अभाविप कार्यक्रम को आदेश जारी करने पर सीईओ अल्मोड़ा हटे
UTTARAKHAND MINISTER DHAN SINGH RAWAT TOOK ACTION AGAINST ALMORA CEO
Almora CEO पर कार्रवाई, ABVP कार्यक्रम में छात्रों को शामिल होने का दिया था आदेश
AVBP के कार्यक्रम में स्कूली छात्रों को शामिल करने का आदेश देना अल्मोड़ा सीईओ को भारी पड़ गया. मामले का संज्ञान लेते हुए शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत ने सीईओ सत्यनारायण को अल्मोड़ा सीईओ पद से हटा दिया है. सत्यनारायण को देहरादून में अटैच किया गया है.
देहरादून23 फरवरी: 16 फरवरी को अल्मोड़ा में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यक्रम में सरकारी स्कूलों के छात्रों को शामिल होने के लिए मुख्य शिक्षा अधिकारी सत्यनारायण ने आदेश दिए थे. सीईओ के आदेश का पत्र वायरल होने के बाद से ही मामला तूल पकड़ता जा रहा था. जिसको लेकर विपक्ष ने भी सरकार की घेराबंदी शुरू कर दिया. मामले का संज्ञान लेते हुए शिक्षा मंत्री डॉक्टर धन सिंह रावत ने मुख्य शिक्षा अधिकारी सत्यनारायण को हटा दिया है.
शिक्षा मंत्री डॉक्टर धन सिंह रावत ने कहा शिकायत पर पूरे मामले की जांच शुरू कर दी गई है. साथ ही मुख्य शिक्षा अधिकारी को वहां से हटा दिया गया है. उन्होंने कहा इस तरह का निर्णय नहीं सरकार की तरफ से है और नहीं शासन की तरफ से दिया गया है. ऐसे में मामले का संज्ञान लेते हुए मुख्य शिक्षा अधिकारी को हटाया गया है.
गौरतलब है कि अल्मोड़ा के मुख्य शिक्षा अधिकारी सत्यनारायण ने 13 फरवरी को एक आदेश पत्र जिले के 7 सरकारी विद्यालयों को जारी किया था. जिसमें 16 फरवरी को अल्मोड़ा में होने वाले अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सम्मेलन में कक्षा 9 से लेकर 11वीं तक के छात्रों को प्रतिभाग करने का आदेश दिया था.वही, सीईओ के आदेश का पत्र वायरल होने पर विपक्ष ने मुद्दा बनाते हुए सरकार पर निशाना साधा. कांग्रेस ने आरोप लगाया कि सरकार पार्टी विशेष के कार्यक्रम के लिए सरकारी तंत्र का दुरुपयोग कर रही है. किसी राजनीतिक कार्यक्रम में स्कूली छात्र-छात्राओं को शामिल होने का अल्मोड़ा सीईओ ने आदेश जारी किया है. जो हैरान करने वाला है. ऐसे में मामले को तूल पकड़ता देख शिक्षा मंत्री डॉक्टर धन सिंह रावत ने कार्रवाई की है. धन सिंह रावत के आदेश पर सीईओ सत्यनारायण को हटा दिया गया है. वहीं, हेमलता को सीईओ अल्मोड़ा पद पर भेजा गया है।
CONGRESS RAISED QUESTIONS ON DHAMI GOVERNMENT AFTER ALMORA CEO VIRAL LETTER
Almora CEO के लेटर पर कांग्रेस ने सरकार को घेरा, ABVP कार्यक्रम में स्कूली छात्रों को शामिल होने का दिया था आदेश
16 फरवरी को अल्मोड़ा जिले में आयोजित एबीवीपी कार्यक्रम में स्कूली छात्रों को शामिल होने के मुख्य शिक्षा अधिकारी ने निर्देश दिए थे. जिसको लेकर कांग्रेस ने सरकार पर सवाल खड़े किए हैं. कांग्रेस का आरोप है कि राजनीति कार्यक्रम के लिए सरकार सरकारी तंत्र का उपयोग कर रही है.
अल्मोड़ा CEO के पत्र पर कांग्रेस ने सरकार को घेरा
क्या भारतीय जनता पार्टी सरकारी स्कूलों के बच्चों का राजनीतिक लाभ के लिए इस्तेमाल कर रही है. क्या अल्मोड़ा के मुख्य शिक्षा अधिकारी ने सब कुछ जानते हुए भी सरकारी स्कूलों को आदेश दिए कि वह एबीवीपी के कार्यक्रम में बच्चों को भेजें. उत्तराखंड कांग्रेस ने भाजपा पर इसी तरह के कुछ गंभीर आरोप लगाए हैं.
