द्रौपदी का डांडा हिमस्खलन: 27 शव मिले,दो और की तलाश
हिमस्खलन त्रासदी: बर्फ के पहाड़ में दबे अब तक 27 शव बरामद, 2 पर्वतारोहियों की तलाश जारी
उत्तरकाशी जिले के द्रौपदी डांडा टू में एवलांच हादसे में मारे गए 10 और पर्वतारोहियों के शव डोकरानी बामक ग्लेशियर के एडवांस बेस कैंप से मातली हेलीपैड लाए गए। अब तक 27 बरामद शवों में से 21 पर्वतारोहियों
उत्तरकाशी,09 अक्टूबर।उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के द्रौपदी डांडा टू में एवलांच हादसे में मारे गए 10 और पर्वतारोहियों के शव डोकरानी बामक ग्लेशियर के एडवांस बेस कैंप से मातली हेलीपैड लाए गए। अब तक 27 मिले शवों में से 21 पर्वतारोहियों के शव मातली हेलीपैड लाए जा चुके हैं।
6 पर्वतारोहियों के शव अभी भी बेस कैंप में ही मौजूद हैं। प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि खराब मौसम के कारण बाकी शवों को नहीं लाया जा सका है। रविवार को द्रौपदी डांडा इलाके में बारिश और हल्की बर्फबारी हुई, जिस कारण हेलीकाप्टर से रेस्क्यू कार्य बाधित हो गया। घटनास्थल पर दो पर्वतारोहियों की तलाश अभी भी जारी है।
रविवार डोकरानी बामक एडवांस बेस कैंप से पर्वतारोही रक्षित बैंगलोर (कर्नाटक), सतीश रावत निवासी चम्बा टिहरी गढ़वाल, अमित कुमार प. बंगाल, अतुनधर दिल्ली, गोहिल अर्जुन सिंह गुजरात, अंशुल कैंथला शिमला हिमाचल प्रदेश, विक्रम कर्नाटक, शुभम सिंह कानपुर यूपी, कपिल पंवार उत्तरकाशी, नरेन्द्र सिंह निवासी पौड़ी का शव मातली हेलीपैड लाया गया।
जहां परिजनों ने शवों की पहचान की। पहचान के बाद पंचनामा और पोस्टमार्टम की कार्रवाई की गई। पोस्टमार्टम होने के बाद पर्वतारोहियों के शव परिजनों को सुपुर्द किए गए। इस दौरान प्रशासन की ओर से जिलाधिकारी अभिषेक रूहेला अन्य प्रशासनिक अधिकारियों के साथ मौके पर स्वयं मौजूद थे।
उन्होंने कहा कि रेस्क्यू कार्य की लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है। मौसम की खराबी के कारण हेलीकाप्टर से रेस्क्यू में दिक्कतें आ रही है, जिस वजह से सभी लोगों के शव आज भी नहीं पहुंचाए जा सके। घटनास्थल पर सेना,आईटीबीपी, एनडीआरएफ,एसडीआरएफ,निम रेस्क्यू कार्य जारी रखे हुए हैं।
मौत का कारण, दम घुटना ही पाया गया
द्रौपदी डांडा टू में हिमस्खलन दुर्घटना में मृतक 10 लोगों के शव रविवार को डोकरानी बामक एडवांस बेस कैंप से मातली लाए गए। जहां पर सभी लोगों का पंचनामा भरकर अन्त्यपरीक्षण हुआ। सीएमओ केएस चौहान ने बताया कि रविवार को भी जो शव मातली हेलीपैड पहुंचाए गए, उनकी रिपोर्ट के अनुसार सभी की मौत क्रेवास में दबने के बाद दम घुटने से मौत हुई है।
गत मंगलवार को निम का एडवांस कोर्स करने गए 42 सदस्यीय दल द्रौपदी डांडा टू में एवलांच की चपेट में आ गया। इस हादसे में 27 शव मिले हैं और 2 पर्वतारोही अभी भी लापता हैं। मातली में चिकित्सकों के चार सदस्यीय पैनल टीम ने पोस्टमार्टम किया। डॉक्टरों के अनुसार पीएम के दौरान किसी भी मृतक के शरीर पर गहरी चोटें नहीं थी।
कमांडिंग ऑफिसर शुभम को दिया गार्ड ऑफ ऑनर
उत्तरकाशी जिले के द्रौपदी डांडा टू में एवलांच हादसे में मारे गए पर्वतारोहियों में यूपी के कानुपर निवासी शुभम सिंह पुत्र देवी प्रसाद भी थे। शुभम छठा पैरा एसएफ में कमांडिंग ऑफिसर थे। मातली हेलीपैड में रविवार को उनका शव तिरंगे से लपेट कर लाया गया, जहां सेना के जवानों ने उनके पार्थिव शरीर को गार्ड ऑफ ऑनर दिया। गंगोत्री विधायक सुरेश चौहान व जिलाधिकारी अभिषेक रूहेला ने भी मृतक जवान को पुष्पांजलि अर्पित की। मृतक जवान का पोस्टमार्टम मातली में ही हुआ। इसके बाद जवान के शव को पैतृक गांव के लिए भेजा गया।
मृतकों की सूची
रविवार को डोकरानी बामक ग्लेशियर से मातली पहुंचाये गए मृतकों की सूची
1- नरेंद्र सिंह (पुत्र अकवीर सिंह, निवासी- हाउस नम्बर-75 गर्म माला, माला, पूरी।)
2- रक्षित कुमार (पुत्र कुमार जेएच, निवासी- 40 6th क्रॉस मुनेश्वर, ब्लॉक बैंगलोर।)
3- सतीश रावत (पुत्र शूरवीर सिंह रावत, निवासी- ऋषिकेश रोड़, चम्बा, टिहरी गढ़वाल।)
4- अमित कुमार शाह (पुत्र अर्जुन शाह निवास बेलदंगा रोड़, मुचिपर नियर बेलदंगा स्कूल कोलकाता),
5- अतुनु धर (पुत्र ससंका धर, निवासी- स्ट्रीट नम्बर 06 फेज 1 अपोजिट लावण्या, हॉस्पिटल मैदान, गांधी रोड़ छत्तरपुर, न्यू दिल्ली।)
6- गोहिल अर्जुन सिंह बी (पुत्र गोहिल भूपेंद्रसिंह, निवासी- स्वीम माउंट आबू।)
7- अंशुल कैंथला (पुत्र इंदर कैंथला, निवासी- शेरकोट ,पोस्ट हलनिधार, कुमारसेन, शिमला,)
8- विक्रम एम (पुत्र मैलेश एम, निवासी- 108/A ऑप PVS स्कूल, OPH रोड़ नई एक्सटेंशन, कदूगोड़ी, बंगलीरे, कर्नाटका।)
9- लेफ्टिनेंट कर्नल शुभम सिंह (पुत्र देवीप्रसाद, निवासी- कंमांडिंग ऑफिसर, 6Para (SF) C//O 56 APO।)
10- कपिल पंवार (पुत्र जगमोहन सिंह, निवासी- हटनाली, बनगांव, उत्तरकाशी)