पुलवामा फर्जी आडियो का बदनाम अवि डांडिया,जिस पर कांग्रेस लगा रही दांव
जिसके लिए पुलवामा आतंकी हमला भारतीय षड्यंत्र, उसे कॉन्ग्रेस ने बनाया पार्टी का IOC सोशल मीडिया चीफ: विदेशों में फैलाएगा भारत-विरोधी प्रोपेगेंडा
कॉन्ग्रेस अवि डांडिया
पुलवामा आतंकी हमले पर जिसने फर्जी खबर फैलाई,उस यूट्यूबर अवि डांडिया पर कॉन्ग्रेस खासी मेहरबान है। पार्टी ने उसे ओवरसीज सोशल मीडिया चीफ का पद सौंपा है। यह जानकारी यूट्यूबर डांडिया ने शनिवार (23 सितंबर) को एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट की। उसने लिखा कि उसे इंडियन ओवरसीज कॉन्ग्रेस (आईओसी) का सोशल मीडिया चीफ बनाया गया है।
अवि डांडिया ने लिखा, “मुझे इंडियन ओवरसीज कॉन्ग्रेस (आईओसी) का सोशल मीडिया चीफ नियुक्त करने को राहुल गाँधी, सैम पित्रोदा, वीरेंद्र वशिष्ठ, कॉन्ग्रेस और ओवरसीज कॉन्ग्रेस के सभी लोगों का धन्यवाद। अब खेला होगा… पवन खेड़ा और सुप्रिया श्रीनेत।”
यूट्यूबर डांडिया ने एक अन्य ट्वीट में कहा, “आप सभी का बहुत धन्यवाद। अब खेला होबे।” अवि डांडिया को आम आदमी पार्टी समर्थक व्लॉगर ध्रुव राठी का करीबी माना जाता है। दिल्ली पुलिस ने पुलवामा आतंकी हमले के बारे में फर्जी खबर फैलाने के खिलाफ उस पर केस भी दर्ज किया था।
पुलवामा आतंकी हमले को लेकर अवि डांडिया ने एक फर्जी वीडियो शेयर किया था। उसने यह दावा किया था कि गृह मंत्री राजनाथ सिंह,तब के भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और एक अनजान महिला के बीच वीडियो में बातचीत है। वीडियो में ये तीन लोग पुलवामा आतंकी हमले की ‘साजिश’ पर चर्चा कर रहे थे।
दरअसल इस वीडियो को एडिट कर बनाया गया था। नेताओं के पुराने इंटरव्यू और ऑडियो क्लिप के कुछ हिस्सों को लेकर इसे एडिट किया गया था। इसके बाद दिल्ली पुलिस ने अवि डांडिया के खिलाफ मार्च 2019 में आईपीसी की धारा 465 और 469 में एफआईआर दर्ज की थी लेकिन तब से यह भारत लौटा ही नहीं।
अवि डांडिया के ट्वीट का स्क्रीनग्रैब
अवि डांडिया की मानसिकता को आप ऐसे भी समझ सकते हैं। इस इंसान ने 44 सैनिकों के बलिदान पर राजनीति की थी। इसने पुलवामा आतंकी हमले के कुछ ही दिनों बाद एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोल किया था। कॉन्ग्रेसी चमचों के पोल के आधार पर इसने दावा किया था कि पुलवामा आतंकी हमला एक अंदरूनी साजिश थी।
देश की सेना बलिदान दे तो अवि डांडिया जैसे कॉन्ग्रेसी तिलचट्टे उसे षड्यंत्र बता देते हैं। लेकिन इनके राजनीतिक आका फर्जी का कुली बनने का नाटक करे तो भी ये करेगा वाह-वाह! अवि डांडिया ने गुरुवार (21 सितंबर) को एक ट्वीट में दिल्ली के आनंद विहार रेलवे स्टेशन पर राहुल गाँधी के ‘कुली’ बनने की तारीफ की थी।
अवि डांडिया कौन है और उसकी विश्वसनीयता क्या है?