कांग्रेस ने बकायदा अल्मोड़ा के मुख्य शिक्षा अधिकारी सत्यनारायण का एक पत्र जारी किया है. जिसमें कहा गया है कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की अल्मोड़ा इकाई में जिला सम्मेलन के दौरान कक्षा 9 से 11वीं तक के छात्र-छात्राओं को प्रतिभाग करना है. इस पत्र को अल्मोड़ा जिले के 7 स्कूलों के प्रधानाचार्य को भेजा गया है. अब इस पत्र को सामने लाकर कांग्रेस ने बीजेपी पर सरकारी सिस्टम को गलत तरीके से इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है.
अल्मोड़ा CEO सत्यनारायण का पत्र
वायरलपत्र जारी कर कांग्रेस प्रवक्ता गरिमा दसौनी माहरा ने इसको लेकर बाकायदा उत्तराखंड के शिक्षा सचिव को भी पत्र लिखकर मामले का संज्ञान लेने की बात कही है. गरिमा ने कहा इस तरह से राजनीतिक पार्टी के कार्यक्रमों में छात्रों का शामिल होना, शिक्षा व्यवस्था को धूमिल कर रही है.
गरिमा ने कहा कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कुछ बच्चे राहुल गांधी से प्रभावित होकर खुद शामिल हुए थे, तब बीजेपी ने बहुत हल्ला किया था, लेकिन अब बीजेपी शासित उत्तराखंड में एक सरकारी अधिकारी तमाम सरकारी स्कूलों के बच्चों को राजनीतिक कार्यक्रम में प्रतिभाग करने के लिए मजबूर करते हैं. तब किसी के मुंह से कोई शब्द नहीं निकलता. यह उत्तराखंड में सरकार और सिस्टम का काला चिट्ठा उजागर करता है. कांग्रेस ने मामले की जांच और संबंधित अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए सचिव को पत्र लिखा है.
बता दें कि मामला 10 दिन पुराना है. 16 फरवरी को आयोजित अल्मोड़ा एबीवीपी जिला सम्मेलन कार्यक्रम में स्कूली छात्रों को भी प्रतिभाग करवाया गया था, लेकिन उसके 1 दिन बाद ही संबंधित शिक्षा अधिकारी सत्यनारायण को अल्मोड़ा से हटाकर देहरादून अटैच कर दिया गया. हालांकि, अब मौजूदा मुख्य शिक्षा अधिकारी हेमलता भट्ट ने 17 फरवरी को ही तमाम शिक्षा अधिकारियों और प्रधानाचार्य को पत्र लिखकर यह आदेश दिए हैं कि किसी भी राजनीतिक कार्यक्रम में बच्चों को न भेजा जाए. पूर्व में जो घटना हुई है, उससे सबक लिया जाए.मुख्य शिक्षा अधिकारी हेमलता भट्ट का कहना है कि यह मामला उनके आने से पहले का है, लेकिन जैसे ही उनके संज्ञान में यह मामला आया है. उन्होंने तत्काल प्रभाव से इस पर एक्शन लेकर आगे से इस तरह की कोई घटना की पुनरावृत्ति ना हो इसके आदेश दिए हैं.
बता दें कि अल्मोड़ा शिक्षा विभाग की ओर से जारी सीईओ के आदेश का एक पत्र वायरल हो रहा है. इस पत्र में विद्यालयों को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यक्रम में सरकारी स्कूलों के बच्चों के हिस्सा लेने के आदेश तत्कालीन सीईओ की ओर से जारी किए गए हैं. जबकि विद्यालयों में वार्षिक परीक्षाएं होनी है. इसका संज्ञान लेते हुए वर्तमान सीईओ ने सभी विद्यालयों को स्कूल से बाहर के कार्यक्रमों में हिस्सा ना लेने के निर्देश जारी किए हैं.
हुआ यह कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की ओर से 16 फरवरी को नंदा देवी प्रांगण में छात्र गर्जना सम्मेलन हुआ. जिसमें विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं से ज्यादा संख्या में नगर क्षेत्र के 7 विद्यालयों के छात्र-छात्राएं शामिल हुए. इस दौरान नंदा देवी परिसर से रैमजे इंटर कॉलेज तक शोभायात्रा निकाली गई. जिसमें स्कूली छात्र-छात्राएं हाथों में एबीवीपी का झंडा लेकर सड़कों में संगठन के पक्ष में नारेबाजी करते हुए दिखाई दिए.
वहीं, वार्षिक परीक्षाओं के लिए बच्चों को तैयार करने और उनके पठन-पाठन की ओर ध्यान देने के बजाय विद्यालयों के 9वीं और 11वीं कक्षा के विद्यार्थियों को किसी संगठन विशेष के कार्यक्रम में भाग लेने के आदेश पर शिक्षा विभाग की जमकर किरकिरी हुई.