मोदी -धामी मंत्रणा: शेष पौराणिक मंदिरों का भी बदरी-केदार जैसा हो विकास
धामी ने दी दिवाली की शुभकामनाएं, अफसरों के साथ पौराणिक मंदिरों को संवारने के लिए की चर्चा
देहरादून 24 अक्टूबर।मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेशवासियों को दिवाली की शुभकामनाएं देने के साथ ही रविवार को अफसरों के साथ बैठक की। इस दौरान उन्होंने बताया कि राज्य में तीर्थाटन व धार्मिक पर्यटन के सुनियोजित विकास के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ उनका व्यापक विचार विमर्श हुआ। इस संबंध में प्रधानमंत्री से महत्वपूर्ण मार्गदर्शन मिला।
केदारनाथ और बदरीनाथ धाम की तर्ज पर राज्य के अन्य पौराणिक मंदिरों व तीर्थ स्थलों को संवारा जाएगा। इन्हें संवारने और सुनियोजित विकास के लिए अलग से मास्टर प्लान तैयार किया जाएगा। रविवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दीपावली की बधाई देने आए अधिकारियों के साथ राज्य के विकास पर चर्चा की।
मुख्यमंत्री आवास में बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य में तीर्थाटन व धार्मिक पर्यटन के सुनियोजित विकास के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ उनका व्यापक विचार विमर्श हुआ। इस संबंध में प्रधानमंत्री से महत्वपूर्ण मार्गदर्शन मिला। प्रधानमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड दुनिया भर के करोड़ों लोगों के लिए आस्था और श्रद्धा का केंद्र है। उत्तराखंड में केदारनाथ व बदरीनाथ धाम की तरह ही प्रदेश के अन्य पौराणिक मंदिरों व तीर्थ क्षेत्रों का सुनियोजित विकास करने के लिए राज्य सरकार मास्टर प्लान बनाए। केंद्र सरकार हरसंभव सहायता करने को तैयार है।
प्रधानमंत्री ने यह भी सुझाव दिया कि चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं को अन्य पौराणिक मंदिरों के महत्व की भी जानकारी देने साथ अन्य पर्यटन स्थलों के बारे में भी बताया जाए। इससे प्रदेश में निश्चित तौर पर पर्यटन का विकास होगा। इससे स्थानीय लोगों के रोजगार और आय में वृद्धि होगी।
मानसखंड मंदिर माला मिशन की दी जानकारी
इस बात पर भी विचार विमर्श हुआ कि चारधाम यात्रा पर आए बहुत से श्रद्धालुओं को कई बार हेली सेवा के लिए दो तीन दिन प्रतीक्षा करनी होती है। ऐसी व्यवस्था बनाई जाए कि इस दौरान यात्री आसपास के पर्यटन स्थलों का भ्रमण कर सकें। इससे एक ओर इन यात्रियों के समय का सदुपयोग होगा, वहीं दूसरी ओर स्थानीय निवासियों को रोजगार मिलेगा। सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री को कुमाऊं के मंदिरों के लिए मानसखंड मंदिर माला मिशन के बारे में भी जानकारी दी।
प्रधानमंत्री का उत्तराखंड से विशेष लगाव है। हमें उनके मार्गदर्शन और विजन के अनुरूप राज्य को आगे ले जाना है। उनके दिए गए निर्देशों के अनुरूप कार्ययोजना तैयार की जाए। कुमाऊं क्षेत्र में धार्मिक स्थलों के विकास के लिए प्रारंभ की गई मानसखंड मंदिर माला मिशन के संबंध में भी प्रधानमंत्री से महत्वपूर्ण सुझाव मिले। इस परियोजना में शामिल मंदिरों के मास्टर प्लान बनाने का कार्य भी शीघ्र प्रारंभ करने का निर्णय भी लिया गया।
राज्य के टॉपर छात्रों को कराया जाए प्रतिष्ठित संस्थानों का भ्रमण
