अतीक को ले उप्र पुलिस प्रयागराज रवाना, 28 को है फैसला
अतीक अहमद अहमदाबाद टू प्रयागराज, 1300KM का रास्ता:काफिला राजस्थान में दाखिल, उदयपुर में दो बार रुका; पुलिस के साथ बिना हथकड़ी पहने उतरा गैंगस्टर
अहमदाबाद/ लखनऊ 26 मार्च।अतीक अहमद को अहमदाबाद की साबरमती जेल से लेकर यूपी STF की 30 लोगों की टीम रविवार शाम करीब 5:45 बजे प्रयागराज के लिए निकली।
उमेश पाल मर्डर केस के आरोपित गैंगस्टर अतीक अहमद को उत्तर प्रदेश पुलिस अहमदाबाद की साबरमती जेल से रविवार शाम 5 बजकर 44 मिनट पर बाहर लेकर आई। यूपी STF ने उसे वैन में बैठाया और 5:45 बजे प्रयागराज के लिए रवाना हो गए। दो वैन में करीब 30 हथियारबंद जवान मौजूद हैं। जेल के बाहर अतीक ने मीडिया से कहा, ‘ये मेरी हत्या करना चाहते हैं।’
अतीक को प्रयागराज के एमपी-एमएलए स्पेशल कोर्ट में 28 मार्च को पेश किया जाएगा। प्रयागराज लाने के दौरान अतीक STF की वैन में करीब 1300 किलोमीटर का रास्ता तय करेगा। सफर 22 से 24 घंटे का है। पुलिस ने पहले रूट सार्वजनिक नहीं किया, लेकिन बाद में वे हिम्मतनगर-शामलाजी के रास्ते राजस्थान होते हुए प्रयागराज को निकले।
इस दौरान उदयपुर के एक पैट्रोल पंप पर काफिला रुका। पुलिसकर्मी और अतीक फ्रेश होने के लिए वैन से उतरे। इस दौरान अतीक बिना हथकड़ी देखा गया। उदयपुर में ही बायपास के पास पेट्रोल पंप पर काफिला फिर रुका। करीब 15 मिनट रुकने के बाद रवाना हो गया।
टीम रात सवा 8 बजे तक साढ़े तीन घंटे मे 150 किलोमीटर का सफर तय कर चुकी है। इस दौरान काफिला शामलाजी में सिर्फ 3 मिनट को रुका और फिर आगे निकल गया।
अतीक का 1300 किलोमीटर का सफर ऐसे समझें
STF की टीम अहमदाबाद से शामलाजी पहुंची और साढ़े तीन घंटे में 150 किलोमीटर का सफर पूरा कर राजस्थान में घुसी । 130 किलोमीटर चल उदयपुर, वहां से 300 किलोमीटर कोटा फिर 200 किलोमीटर सफर कर टीम मध्य प्रदेश के शिवपुरी पहुंचेगी। शिवपुरी से टीम 100 किलोमीटर चलकर उत्तर प्रदेश के झांसी पहुंचेगी। झांसी से प्रयागराज की दूरी करीब 420 किलोमीटर है।
मीडिया को चकमा देने पुलिस ने रास्ता बदला
अतीक अहमद को ले जा रही उत्तर प्रदेश पुलिस ने मीडिया का काफिला सड़क पर देख रास्ता बदल दिया। मीडिया को चकमा देने को अहमदाबाद पुलिस ने उत्तर प्रदेश STF की वैन को शाही बाग अंडरपास से यू-टर्न लेकर नरोडा-चिलोदा रोड से शामलाजी की तरफ मोड़ दिया।
शाही बाग अंडरपास से कुछ दूर ही अहमदाबाद पुलिस ने मीडिया की कई गाड़ियों को आगे बढ़ने से रोक दिया था। फिलहाल अतीक को लेकर STF का काफिला हिम्मतनगर की ओर बढ़ा है। गुजरात से होकर काफिला राजस्थान के बाद मध्यप्रदेश से होते हुए प्रयागराज पहुंचेगा।
अतीक अहमद को किस मामले में प्रयागराज ले जाया जा रहा
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, अतीक ने 2006 में उमेश पाल को गन पॉइंट पर अगवा कर लिया था। उमेश ने 2007 में माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ के खिलाफ अपहरण का केस दर्ज कराया था। इस केस में प्रयागराज की स्पेशल एमपी/एमएलए कोर्ट 28 मार्च को फैसला सुनाएगी। इसी केस में आरोपित अतीक को कोर्ट में पेश करने को यूपी STF उसे प्रयागराज ले जा रही है।
