मोहभंग? कोश्यारी का दलगत राजनीति से इंकार, भाजपा सदस्यता भी स्वीकार नहीं

 

BHAGAT SINGH KOSHYARI TARGETS ON HARISH RAWAT IN DEHRADUN
पूर्व राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी ने हरीश रावत पर ली चुटकी, बोले- उनकी तरह एक घंटे का मौन व्रत कभी नहीं रखेंगे

जब से भगत सिंह कोश्यारी ने उत्तराखंड में कदम रखा है, तब से राजनीतिक क्षेत्र में कई तरह की चर्चाएं हो रही थी. जिस पर आज खुद भगत सिंह कोश्यारी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सभी अनुमानों को ग़लत बताया है. इस मौके पर भगत दा कांग्रेस नेता हरीश रावत पर चुटकी लेने से भी नहीं चूके. इसके अलावा उन्होंने अपने विवादित बयानों पर भी जवाब दिया.

 

देहरादून 24 फरवरी: उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और महाराष्ट्र के पूर्व राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने आज 24 फरवरी को देहरादून में पत्रकारों से बातचीत की. इस दौरान भगत सिंह कोश्यारी उन तमाम अटकलों के जवाब दिए, जो उनको लेकर उत्तराखंड की राजनीति में लगाए जा रहे हैं. कोश्यारी ने जहां मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की तारीफ की तो वहीं उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के मौन व्रत पर चुटकी भी ली.
महाराष्ट्र के पूर्व राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने आज उत्तरांचल प्रेस क्लब में प्रेस से मिलिए कार्यक्रम में पहुंचे थे, जहां उन्होंने मीडिया के खुलकर बात की. कोश्यारी ने कहा कि वो राजनीति से दो माह पहले ही दूर हो चुके हैं और उन्हें आगे किसी तरह के पद की कोई लालसा नहीं है.वहीं, अपने शिष्य मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के कामों को लेकर जब भगत सिंह कोश्यारी से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोई किसी का शिष्य नहीं है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अच्छा काम कर रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की तारीफ कर चुके हैं. उन्हें भी लगाता है कि मुख्यमंत्री धामी बेहतर काम कर रहे हैं और प्रदेश के आगे बढ़ा रहे हैं.

उन्होंने कहा कि पुष्कर धामी पूरी लगन और निष्ठा से कार्य कर रहे हैं, जो भी सुझाव जनता उन्हें देती हैं, उन सुझावों को वह पूरी तरह से क्रियान्वयन करते हैं. भगत सिंह कोश्यारी बोले जो भी अच्छा काम करेंगा, वो उसकी साथ खड़े हैं, वो खुद भी उत्तराखंड के उत्थान के लिए काम करते रहेंगे.
/वहीं, कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को लेकर पूछे गए सवाल पर कोश्यारी ने कहा कि जो भी प्रदेश की बेहतरी के लिए काम करेगा, वो उसका साथ देगे, लेकिन यहीं पर उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि वो हरीश रावत की तरह एक घंटे का मौन उपवास कभी नहीं रखेंगे.इसके अलावा महाराष्ट्र के राज्यपाल रहते हुए उनके दो बयान सुर्खियों में रहे, उस पर भी भगत सिंह कोश्यारी ने अपना पक्ष रखा. भगत सिंह कोश्यारी ने कहा कि यदि उनसे गलती हुई होगी तो वो छोटे बच्चे से भी क्षमा मांगने से पीछे नहीं हटेंगे, लेकिन उन्होंने न तो कभी सावित्री बाई फुले में कुछ गलत कहा है और न ही छत्रपति शिवाजी महाराज के लिए कुछ बुरा बोला है.

उन्होंने कहा कि वो महाराष्ट्र के सभी पूर्व राज्यपालों का हृदय से आदर करते हैं और सारे मुझसे श्रेष्ठ रहे, लेकिन सारे महाराष्ट्र के लोग यह जानते हैं कि उन्होंने दिन-रात अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन किया. यदि वहां का इतिहास खंगाला जाएगा तो यह कहा जाएगा कि यू हैव क्रिएट हिस्ट्री डियर. उन्होंने यह भी कहा कि महाराष्ट्र की जनता ने उन्हें अपार स्नेह दिया है. हालांकि उनके जो बयान चर्चाओं में रहे है, उसके लिए उन्होंने मीडिया को ज्यादा जिम्मेदार बताया है.

 

उत्तरांचल प्रेस क्लब ने आज महाराष्ट्र के पूर्व राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी का ‘प्रेस से मिलिए’ कार्यक्रम आयोजित किया था। भगत सिंह कोश्यारी के राज्यपाल पद और भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा देने के बाद उन्होंने आज मीडिया कर्मियों के सामने खुलकर अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि मेरी यही इच्छा है कि उत्तराखंड हिमालय जैसा स्वच्छ और गंगा जैसा पावन राज्य के साथ ही आत्मनिर्भर बने। इसके लिए उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के उद्योगपतियों से उत्तराखंड में निवेश को लेकर चर्चा करेंगे। उन्होंने कहा कि केंद्र व राज्य की कई सरकारी योजनाओं में पैसा उपलब्ध है जिसका उपयोग करने के लिए ऐसी मशीनरी डेवलप करने की जरूरत है, जिससे उत्तराखंड की आर्थिकी में नई क्रांति आएगी।
‘ प्रेस से मिलिए’ कार्यक्रम के दौरान मीडिया कर्मियों से बात करते हुए पूर्व राज्यपाल ने उनकी वापसी के बाद प्रदेश में चल रही सभी चर्चाओं पर विराम लगाते हुए कहा कि  सक्रिय राजनीति से दूर  मेरा काम सृजन और समन्वय का है।भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें बहुत सम्मान दिया है।
‘प्रेस से मिलिए’ कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रेस क्लब अध्यक्ष अजय राणा व संचालन प्रेस क्लब महामंत्री विकास गुसाईं ने किया।

इस अवसर पर क्लब कार्यकारिणी के कनिष्ठ उपाध्यक्ष दरबान सिंह, संयुक्त मंत्री मीना नेगी, कार्यकारिणी सदस्य दया शंकर पांडे, मंगेश कुमार, मौहम्मद फहीम तन्हा, राम अनुज, प्रवीण बहुगुणा, लक्ष्मी बिष्ट, विनोद पुंडीर के साथ ही क्लब के संस्थापक अध्यक्ष डाॅक्टर देवेन्द्र भसीन, पूर्व अध्यक्ष दर्शन सिंह रावत, विकास धूलिया, भूपेंद्र कंडारी, जितेंद्र अंथवाल, पूर्व महामंत्री संजीव कंडवाल, गिरिधर शर्मा व वरिष्ठ पत्रकार जगमोहन सेठी, सुभाष गुप्ता, सतीश शर्मा, आशीष उनियाल, देवेंद्र नेगी, रामगोपाल शर्मा, केएस बिष्ट, नारायण परगाईं, प्रदीप फरस्वाण, सुशील रावत, प्रभा वर्मा समेत कई सदस्य मौजूद थे।

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