आर्यन की रिहाई पर चार सवाल मांग रहे हैं जवाब
ड्रग्स केस में आर्यन खान को सवालों भरा क्लीनचिट!
शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान (Aryan Khan) को मुंबई क्रूज ड्रग्स केस (Drugs Case) में क्लीन चिट मिल गई है. मामले की जांच कर रही एसआईटी की ओर से कहा गया है कि जांच का आधार संदेह की जगह साक्ष्य को रखा गया है. लेकिन, आर्यन खान को एनसीबी की ओर से मिली क्लीन चिट (Clean Chit) पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं. आइए जानते हैं वो क्या हैं…
शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को मुंबई क्रूज ड्रग्स केस में क्लीन चिट मिल गई है. NDPC कोर्ट में एनसीबी की ओर से दायर की गई चार्जशीट में आर्यन खान समेत 6 लोगों का नाम हटा दिया गया है. एनसीबी (NCB) ने आर्यन खान का नाम चार्जशीट से हटाए जाने को लेकर कहा है कि इस मामले में सबूतों की कमी के चलते ऐसा किया गया है. बताना जरूरी है कि मामले के हाईप्रोफाइल होने के चलते इसकी जांच के लिए एसआईटी (SIT) बनाई गई थी. एसआईटी की ओर से कहा गया है कि जांच का आधार संदेह की जगह साक्ष्य को रखा गया है. आर्यन खान को क्लीन चिट मिलने के बाद इस मामले में एनसीबी के पूर्व जांच अधिकारी समीर वानखेड़े को लेकर तमाम तरह की अटकलें लगाई जाने लगी हैं. लेकिन, ड्रग्स केस में आर्यन खान को मिली क्लीन चिट अभी भी सवालों के घेरे में हैं. आइए जानते हैं कि क्या हैं वो सवाल?
Aryan Khan gets clean chit
शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को एनसीबी से मिली क्लीन चिट पर भी सवाल खड़े होने लगे हैं.
क्यों है सवालों भरी क्लीन चिट?
1- मुंबई से गोवा जा रहे क्रूज में भले ही आर्यन खान एक गेस्ट के तौर पर शामिल हुए हों. लेकिन, एनसीबी की रेड में आर्यन खान के दोस्त अरबाज मर्चेंट के जूतों से 6 ग्राम चरस बरामद की गई थी. और, ये उसी दौरान हुआ था. जब आर्यन खान और अरबाज मर्चेंट पार्टी ऑर्गेनाइजर की ओर से बुक किए गए रूम में जा रहे थे. अरबाज मर्चेंट के पास 6 ग्राम चरस निकलना छोटी बात नहीं कही जा सकती है. और, आर्यन खान इसके बारे में कुछ भी नहीं जानते थे. यह बात आसानी से गले नहीं उतरती है. क्योंकि, मुंबई क्रूज ड्रग्स केस में आरोपी अरबाज मर्चेंट के साथ आर्यन खान की बहुत करीबी दोस्ती थी. मुंबई क्रूज ड्रग्स केस की एक अन्य आरोपी मुनमुन धमेचा के साथ इन दोनों के ही पार्टी करने की कई तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुई थीं.
2- एनसीबी की टीम ने क्रूज पर रेड मारने के दौरान एमडीएमए, कोकेन, एमडी और चरस जैसे मादक पदार्थ बरामद किए थे. आर्यन खान इस पार्टी में गेस्ट के तौर पर बुलाए गए थे. रेव पार्टी के ऑर्गेनाइजर ने क्रूज पर ज्यादातर भीड़ आर्यन खान के नाम से ही जुटाई थी. रेव पार्टी यानी मादक पदार्थों को न लेने वाला कोई शख्स केवल इस वजह से क्रूज का महंगा टिकट लेगा कि उसके पास आर्यन खान को देखने का मौका होगा. आर्यन खान जब जानते थे कि उनके करीबी अरबाज मर्चेंट भी उस पार्टी में जा रहे हैं. तो, वह आखिर वहां क्यों गए? क्या अरबाज मर्चेंट के साथ करीबी दोस्ती में आर्यन खान को उनके ड्रग्स लेने की बात नहीं पता होगी?
3- मुंबई क्रूज ड्रग्स मामले में एनसीबी की टीम ने सभी आरोपियों के मोबाइल फोन जब्त किए थे. आर्यन खान के मोबाइल चैट की जांच के दौरान सामने आया था कि वह मादक पदार्थों के सेवन की बात करते रहे हैं. एनसीबी को आर्यन खान के मोबाइल फोन की जांच में अनन्या पांडे के साथ की चैट मिली थी. इस चैट में आर्यन खान ‘कोकीन टुमॉरो’, अनन्या पांडे से गांजा अरेंज करने, किसी अचित कुमार से थोक में ड्रग्स खरीदने और अपने दोस्तों को एनसीबी के नाम से डराते हुए जैसी कई बातें कर रहे थे. वहीं, इस मामले में उनके वकील रहे मुकुल रोहतगी ने कहा था कि ‘ये चैट 2018 की हैं. और, इनका केस से कोई लेना-देना नही है.’ क्या यह चौंकाने वाली बात नहीं है कि जो आर्यन खान कोकीन, गांजा मंगाने और खरीदने की बात करते हों. वह इसका इस्तेमाल नहीं करते होंगे. और, अगर इस्तेमाल नहीं करते होंगे, तो उसका क्या करते थे?
