पाक में पौराणिक शक्तिपीठ हिंगलाज मंदिर की प्रतिमा तोड़ी
पाकिस्तान में एक और मंदिर में तोड़फोड़, शक्तिपीठ में एक हिंगलाज माता के मंदिर की मूर्ति को पहुंचाया नुकसान
नई दिल्ली/करांची। पाकिस्तान में आए दिन वहां के अल्पसंख्यकों खासकर हिंदुओं के ऊपर हो रहे अत्याचार और उनके मंदिरों में हो रही तोड़फोड़ रुकने का नाम नहीं ले रही है। भारत की तरह पाकिस्तान में भी एक शक्तिपीठ मौजूद है, जो वहां पाकिस्तान की वैष्णो देवी के नाम से प्रसिद्ध है। बलूचिस्तान में हिंगोल नदी के किनारे बसे हिंगलाज माता का मंदिर 51 शक्तिपीठों में से एक है। धर्म शास्त्रों के अनुसार, यहां पर देवी सती का ब्रह्मरंध्र (मस्तिष्क) गिरा था। इस मंदिर को हिंगुला देवी और नानी का मंदिर या नानी का हज के नाम से भी जाना जाता है। यह मंदिर पाकिस्तान में हिंदू समुदाय के बीच आस्था का केंद्र है। भारत की वैष्णो देवी की गुफा की तरह यहां भी माता गुफा के अंदर मौजूद हैं। इसी हिंगलाज माता को पाकिस्तान के कई प्रांतों में हिंदू बड़ी आस्था के साथ पूजते हैं। ऐसा ही एक मंदिर सिंध प्रांत के थारपारकर जिले में स्थित नागरपारकर नाम की जगह है। लेकिन दुर्गापूजा के बीच एक ऐसी खबर आ रही है जिसने पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के धार्मिक स्थलों को लेकर कट्टरपंथियों की सोच का खुलासा कर दिया है।
दरअसल रिपोर्ट्स के मुताबिक, सिंध प्रांत के थारपारकर जिले में स्थित नागरपारकर नाम की जगह पर शुक्रवार को कट्टरपंथियों ने मां दुर्गा की मूर्ति को खंडित कर दिया। सिर्फ इतना ही नहीं, हमलावरों ने पूरे मंदिर में भी जमकर तोड़फोड़ की। बता दें कि बीते कुछ महीनों में पाकिस्तान के मंदिरों में तोड़फोड़ की घटनाओँ में तेजी देखने को मिली है। अभी कुछ ही दिन पहले सिंध में ही एक और मंदिर को नुकसान पहुंचाया गया था।
इस मंदिर के पुजारी ने बताया कि आधी रात को कुछ लोग मंदिर परिसर में घुस आए और उन्होंने दरवाजा बंद कर मूर्ति को तोड़ दिया। उन्होंने बताया कि हमलावरों ने हिंगलाज माता की प्रतिमा के सिर को नुकसान पहुंचाया, और उनके वाहन के चेहरे को भी तोड़ दिया। हमलावरों ने जाते-जाते मंदिर को भी काफी नुकसान पुहंचाया। मंदिर के पुजारी ने बताया कि अभी तक पुलिस ने हमलावरों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है। पाकिस्तान के हिंदू समुदाय में इस घटना को लेकर काफी गुस्सा है। बता दें कि ऐसे कई मामलों में पाकिस्तान पुलिस पर हमलावरों को मानसिक विक्षिप्त बताकर आरोपितों को बचाने के भी आरोप लगे हैं।
Hindu temple in Nagarparkar vandalised and idol of a deity desecrated after the community held Navratri prayers. pic.twitter.com/4KsnAGzjdA
— Naila Inayat नायला इनायत (@nailainayat) October 24, 2020
इसी तरह की एक घटना पाकिस्तान में अभी दो सप्ताह पहले ही हुई थी जब पाकिस्तान के दक्षिण-पूर्वी सिंध प्रांत में एक और हिंदू मंदिर में तोड़फोड़ की खबर सामने आई थी। इस घटना को मुहम्मद इस्माइल नाम के एक शख्स ने अंजाम दिया था। पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, शिकायतकर्ता अशोक कुमार ने आरोप लगाया कि बादिन जिले में अस्थायी मंदिर में रखी मूर्तियों को संदिग्ध मुहम्मद इस्माइल ने अपने साथियों के साथ तोड़ दिया और घटना के बाद वे सभी भाग गए। बादिन पुलिस के एक प्रवक्ता ने कहा कि संदिग्ध मुहम्मद इस्माइल को शिकायत मिलने के कुछ ही घंटे के अंदर ही गिरफ्तार कर लिया गया।