एक अवि डांडिया हैं जिन्होंने एक बेहद भड़काऊ वीडियो जारी किया है जिसमें अमित शाह और किसी अज्ञात महिला के बीच कथित “फोन कॉल” की “ऑडियो रिकॉर्डिंग” है।
इस वीडियो में यह दिखाया गया है कि अमित शाह ने “प्रतिशोध” भड़काने के लिए उरी और अब पुलवामा में भारतीय सैनिकों को मरवाया, जिससे भाजपा को राजनीतिक लाभ मिलेगा।
अब, जबकि मामले के तथ्यों से यह बिल्कुल स्पष्ट है कि अमित शाह और मोदी 2002 में गुजरात की भयानक घटनाओं (और बाद में असंख्य फर्जी मुठभेड़ों) में पूरी तरह से शामिल थे, यह विचार कि कोई यह दावा करेगा कि अमित शाह भी – एक जो व्यक्ति दुष्ट व्यक्तित्व वाला है वह इतना घृणित कार्य करने में सक्षम है, यह समझ से परे है।
इसलिए मैं अवि डांडिया पर एक खोजी पोस्ट शुरू कर रहा हूं क्योंकि इस आदमी की विश्वसनीयता अब दांव पर है। मेरा मानना है कि इस वीडियो का ऑडियो नकली और नकली है। मैं अवि डांडिया पर विश्वास नहीं करता । लेकिन उनके दावों की भयावहता को देखते हुए, मैं शुरुआती शोध में कुछ मिनट बिताऊंगा।
पाकिस्तान मना रहा है इस ‘स्टिंग’ का जश्न
पोस्ट में यहां एक लेख है । और यह पाकिस्तान के एक अन्य समाचार पोर्टल से है।
पाकिस्तान में रक्षा मंच उत्साहित है https://defence.pk/pdf/threads/avi-dandiya-proves-with-a-proof-recording-that- पुलवामा-वास-अन-इनसाइड-जॉब-मस्ट-देखें.605194 /
और यहाँ: https://www.siasat.pk/forums/threads/avi-dandiya-proves-with-a-proof-recording-that-पुलवामा -वास-an-inside-job-must-see.678281/
इसे तीसरी जंग (जो कुछ भी है) ने भी आगे बढ़ाया है।
मैं बस इतना कह सकता हूं कि अवि डांडिया ने यह वीडियो पोस्ट करके बहुत बड़ा जुआ खेला है। यदि नकली पाया गया (जो कि लगभग निश्चित है) तो उसकी प्रतिष्ठा स्थायी रूप से धूमिल हो जाएगी।
मैं अपने ब्लॉग पर फिर से टिप्पणियाँ खोल रहा हूँ, ताकि जो कोई भी उसके बारे में कुछ जानता हो वह मेरे ब्लॉग पर जानकारी जोड़ सके।
अब, अवि डांडिया पर मेरे प्रारंभिक शोध के लिए:
“डलास स्थित डिजाइनर टीम क्लीन जयपुर (टीसीजे) के संस्थापक, स्क्रीम्सऑफसोल.ऑर्ग के संस्थापक और बी इन ह्यूमैनिटी फाउंडेशन के मुख्य संरक्षक हैं।”
वायुसेना अधिकारी का बेटा
हम उसके बारे में क्या जानते हैं? वह जाहिर तौर पर एक भारतीय वायु सेना अधिकारी का बेटा है और अमेरिका में रहता है।
डलास, अमेरिका में रहता है
ये देखो . और यह .- 3304 कोइट रोड#425, प्लानो, TX 75023
यूएसए फ़ोन नंबर (214) 299-5032
एक आभूषण की दुकान है
उनका ट्विटर हैंडल
सबसे पहले, उनका यह ट्विटर हैंडल https://twitter.com/avidandiya है
यदि वह अपना खाता हटा देता है तो मैं यहां एक स्क्रीनशॉट रख रहा हूं।