4- एनसीबी ने अपनी चार्जशीट में कहा है कि आर्यन खान को सबूत के अभाव में क्लीन चिट दी गई है. लेकिन, एसआईटी ने यह नहीं बताया है कि ड्रग्स मामले की सुनवाई के दौरान आर्यन खान के वॉट्सएप चैट और तस्वीरों जैसे कई सबूतों की बात करने वाली एनसीबी के सबूतों का क्या हुआ हैं? जिनके आधार पर ही आर्यन खान को इस ड्रग्स केस में एक महत्वपूर्ण किरदार माना जा रहा था.
लेखक
देवेश त्रिपाठी @devesh.r.tripathi
लेखक राजनीतिक और समसामयिक मुद्दों पर लिखते है..
न गवाह, न सबूत फिर भी आर्यन खान को ड्रग्स केस में फंसाया, समीर वानखेड़े पर एसआईटी का खुलासा
एसआईटी ने अपनी आंतरिक रिपोर्ट में आर्यन केस मामले में कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि जांच अधिकारी आर्यन को ड्रग्स केस में फंसाने के लिए प्रेरित थे।
ड्रग्स केस में अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान (Aryan Khan clean chit) को क्लीनचिट मिल गई है। एनसीबी की एसआईटी ने अपनी आंतरिक रिपोर्ट में आर्यन केस मामले में कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि केस के जांच अधिकारी किसी भी तरह आर्यन को ड्रग्स केस में फंसाने के लिए प्रेरित थे।
एनसीबी की रिपोर्ट कहती है, ‘यह अजीब है कि अरबाज (मर्चेंट) के आर्यन के ड्रग्स की खरीद-फरोख्त में शामिल होने को लेकर स्पष्ट रूप से इनकार करने के बावजूद जांच अधिकारी ने आर्यन के वॉट्सऐप चैट को देखना शुरू कर दिया था। यहां तक कि इसके लिए औपचारिक रूप से आर्यन का फोन भी जब्त नहीं किया गया था।’
अरबाज मर्चेंट समेत 14 आरोपित
अरबाज मर्चेंट आर्यन के दोस्त हैं जिनके कब्जे से एनसीबी ने कथित रूप से 6 ग्राम चरस जब्त की थी। एसआईटी ने शुक्रवार को चार्जशीट दाखिल की है जिसमें आरोपियों की लिस्ट में आर्यन खान का नाम हटा दिया गया है जबकि अरबाज समेत 14 लोगों को शामिल किया गया है।
रिपोर्ट में कहा गया है, ‘सामान्य तौर पर कोर्ट उन लोगों के प्रति उदार रहती हैं जिनके पास नशीले पदार्थ बरामद नहीं होते हैं और जिनके खिलाफ कोई पुख्ता सबूत नहीं है। यहां यह उल्लेख करना प्रासंगिक हो सकता है कि कोर्ट कभी-कभी जांच अधिकारियों के इरादों पर आक्षेप लगाती हैं अगर उन्हें लगता है कि जांच प्रेरित थी।’
आर्यन ने क्रूज में ड्रग्स ले जाने से मना किया था- अरबाज
एसआईटी रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि अरबाज मर्चेंट ने जांच अधिकारी को बताया था कि आर्यन को पता था कि वह (अरबाज) कभी-कभार ड्रग्स सेवन करते हैं। अरबाज ने यह भी बताया कि आर्यन ने उनसे कहा था कि वह क्रूज पर अपने साथ हैश लेकर न जाएं क्योंकि एनसीबी काफी सक्रिय है और वे मुश्किल में पड़ सकते हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, अपने किसी भी बयान में अरबाज मर्चेंट ने यह नहीं कहा कि बरामद हुई ड्रग्स आर्यन के लिए थी, या फिर आर्यन किसी भी तरह से ड्रग्स की खरीद में शामिल थे। रिपोर्ट में क्रूज टर्मिनल पर तलाशी और जब्ती के बाद तैयार किए गए पंचनामा का जिक्र करते हुए कहा गया कि आर्यन का फोन स्वेच्छा से जांच अधिकारी को सौंपा गया था।
बिना औपचारिक जब्ती के फोन चैट खंगाली गई
एसआईटी के मुताबिक, यहां ध्यान देने वाली बात है कि इस तरह फोन सौंपने के बाद औपचारिक जब्ती प्रकिया का पालन नहीं हुआ था जैसा कि कानून में निर्धारित है। रिपोर्ट में कहा गया है कि फोन से कथित रूप से बरामद किए गए कई वॉट्सऐप चैट के आधार पर आरोपियों और गवाहों को जांच में शामिल होने के लिए बुलाया गया। रिपोर्ट में अन्य आरोपियों का नाम हटाते हुए ड्रग्स रिकवरी और इसके सेवन को साबित करने के लिए मेडिकल टेस्ट कराने में विफलता के कारणों का हवाला दिया गया।