती है. प्रोफेसर रतन लाल को दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने वकील विनीत जिंदल की शिकायत पर मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया था. जानकारी के मुताबिक प्रोफेसर रतन लाल के खिलाफ उत्तरी दिल्ली के मोरिस नगर साइबर सेल थाने में धारा 153 ए और 295 ए के तहत मामला दर्ज किया गया है.

क्या है पूरा मामला

वाराणसी की ज्ञानवापी मस्जिद में सिविल जज सीनियर डिवीजन की अदालत के आदेश पर सर्वे हुआ था. इस सर्वे के दौरान मस्जिद के वजूखाने में शिवलिंग मिलने का दावा हिंदू पक्ष की ओर से किया गया था. इसी दावे को लेकर प्रोफेसर रतन लाल ने फेसबुक पर एक पोस्ट किया था. इस पोस्ट पर हंगामा खड़ा हुआ तो प्रोफेसर रतन लाल ने सफाई भी दी.

प्रोफेसर रतन लाल ने कहा था कि इतिहास का छात्र हूं और इतिहास का छात्र अपने हिसाब से चलता है. उन्होंने ये भी कहा था कि शिवलिंग की जो बात की जा रही है, वह तोड़ा हुआ नहीं, काटा हुआ लग रहा है. प्रोफेसर रतन लाल की ये सफाई भी काम न आई और सुप्रीम कोर्ट के वकील विनीत जिंदल ने धार्मिक भावनाएं आहत करने का मामला दर्ज कराया था.

ज्ञानवापी: शिवलिंग पर विवादित पोस्ट करने वाले डीयू प्रोफेसर रतन लाल गिरफ्तार

 

कौन हैं शिवलिंग पर आपत्तिजनक पोस्ट करने वाले रतन लाल?

दिल्ली यूनिवर्सिटी में हिंदू कालेज के एसोसिएट प्रोफेसर रतन लाल ने वाराणसी की ज्ञानवापी मस्जिद में शिवलिंग मिलने के दावे पर बेहद अभद्र प्रतिक्रिया दी है जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है।

दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर रतन लाल वाराणसी की ज्ञानवापी मस्जिद में शिवलिंग मिलने के मामले को लेकर फेसबुक पर विवादित पोस्ट करने के आरोप में गिरफ्तार हो चुके हैं। उन पर दिल्ली के एक शख्स ने ज्ञानवापी मस्जिद में मिली शिवलिंग पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने को लेकर मामला दर्ज कराया है। आइये जानते हैं कौन हैं- प्रोफेसर रतन लाल।

इंटरनेट मीडिया पर लगातार रहते हैं चर्चा में

दिल्ली विश्वविद्यालय के अंतर्गत आने वाली उत्तरी कैंपस के हिंदू कालेज में इतिहास के प्रोफेसर रतन लाल इंटरनेट मीडिया पर खूब सक्रिय रहते हैं। खुद को अंबेडकरवादी बताने वाले डीयू प्रोफेसर रतन लाल फेसबुक पर जमकर पोस्ट लिखते हैं।

अंबेडकर के नक्श-ए-कदम पर चलने का करते हैं दावा

प्रोफेसर रतन लाल का दावा है कि वह Ambedkarite Style of Living के फार्मूले और नख्श-ए-कदम पर चलते हैं। वह अंबेडकर के समर्थन में लगातार पोस्ट डालते रहते हैं। वह मीडियाकर्मियों से भी लगातार बातकर अंबेडकर को लेकर अपने विचार रखते रहते हैं।

चर्चा में रहता है उनका घर

दिल्ली स्थित उनका आवास भी अक्सर सुर्खियों में रहता है। इसकी बड़ी वजह यही है कि उन्होंने अपने तरीके से अपने बंगले को एक फाइव स्टार रिजार्ट की तरह बना दिया। इस पर उन्होंने अपनी जेब से लाखों रुपये खर्च किए हैं। यहां पर अंबेडकर से जुड़ी कई चीजें हैं। रतन लाल की मानें तो सम्मान से जीना उनका संवैधानिक अधिकार है। आखिर सारी लड़ाई आत्म-सम्मान की ही तो है। रतनलाल का कहना है कि उन्होंने अपने सरकारी आवास पर 18 लाख से ज्यादा रुपये खर्च किए। उन्होंने अपने आवास में बाबा साहब डा आंबेडकर की प्रतिमा को आंगन में स्थापित किया है।

यहां पर बता दें कि वाराणसी की ज्ञानवापी मस्जिद में शिवलिंग मिलने के मामले को लेकर फेसबुक पर विवादित पोस्ट करने वाले दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) के हिंदू कालेज में इतिहास के एसोसिएट प्रोफेसर रतन लाल को उत्तरी जिला पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया है। सामाजिक कार्यकर्ता शिवम भल्ला ने रतनलाल के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी।

इस मामले में एक माडल टाउन निवासी और सामाजिक कार्यकर्ता शिवम भल्ला की शिकायत पर 18 मई को उत्तरी जिले के साइबर सेल थाने में दुर्भावनापूर्ण कृत्य और धार्मिक भावनाओं को आहत करने की धाराओं में एफआइआर दर्ज की गई थी। प्रोफेसर की इस टिप्पणी पर इंटरनेट मीडिया पर काफी आलोचना की गई थी।

उत्तरी जिले के डीसीपी सागर सिंह कलसी ने बताया कि असिस्टेंट  प्रोफेसर रतन लाल के खिलाफ लोगों की धार्मिक भावनाओं को अपमानित करने के संबंध में शिकायत मिली थी। इस संबंध में आइपीसी की धारा 153ए/295ए में मामला दर्ज किया गया था। शुक्रवार को आरोपित असििस्टेंट  प्रोफेसर को गिरफ्तार कर लिया गया है।

दरअसल, असिस्टेंट प्रोफेसर रतन लाल ने मंगलवार को अपने फेसबुक अकाउंट पर ज्ञानवापी में मिले शिवलिंग की फोटो साझा करते हुए उसपर विवादित टिप्पणी की थी। टिप्पणी के साथ फनी इमोजी भी पोस्ट की गई थी। कई लोगों ने पोस्ट पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कार्रवाई की मांग के साथ इसे दिल्ली पुलिस के ट्विटर हैंडल को टैग भी किया था।

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