उसका फेसबुक पेज
यह उनका फेसबुक पेज है: https://www.facebook.com/AviDandiyaOfficial/
यदि वह अपना खाता हटा देता है तो एक बार फिर स्क्रीनशॉट । कथित तौर पर उनके एफबी पेज से जुड़ी वेबसाइट DEFUNCT: www.mohabaatkedange.org है
उनका यूट्यूब चैनल
वह एक यूट्यूब चैनल चलाते हैं: https://www.youtube.com/channel/UCewpyBol_2ZjWAdU1qcrTPg
उनका इंस्टाग्राम चैनल
https://www.instagram.com/mohabbatkedange/
जयपुर से लिंक
उनका ट्विटर अकाउंट बताता है कि वह “टीम क्लीन जयपुर” के संस्थापक हैं। इससे पता चलता है कि उनका जयपुर से कोई नाता है। यहां किसी अज्ञात मीडिया चैनल पर एवी का एक वीडियो “साक्षात्कार” है। ऐसा प्रतीत होता है कि उनका संयुक्त राज्य अमेरिका में आभूषणों का व्यवसाय है । वह मुख्यतः जयपुर के निवासी हैं।
आम आदमी पार्टी के राजनीतिक समर्थक?
Quora पर इस प्रतिक्रिया से पता चलता है कि वह AAP समर्थक हैं।
ध्रुव राठी से बहस
परिशिष्ट 3 मार्च 2019
एयरफोर्स पायलट का बेटा:
अवि डांडिया के खिलाफ एक धोखाधड़ी की रिपोर्ट जिसे कथित तौर पर बाद में सुलझा लिया गया था।
2023 संजीव सभलोक का ब्लॉग ।
BJP पर फ़र्ज़ी रिकॉर्डिंग से ‘पुलवामा हमले का आरोप’ लगाने की कोशिश: फ़ैक्ट चेक
अमरीका में रहने वाले भारतीय मूल के व्यापारी अवि डांडिया का एक वीडियो सोशल मीडिया पर इस दावे के साथ वायरल हो गया है कि 2019 का लोकसभा चुनाव जीतने के लिए भाजपा ने ही पुलवामा में सीआरपीएफ़ के काफ़िले पर हमला करवाया और ये पार्टी की एक चाल थी.
वायरल वीडियो में अवि डांडिया अपने दावे को मज़बूती देने के लिए एक कथित कॉल रिकॉर्डिंग सुनवाते हैं जिसमें भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह और भारत के गृह मंत्री राजनाथ सिंह को इस बारे में एक अनजान महिला के साथ बात करते हुए सुना जा सकता है.
इस भ्रामक कॉल रिकॉर्डिंग को सुनकर ऐसा लगता है कि पुलवामा हमले का षड्यंत्र भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने ही रची थी. लेकिन अपनी पड़ताल में हमने पाया है कि ये कॉल रिकॉर्डिंग फ़ेक यानी फर्जी है.
1 मार्च को अवि डांडिया ने अपने फ़ेसबुक पेज के ज़रिए लाइव आकर ये ऑडियो लोगों को सुनवाया था.
उन्होंने लिखा था, “सच क्या है, सुनिए अगर विश्वास ना हो और देश की आवाम में दम हो तो पूछे उनसे जिनकी आवाज़ है, जो सेना के नहीं वो आवाम के क्या होंगे.”
अवि डांडिया के फ़ेसबुक पेज पर अब ये लाइव वीडियो उपलब्ध नहीं है, लेकिन इंटरनेट आर्काइव से पता चलता है कि वीडियो हटाए जाने से पहले 23 लाख से ज़्यादा बार ये वीडियो देखा गया है और एक लाख से ज़्यादा लोगों ने इसे फ़ेसबुक पर शेयर भी किया है.