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि राज्य के टॉपर छात्र छात्राओं को लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासनिक अकादमी, आईआईटी सहित अन्य प्रतिष्ठित संस्थानों का शैक्षणिक भ्रमण कराया जाए। इससे बच्चों को प्रेरणा मिलेगी। इस अवसर पर मुख्य सचिव डॉक्टर एसएस संधु, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, आनंद वर्धन, प्रमुख सचिव आरके सुधांशु, सचिव दिलीप जावलकर, डॉक्टर रंजीत कुमार सिन्हा, सौजन्या, शैलेश बगोली, डॉक्टर पंकज कुमार पांडेय, सूचना महानिदेशक बंशीधर तिवारी समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे।
प्रधानमंत्री मोदी के साथ मुख्यमंत्री धामी की क्या हुई बात? मुख्यमंत्री ने किया अनावरण
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उत्तराखंड दौरे को बहुत ही खास माना जा रह है। दो दिनी दौरे के दौरान, प्रधानमंत्री मोदी केदारनाथ, बदरीनाथ सहित चीन बॉर्डर पर स्थित माणा गांव भी गए। दोनों के बीच कई मुद्दों पर बातचीत हुई
देहरादून। 23 अक्टूबर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उत्तराखंड दौरे को बहुत ही खास माना जा रह है। दो दिनी दौरे के दौरान, प्रधानमंत्री मोदी केदारनाथ, बदरीनाथ सहित चीन बॉर्डर पर स्थित माणा गांव भी गए। प्रधानमंत्री मोदी के दौरे के दौरान दोनों नेताओं के बीच कुई मुद्दों पर बातचीत हुई। उत्तराखंड में विकास के मदुदों पर विशेषकर प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री धामी के बीच गहनता से विचार-विर्मश भी हुआ।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि बदरी-केदार की तर्ज पर राज्य के अन्य पौराणिक मंदिरों को संवारा जाएगा। उन्होंने कहा कि तीर्थाटन व धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए उनकी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ विस्तार से चर्चा हुई। रविवार को मुख्यमंत्री आवास पर दिवाली की बधाई देने आए अफसरों के साथ धामी ने राज्य के विकास पर मंत्रणा की।
उन्होंने बताया कि राज्य में तीर्थाटन व धार्मिक पर्यटन के सुनियोजित विकास के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बदरी-केदार दौरे के दौरान लंबा विचार विमर्श हुआ। प्रधानमंत्री से भी इस संबंध में महत्वपूर्ण मार्गदर्शन प्राप्त हुआ। बातचीत में मोदी ने उनसे कहा कि देवभूमि उत्तराखंड दुनिया भर के करोड़ों लोगों के लिए आस्था और श्रद्धा का केंद्र है।
उत्तराखंड में केदारनाथ व बदरीनाथ धाम की तरह ही प्रदेश के अन्य पौराणिक मंदिरों व तीर्थ क्षेत्रों का सुनियोजित विकास के लिए राज्य सरकार मास्टर प्लान बनाए। मोदी ने केंद्र सरकार की तरफ से हर संभव सहायता का आश्वासन दिया। मोदी ने यह भी सुझाव दिया कि चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं को अन्य पौराणिक मंदिरों के महत्व की भी जानकारी दी जाए।
इसके साथ ही अन्य पर्यटन स्थलों के बारे में भी बताया जाए। इससे प्रदेश में निश्चित तौर पर पर्यटन का विकास होगा। निकट भविष्य में इससे स्थानीय लोगों की आजीविका में वृद्धि होगी। धामी ने अफसरों संग इस मुद्दे पर विचार- विमर्श करते हुए प्लान बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि चार धाम यात्रा पर आए बहुत से श्रद्धालुओं को कई बार हेली सेवा के लिए दो तीन दिन प्रतीक्षा करनी होती है।
ऐसी व्यवस्था बनाई जाए कि इस दौरान यात्री आस पास के पर्यटन स्थलों का भ्रमण कर सकें। इससे एक ओर इन यात्रियों के समय का सदुपयोग होगा, वहीं दूसरी ओर उनके द्वारा घूमने के दौरान खर्च किए जाने से स्थानीय निवासियों को रोजगार मिलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री जी को कुमाऊँ के मंदिरों के लिए मानसखण्ड मंदिर माला मिशन के बारे में भी जानकारी दी।