काबुल यूनिवर्सिटी पर आतंकियों की अंधाधुंध गोलियां,25 छात्रों की मौत
अफगानिस्तान में फायरिंग:काबुल यूनिवर्सिटी पर हमला, बुक फेयर देख रहे बच्चों पर आतंकियों ने गोलियां बरसाईं, 20 की मौत
काबुल 02 अक्तूबर। सोशल मीडिया पर चल रहे वीडियो में यूनिवर्सिटी के अंदर कई स्टूडेंट्स बचने के लिए भागते हुए दिख रहे हैं। ऐसी कुछ दहलाने वाली तस्वीरें भी सामने आई हैं।
अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में सोमवार को आतंकियों ने बड़ा हमला किया। काबुल यूनिवर्सिटी में लगे बुक फेयर में घुसे 3 बंदूकधारियों ने छात्रों पर अंधाधुंध गोलियां बरसानी शुरू कर दीं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस हमले में 20 छात्रों की मौत हुई है। 40 घायल हैं। अफगान गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि सुरक्षाबलों ने तीनों हमलावरों को मार गिराया है।
स्थानीय मीडिया के मुताबिक, यूनिवर्सिटी के उत्तरी गेट पर धमाका होने के बाद गोलीबारी शुरू हुई। न्यूज चैनलों पर चल रही फुटेज में कई छात्र यूनिवर्सिटी परिसर के अंदर बचने के लिए भागते हुए दिख रहे हैं। सुरक्षा बल अंदर फंसे छात्रों को निकाल रहे हैं। अब तक किसी संगठन ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। तालिबान का कहना है कि इस हमले में उसके सदस्य शामिल नहीं हैं।
घटना के बाद हाई काउंसिल फॉर नेशनल रिकॉन्सिलेशन के प्रमुख अब्दुल्ला अब्दुल्ला ने ट्वीट किया कि मैं काबुल में किए गए कायरतापूर्ण आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करता हूं। शिक्षण संस्थानों को निशाना बनाना जघन्य अपराध है। छात्रों को शांति से पढ़ाई करने का अधिकार है। पीड़ितों और उनके परिवारों के प्रति मेरी गंभीर संवेदना है।
फोटो-सोशल मीडिया
دانشگاه کابل هم جز مناطق نامن کشور شد.
@kabuluniversity @mahdifakori @VladCresc pic.twitter.com/oIof2aBEFy— Madina Azizi (@madinaazizi) November 2, 2020
मुठभेड़ अब भी जारी
अफगानिस्तान के काबुल विश्वविद्यालय में सोमवार को हुए आतंकी हमले में कम से कम 25 लोगों के मारे जाने की खबर है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अबतक 40 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं। मौके पर पहुंचे सुरक्षाबलों की आतंकवादियों से मुठभेड़ जारी है।
अफगानिस्तान के काबुल विश्वविद्यालय में सोमवार को हुए आतंकी हमले में कम से कम 25 लोगों के मारे जाने की खबर है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अबतक 40 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं। मौके पर पहुंचे सुरक्षाबलों की आतंकवादियों से मुठभेड़ जारी है। पूरे कैंपस को सुरक्षाबलों ने घेर लिया है। कैंपस के अंदर से अब भी गोलीबारी की आवाजें सुनाई दे रही हैं।
हमले के समय विश्वविद्यालय में मौजूद थे अफगान और ईरानी अधिकारी
रिपोर्ट के अनुसार, काबुल विश्वविद्यालय के पास गोलाबारी तब हुई जब अफगान और ईरानी अधिकारी विश्वविद्यालय में एक पुस्तक प्रदर्शनी का उद्घाटन कर रहे थे। अफगानिस्तान के आंतरिक मामलों के मंत्रालय के प्रवक्ता तारिक एरियन ने पुष्टि की कि बंदूकधारियों का एक समूह ने आज दोपहर में काबुल विश्वविद्यालय के परिसर में गोलीबारी की है।
पिछले पांच घंटों से मुठभेड़ जारी
हमले के बाद अफगान स्पेशल फोर्स और विदेशी कमांडों की टीम भी विश्वविद्यालय परिसर में पहुंच चुकी है। पिछले पांच घंटों से हमलावरों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ जारी है। विश्वविद्यालय जाने वाले रास्तों को पूरी तरह से ब्लॉक कर दिया गया है।
प्रत्यक्षदर्शी ने बताया हमले का आंखों देखा हाल
एक चश्मदीद ने बताया कि हमलावरों ने काबुल विश्वविद्यालय में एक क्लास में प्रवेश किया और छात्रों पर गोलियां चलाईं जिसके कारण क्लास में मौजूद कई छात्र या तो मारे गए या घायल हो गए। पूरे विश्वविद्यालय परिसर को सुरक्षाबलों ने खाली करा लिया है। आतंकियों की धड़पकड़ के लिए बड़ी संख्या में सुरक्षाबलों को तैनात किया गया है।
राष्ट्रपति गनी ने की हमले की निंदा
राष्ट्रपति अशरफ गनी ने काबुल विश्वविद्यालय पर हुए आतंकवादी हमले की निंदा की है। उन्होंने कहा कि आतंकवादी हेलमंड प्रांत में हारने के बाद शैक्षणिक केंद्रों पर हमला कर रहे हैं। वहीं तालिबान के साथ सुलह परिषद के प्रमुख अब्दुल्ला अब्दुल्ला ने भी इस हमले की निंदा की है। उन्होंने इस हमले को जघन्य अपराध बताया और कहा कि छात्रों को शांति और सुरक्षा में अध्ययन करने का अधिकार है।
पहले भी हमले का शिकार हो चुका है विश्वविद्यालय
पिछले साल इस विश्वविद्यालय के गेट पर बम विस्फोट में आठ लोगों की जान चली गयी थी। वर्ष 2016 में बंदूकधारियों ने एक अमेरिकी विश्वविद्यालय पर हमला किया था और 13 लोगों को मार डाला था। पिछले ही महीने इस्लामिक स्टेट ने राजधानी के शिया बहुल दश्त-ए-बार्ची के एक शिक्षण केंद्र में एक आत्मघाती बम हमलावर भेजा था जिसके हमले में 24 विद्यार्थियों की मौत हो गयी थी।
किसी भी संगठन ने नहीं ली हमले की जिम्मेदारी
अभी तक किसी भी आतंकी संगठन ने काबुल विश्वविद्यालय पर हुए हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। तालिबान की ओर से अभी तक इस घटना पर कोई टिप्पणी नहीं की गई है। इन दिनों तालिबान का शीर्ष राजनीतिक नेतृत्व कतर की राजधानी दोहा में अफगानिस्तान सरकार के साथ शांति वार्ता कर रहा है। इस बीच आतंकियों के लगातार बढ़ते भीषण हमले से बातचीत के ऊपर भी असर पड़ने की संभावना बढ़ गई है।
देश की सबसे पुरानी यूनिवर्सिटी
काबुल यूनिवर्सिटी की स्थापना 1932 में हुई थी। यह अफगानिस्तान की सबसे पुरानी, बड़ी और प्रतिष्ठित पब्लिक यूनिवर्सिटी है। इसमें 21 फैकल्टीज, 89 से ज्यादा डिपार्टमेंट, 896 एकेडमिक फैकल्टीज मेंबर और 17197 स्टूडेंट्स हैं।