‘डेली कैपिटल’ और ‘सियासत डॉट पीके’ जैसी छोटी पाकिस्तानी वेबसाइट्स ने भी अवि डांडिया के वीडियो को आधार बनाकर भाजपा के ख़िलाफ़ ख़बरें लिखी हैं.
सैकड़ों लोगों ने इस वीडियो को फ़ेसबुक से डाउनलोड किया था।
ऑडियो की हक़ीकत
पेशे से हीरों के व्यापारी अवि डांडिया ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी की बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख़ ख़ान के बारे में टिप्पणियों पर अपनी तीखी प्रतिक्रिया देकर साल 2015 में भी सुर्खियाँ बटोरी थीं.
लेकिन इस बार लाइव वीडियो में जो ऑडियो उन्होंने लोगों को सुनवाया है, वो भारी एडिटिंग के दम पर बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और गृह मंत्री राजनाथ सिंह के बयानों को जोड़-तोड़कर बनाया गया है.
यानी वीडियो में जिस अनजान महिला की आवाज़ सुनाई देती है और लगता है कि वो दोनों नेताओं से सवाल पूछ रही हैं, उसके जवाब में सुनाई दे रही अमित शाह और राजनाथ सिंह की आवाज़ को उनके अलग-अलग साक्षात्कारों से निकाला गया है और उन्हें बेहद भ्रामक संदर्भ दे दिये गए हैं.
मसलन, वायरल ऑडियो के जिस हिस्से में राजनाथ सिंह कहते हैं, “जवानों के सवाल पर हमारी देश बहुत सेंसेटिव है, बहुत संवेदनशील है…”, वो हिस्सा राजनाथ सिंह के पुलवामा हमले से एक हफ़्ते बाद (22 फ़रवरी को) इंडिया टुडे को दिए इंटरव्यू का है.
Rajnath Singh
पुलवामा हमले के बाद इस पहले इंटरव्यू में भारत के गृह मंत्री ने कहा था कि मारे गए जवानों को लेकर राजनीति नहीं होनी चाहिए.
उन्होंने ये बयान “कांग्रेस द्वारा पीएम मोदी के पुलवामा हमले की सूचना मिलने पर भी जिम कॉर्बेट पार्क में घूमते रहने के आरोप” के जवाब में दिया था.
वायरल ऑडियो में राजनाथ सिंह के इसी इंटरव्यू को तीन से चार बार ग़लत तरीक़े से एडिट कर इस्तेमाल किया गया है.
वहीं बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के पिछले साल ज़ी न्यूज़ को दिए इंटरव्यू से भी कुछ हिस्से निकाले गए हैं और उनके बयानों को तोड़-मरोड़ कर इस्तेमाल किया गया है.
Amit Shah
वायरल ऑडियो में जहाँ अमित शाह कहते हैं, “देश की जनता को गुमराह किया जा सकता है. और हम मानते भी है चुनाव के लिए युद्ध करने की ज़रूरत है.”, ये उसी इंटरव्यू के अंश हैं.
लेकिन उनके बयान से कुछ शब्द हटा दिए गए हैं और दो या तीन अलग वाक्यों को जोड़कर एक वाक्य बनाया गया है.
पूरे इंटरव्यू में कहीं भी अमित शाह एक जगह ये नहीं कहते सुने जाते कि “देश की जनता को गुमराह किया जा सकता है और चुनाव के लिए युद्ध की ज़रूरत है”.
हालांकि इस फ़र्ज़ी ऑडियो के कुछ हिस्से ऐसे भी हैं जिनके बारे में ये साफ़ तौर पर नहीं कहा जा सकता कि राजनाथ सिंह और अमित शाह की आवाज़ को कहाँ से लिया गया है.
लेकिन ये स्पष्ट है कि ये किसी कॉल की रिकॉर्डिंग नहीं है जिसमें ये दोनों बीजेपी नेता, ऑडियो में सुनाई दे रहीं महिला से बात कर रहे हों.
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