भाजपा ने राज्य बलिदानी स्मारक पर जलाये दीप,बैड रिडन आंदोलनकारी ओबराय का अभिनंदन
भाजपा ने शहीद स्मारकों पर दीप जलाकर दी श्रद्धांजलि
देहरादून 9 नवंबर, भारतीय जनता पार्टी ने राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर ‘एक दिया शहीदों के नाम’ कार्यक्रम के तहत प्रदेश के शहीद स्मारक स्थलों पर जाकर श्रद्धांजलि अर्पित की । शहीदों को नमन करने के उद्देश्य से आयोजित इन कार्यक्रमों में पार्टी प्रदेश अध्यक्ष श्री महेंद्र भट्ट ने देहारादून करनपुर गोलीकांड मे शहीद राजेश रावत के स्मारक पर दीप जलाकर श्रद्धांजलि अर्पित की । इस मौके पर उन्होने कहा कि हम सभी शहीद आंदोलनकारियों व उनके परिजनों के प्रति आजीवन ऋणी रहेंगे और उनके सपनों के अनुसार राज्य बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं |
इस अवसर पर उपस्थित कार्यकर्ताओं व स्थानीय लोगों से बातचीत में पार्टी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि लंबे संघर्ष व अनेकों शहादतों के बाद हमे पृथक राज्य प्राप्त हुआ है। सब प्रदेशवासी राज्य निर्माण आंदोलन में शहीद आंदोलनकारियों व उनके परिजनों एवं समस्त आंदोलनकारियों के प्रति आजीवन ऋणी रहेंगे | उन्होने ज़ोर देते हुए कहा, हम सबका कर्तव्य है कि शहीदों के सपनों एवं राज्य आंदोलन की भावनाओं के अनुरूप राज्य का विकास करें ताकि 2025 तक देश का अग्रणी राज्य बनकर ‘वर्तमान दशक उत्तराखंड का दशक, का लक्ष्य प्राप्त किया जा सकें। उन्होने कहा कि आने वर्षों में पार्टी राज्य स्थापना दिवस को इसी तरह प्रभावी एवं व्यापक रूप में जनता के बीच मनाएगी ताकि युवा पीढ़ी के मन मस्तिष्क में राज्य निर्माण के लिए हुए बलिदान के प्रति श्रद्धा और राज्य विकास को लेकर ज़िम्मेदारी का भाव जागृत हो।
इस कार्यक्रम में देहरादून कचहरी स्थित शहीद स्मारक में कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल, धर्मपुर में विधायक विनोद चमोली, खटीमा में श्री अजय भट्ट, रुड़की में विधायक प्रदीप बत्रा, मसूरी में पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष ओ पी उनियाल, श्रीनगर में श्री जितेंद्र रावत ने पार्टी के समस्त कार्यकर्ताओं व प्रदेशवासियों की तरफ से शहीदों के प्रति कृतज्ञ भाव से दीप जलाया गया । इस अवसर पर विनोद सुयाल कार्यक्रम संयोजक भी प्रदेश अध्यक्ष के साथ उपस्थित रहे ।
बैड रिडन गंभीर घायल आंदोलनकारी ओबराय को किया सम्मानित
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर उत्तराखण्ड राज्य आंदोलन के दौरान गंभीर रूप से घायल हुए श्री अमित ओबरॉय के आवास पर जाकर उनको सम्मानित किया । अमित ओबरॉय 28 वर्षों से बैड पर ही हैं । अमित ओबरॉय उत्तराखण्ड आंदोलन के दौरान 1995 में गंभीर रूप से घायल हो गये थे ।