सुप्रीम कोर्ट ने 22 अप्रैल 2019 को अतीक को साबरमती जेल शिफ्ट करने का आदेश दिया था।
मामले से जुड़े दो बयान
1. अखिलेश यादव: समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक सवाल के जवाब में यूपी सरकार पर तंज कसते हुए कहा, ‘मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने मंत्रियों को बता दिया होगा कि गाड़ी पलट जाएगी। तभी उनके मंत्री ऐसे बयान दे रहे हैं।
2. डीजी (जेल) आनंद कुमार: अतीक को प्रयागराज जेल की हाई-सिक्योरिटी बैरक में रखा जाएगा। उसके सेल में CCTV कैमरा होगा। जेल कर्मचारियों को उनके रिकॉर्ड के आधार पर चुना और तैनात किया जाएगा। उनके पास बॉडी वियर कैमरे होंगे। जेल मुख्यालय वीडियो वॉल के माध्यम से चौबीसों घंटे उसकी निगरानी करेगा।
दो वैन और एक बोलेरो से यूपी STF की टीम साबरमती जेल पहुंची थी।
रविवार को उत्तर प्रदेश एसटीएफ (UP STF) की टीम अचानक गुजरात पहुंची थी। गाड़ियों के काफिले के साथ यूपी एसटीएफ की टीम साबरमती जेल आई। उमेश पाल मर्डर केस में माफिया डॉन अतीक अहमद से महत्वपूर्ण पूछताछ होनी है।
अतीक अहमद इस जेल में जून 2019 में बंद है। सूत्रों ने इसकी जानकारी दी। सूत्रों के मुताबिक, फरवरी में हुई एक हाई-प्रोफाइल हत्या के मुख्य आरोपित अहमद को संभवत: अपने राज्य ले जाने के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस यहां पहुंची है। अतीक अहमद 2005 में तत्कालीन बसपा विधायक राजू पाल की हत्या के मामले में मुख्य आरोपित है। उसके खिलाफ उमेश पाल की हत्या के मामले में हाल ही में मुकदमा दर्ज किया गया था। उमेश पाल, राजू पाल की हत्या का मुख्य गवाह था। 24 फरवरी को उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में उसकी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
इस चिट्ठी के आधार पर उत्तर प्रदेश लाया जा रहा अतीक
गुजरात जेल को इलाहाबाद हाई कोर्ट के जज ने चिट्ठी लिखी है। इसके आधार पर ही अतीक अहमद को उत्तर प्रदेश लाया जा रहा है। इस चिट्ठी में न्यायाधीश ने अतीक को कोर्ट में पेशी के लिए साबरमती जेल को जरूरी कार्रवाई करने के लिए आदेशित किया है। कोर्ट ने यह भी कहा है कि इसमें कोई त्रुटि न हो।
26 घंटे में पूरी हो सकती है 1275 किलोमीटर की यात्रा
माफिया डॉन अतीक अहमद को लेकर यूपी पुलिस दोपहर करीब 3.15 बजे साबरमती जेल से निकल सकती है। इसके लिए कागजी प्रक्रियाओं को पूरा कराया गया है। साबरमती जेल में बंद अतीक को उमेश पाल के अपहरण के एक पुराने मामले में वापस प्रयागराज लाया जा रहा है। इस केस में वह मुख्य आरोपित है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, उत्तर प्रदेश पुलिस की 15 सदस्यीय टीम अतीक को प्रयागराज लाने के लिए आवश्यक अदालती दस्तावेजों के साथ अहमदाबाद पहुंची है। अतीक को एक पुलिस वैन में वापस उत्तर प्रदेश लाया जाएगा। करीब 1275 किलोमीटर की सड़क यात्रा के दौरान एक अन्य एस्कॉर्ट वैन उसके साथ चलेगी।
