हरिद्वार में कांग्रेस नेत्री की पुत्रवधू की संदिग्धावस्था में मौत,दो माह पहले हुई थी शादी
कांग्रेस नेत्री पूनम भगत की पुत्रवधु की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत, हंगामा और तोड़फोड़
कांग्रेस की वरिष्ठ नेत्री पूनम भगत की पुत्रवधु की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। दो माह पहले ही कांग्रेस नेत्री के बेटे की शादी हुई थी। नवविवाहिता बेटी की मौत से गुस्साए मायके वालों ने जमकर हंगामा करते हुए घर में तोड़फोड़ कर डाली।
हरिद्वार 23 फरवरी: कांग्रेस की प्रदेश सचिव और हरिद्वार से विधानसभा टिकट की दावेदार पूनम भगत की पुत्रवधु की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। दो माह पहले ही कांग्रेस नेत्री के बेटे की शादी हुई थी। नवविवाहिता बेटी की मौत से गुस्साए मायके वालों ने जमकर हंगामा करते हुए घर में तोड़फोड़ कर डाली। क्रुद्ध युवकों ने कांग्रेस नेत्री के बेटे और नौकर की पिटाई भी की। मायके वालों के गंभीर आरोपों को देखते हुए पुलिस ने कांग्रेस नेत्री के बेटे को हिरासत में लेकर हर एंगल से जांच शुरू कर दी है। तनाव के चलते पीएसी तैनात कर दी गई है।
पुलिस के मुताबिक ज्वालापुर के मौहल्ला देवतान निवासी कांग्रेस नेत्री पूनम भगत के बेटे शुभम उर्फ शिवम की शादी करीब दो माह पहले पड़ोस में ही रहने वाले तीर्थ पुरोहित महेंद्र गौतम की बेटी यशिका से हुई थी। पुलिस को शाम चार बजे सूचना मिली कि यशिका ने कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। ज्वालापुर कोतवाली के एसएसआई सुनील रावत पुलिस टीम के साथ पूनम भगत के घर पहुंचे तब तक मायके वाले यशिका को उठा कर मैक्सअस्पताल ले जा चुके थे जहां उसे मृत लाया घोषित कर दिया गया। मायके वालों का कहना था कि सूचना मिलते ही वे बेटी कि ससुराल पहुंचे तो यशिका बैड पर थी। उसके गले में दुपट्टे का फंदा पड़ा हुआ था। बेटी की मौत की सूचना पर मायके वाले और आसपास के निवासी पूनम भगत के घर पहुंच गए। गुस्साए मायके वाले और पड़ोसियों ने हंगामा करते हुए गमले, खिड़कियां तोड़ डाली। कुछ युवकों ने शुभम को पकड़कर उसकी पिटाई कर दी। बचाव में आए नौकर को भी पीटा। पुलिस ने बमुश्किल हंगामा शांत कराया और शुभम को भीड़ से बचाते हुए हिरासत में ले लिया। संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के बाद हंगामे की सूचना पर पुलिस क्षेत्राधिकारी नगर अभय प्रताप सिंह ने भी मौके पर पहुंचकर जानकारी जुटाई। मायके वालों ने पूनम भगत, शुभम व परिवार के अन्य सदस्यों पर यशिका के उत्पीड़न का आरोप लगाया। पुलिस ने शव को जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया। पुलिस अधीक्षक नगर कमलेश उपाध्याय ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण स्पष्ट हो पाएगा। सावधानी को कानून व्यवस्था बनाए रखने को पीएसी तैनात कर दी गई है। लिखित शिकायत मिलने पर मुकदमा दर्ज कर लिया जाएगा।
मौत से लेकर दावे तक सवाल ही सवाल
यशिका की शादी को अभी दो माह पूरे हुए हैं। आखिर ऐसी क्या वजह है कि यशिका को जान देने पर मजबूर होना पड़ा। बेटे का यह भी दावा है कि वह क्रिकेट मैच खेलने गया हुआ था और जब वह लौटा तो कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था। सवाल यह है कि पुलिस के आने पर शव बेड पर क्यों मिला? यदि उसने दुपट्टे से फांसी लगाई हुई थी तो पुलिस के आने से पहले शव किसने और क्यों उतारा? वहीं,मायके वालों और पुलिस के आने तक कांग्रेस नेत्री पूनम भगत घर पर नहीं थी। कुछ परिचितों ने उनसे संपर्क किया,जिस पर पूनम भगत का कहना था कि वह विधानसभा प्रभारी के तौर पर भगवानपुर क्षेत्र में थी। घर में क्या हुआ है,इस बारे में उन्हें कुछ जानकारी नहीं है। पुलिस कांग्रेस नेत्री के दावे की सच्चाई का भी पता लगा रही है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट से खुलेगा मौत का राज
चूंकि मामला नवविवाहिता की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत से जुड़ा है, उस पर मायके वालों के संगीन आरोप भी हैं। इसलिए पुलिस डॉक्टरों के पैनल से बकायदा कैमरे की नजर में पोस्टमार्टम कराएगी। हालांकि, मायके वालों के मन में कई तरह की शंकाएं बनी हुई हैं। जिलाधिकारी की अनुमति के बाद देर रात पोस्टमार्टम कर दिया गया ।
20 दिन पहले भी हुआ था झगड़ा
मायके वालों और स्थानीय निवासियों ने पुलिस को बताया कि करीब 20 दिन पहले भी शुभम और यशिका के बीच झगड़ा हुआ था। तब यशिका ने मायके वालों से शिकायत भी की थी। लेकिन, उन्होंने बेटी को ही समझा बुझाकर मामला शांत करा दिया था। यशिका ने एलएलबी तक की पढ़ाई की हुई है।
गैंगवार में हुई थी नेत्री के पति की हत्या
कांग्रेस नेत्री पूनम भगत के पति घनश्याम भगत की साल 1992 में गैंगवार के चलते कचहरी में हत्या कर दी गई थी। गिरीश बहुगुणा ने भरी कचहरी में घनश्याम भगत को गोलियों से भून डाला था। हरिद्वार तब उत्तर प्रदेश का हिस्सा था, इसलिए घनश्याम भगत का नाम उस समय पश्चिमी उत्तर प्रदेश के नामचीन बदमाशों के साथ जुड़ता था। पूनम भगत के एक बेटा व एक बेटी है। बेटी की कुछ साल पहले ही शादी हो चुकी है। दो माह पहले बेटे की शादी में बड़ों – बड़ों ने हिस्सा लिया था।