रविवार दोपहर बाद 3.15 बजे अतीक के साबरमती जेल से रवानगी की सूचना है। उसे प्रयागराज पहुंचने में 26 घंटे तक लग सकते हैं। सोमवार दोपहर बाद 5 बजे तक अतीक के प्रयागराज पहुंचने की उम्मीद है। अहमदाबाद से प्रयागराज की यात्रा के दौरान उनके समर्थक सुरक्षा को लेकर आशंकित हैं। कन्नौज से भाजपा सांसद सुब्रत पाठक सहित कुछ भाजपा नेता पहले ही कह चुके हैं कि अगर अतीक की कार पलट गई तो उन्हें आश्चर्य नहीं होगा। गुजरात पुलिस राज्य सीमा तक अतीक के कैदी वाहन को एस्कॉर्ट करेगी।
कुछ ऐसा हो सकता है रूट, गिरिराज का हमला
अतीक अहमद को साबरमती जेल से अहमदाबाद होते हुए प्रयागराज लाया जाएगा। इसके लिए निर्धारित रूट अहमदाबाद, बडोदरा, झबुआ, उज्जैन, भोपाल, सतना, चित्रकूट, बांदा होते हुए प्रयागराज का बनता दिख रहा है। वहीं, साबरमती जेल से अतीक अहमद के प्रयागराज लाए जाने के मसले पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह की प्रतिक्रिया सामने आई है।
उन्होंने कहा कि अगर किसी मामले में कोई अपराधी हो और उसके खिलाफ फैसला आना हो तो उसे कोर्ट में पेश करने की परंपरा रही है। इसीलिए, प्रयागराज ले जाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कल ही हम लोगों को कोर्ट में पेश होना था। फैसला आ रहा था। इसलिए, कोर्ट में मौजूद रहना पड़ा। उन्होंने अतीक अहमद के मन में खौफ होने को लेकर कहा कि योगी किसी से कोई बदला नहीं लेता है।
28 मार्च को आना है उमेश पाल अपहरण केस में फैसला
2006 के उमेश पाल अपहरण केस में अतीक अहमद के खिलाफ एमपी-एमएलए कोर्ट का फैसला आना है। इसी मामले को लेकर उत्तर प्रदेश पुलिस और एसटीएफ की टीम साबरमती जेल पहुंची है। 28 मार्च को प्रयागराज के एमपी एमएलए कोर्ट में फैसला सुनाए जाने के दौरान अतीक अहमद को पेश किया जाना है। सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है कि रविवार दोपहर बाद किसी भी समय अतीक अहमद को लेकर उत्तर प्रदेश पुलिस की टीम साबरमती जेल से निकल सकती है। उत्तर प्रदेश पुलिस प्रोडक्शन वारंट लेकर साबरमती जेल आई है। जेल के भीतर कागजी कार्रवाई को पूरा कराया जा रहा है। कागजी कार्रवाई पूरी होने के बाद अतिक्रमण को लेकर पुलिस रवाना होगी। इस यात्रा में 26 से 28 घंटे का समय लग सकता है।
साबरमती जेल में पहुंचा कैदी वाहन, इसी से आएगा अतीक अहमद
झांसी रूट के जरिए अतीक को लाया जा सकता है प्रयागराज
साबरमती जेल से अतीक अहमद को झांसी रूट से प्रयागराज लाया जा सकता है। अतीक अहमद तीन राज्यों की सीमा लांघने के बाद प्रयागराज पहुंचेगा। गुजरात से चलने के बाद राजस्थान, मध्य प्रदेश होते हुए उत्तर प्रदेश की सीमा में प्रवेश करेगा। उत्तर प्रदेश में उसके झांसी से बांदा होते हुए प्रयागराज पहुंचने की संभावना है। इस सफर के पूरा होने में करीब 25 से 26 घंटों का समय लग सकता है। अतीक अहमद के लिए ये 26 घंटे काफी चुनौतीपूर्ण रहने वाले हैं।
उमेश पाल केस का फैसला 28 मार्च को
उमेश पाल अपहरण केस में 28 मार्च को प्रयागराज की स्पेशल एमपी एमएलए कोर्ट का फैसला आएगा. इस मामले में माफिया अतीक अहमद और उसका भाई अशरफ आरोपित है. इस मामले की सुनवाई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए की गई थी. फैसला सुनाने के लिए अतीक और अशरफ को प्रयागराज लाया जा रहा है.फैसला सुनाने का अनुरोध किया जाएगा।