प्रधानमंत्री के उत्तरांखड प्रवास पर कांग्रेस-भाजपा आमने-सामने
प्रधानमंत्री के पिथौरागढ दौरे को लेकर कांग्रेस कर रही अतिथि देवो भव परंपरा का अपमान: चौहान
प्रधानमंत्री का राज्य से लगाव सुखद, नई योजनाओं के उपहार से कांग्रेस को दिक्कत
देहरादून 10 अक्तूबर। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने प्रधानमंत्री मोदी के पिथौरागढ आगमन पर कांग्रेस की आपत्ति को राज्य की अतिथि देवो भव की परंपरा का अपमान बताया है । उन्होंने कहा कि कांग्रेस को प्रधानमंत्री के मणिपुर न जाने की नाराजगी नही, बल्कि मोदी के उत्तराखंड के लगाव से है और इस लगाव के चलते राज्य में हो रहे विकास कार्य है। कांग्रेस नही चाहती इस दौरे से राज्य को विकास की नई परियोजनाएं मिलें।
चौहान ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे पर की गई बयानबाजियों पर कड़ी नाराजगी जताते हुए कहा, कि इनमें यशपाल आर्य को मोदी के दौरे की तैयारियों को लेकर आपत्ति है, जबकि वे लंबे समय तक सत्ता में रहने वाली में पार्टी में है और उन्हें किसी भी प्रधानमंत्री के दौरे को लेकर प्रोटोकॉल और सुरक्षा व्यवस्था की भली भांति जानकारी है । लेकिन मोहब्बत की फर्जी दुकान चलाने वाली कांग्रेस को मोदी और उनके राज्य के विकास के लिए किए जा रहे ऐतिहासिक कार्यों से घृणा है। वह नही चाहते कि प्रधानमंत्री उत्तराखंड आ प्रदेशवासियों को नये उपहार दें ।
उन्होंने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष माहरा पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उन्हे मणिपुर की चिंता है लेकिन राजस्थान,छत्तीसगढ़, बिहार,झारखंड की नही जहां उनकी सरकार के सामने सरेआम महिलाओं पर अत्याचार के नित नए रिकॉर्ड बन रहे हैं । उन्हे इससे भी परेशानी है,क्योंकि वे जानते हैं कि प्रधानमंत्री मोदी के मार्गदर्शन में संचालित केंद्रीय योजनाओं से प्रदेश विकास की नए-नए सोपान तय कर रही है ।लेकिन ये लोग मोदी विरोध में इतना अंधे हो गए हैं कि वे नहीं चाहते कि इस दौरे से होने वाले लाभ राज्यवासियों को मिले ।
चौहान ने कांग्रेस नेताओं की परस्पर विरोधी बयानबाजियों को लेकर व्यंग किया कि एक और इनके प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष मोदी के दौरे पर आपत्ति कर रहे हैं दूसरी ओर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत प्रधानमंत्री से इस दौरे में स्थानीय कैलाश मानसरोवर मार्ग खोलने और जागेश्वर धाम को नई पहचान देने वाली घोषणा की मांग कर रहे हैं । उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी के नेता मोदी के दौरे को लेकर कन्फ्यूज हो सकते हैं, लेकिन जनता कन्फ्यूज नही और उनकी ऐसी कोशिशों का जवाब लोकसभा चुनावों में वह उन्हें देने जा रही है ।
CONGRESS TARGET PM NARENDRA MODI VISIT TO UTTARAKHAND
प्रधानमंत्री दी के दौरे पर विपक्ष ने उठाए सवाल, सरकारी धन के दुरुपयोग का लगाया आरोप
PM Modi Uttarakhand Tour प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उत्तराखंड दौरे को लेकर तैयारियां जोरों पर चल रही हैं. वहीं कांग्रेस प्रधानमंत्री मोदी के उत्तराखंड दौरे पर निशाना साध रही है. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने प्रधानमंत्री मोदी को प्रचार मंत्री कहकर गंभीर आरोप लगाए.
प्रधानमंत्री मोदी के दौरे पर विपक्ष ने उठाए सवाल
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 12 को कुमाऊं दौरे पर आ रहे हैं. प्रधानमंत्री के दौरे को लेकर जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन तैयारियों में जुटा हुआ है.ऐसे में विपक्ष ने प्रधानमंत्री मोदी के दौरे पर सवाल खड़े किए हैं.कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा का कहना है कि प्रधानमंत्री को उत्तराखंड के दौरे के बजाय मणिपुर की दौरे की जरूरत है.उन्होंने प्रधानमंत्री को प्रचार मंत्री कहते हुए कहा कि जिस समय मणिपुर में महिलाओं का अपमान हो रहा था,उस समय प्रधानमंत्री वहां क्यों नहीं गए.
करन माहरा ने लगाए आरोप
इस समय मणिपुर हिंसा से जल रहा है,प्रधानमंत्री को वहां जाने की जरूरत है.उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी उत्तराखंड आ रहे हैं लेकिन उत्तराखंड को फिर से कोई घाव न दें जाए.उन्होंने कहा कि जिस समय वह केदारनाथ आए थे,उस समय केदारनाथ बाबा के गर्भगृह में जाकर फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी कर नियम को तोड़ा गया.वहां से 230 किलो सोना चोरी हो गया,लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस मामले में कुछ भी नहीं बोले.उत्तराखंड के चर्चित अंकित मर्डर केस का प्रधानमंत्री ने आज तक जिक्र तक नहीं किया. ऐसे में प्रधानमंत्री मोदी इस बार आकर उत्तराखंड के लोगों की भावनाओं के साथ खेलने का प्रयास ना करें.
यशपाल आर्य ने सवाल किए खड़े
वहीं प्रधानमंत्री मोदी के दौरे पर नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने भी ने भी सवाल खड़े किए हैं.नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने आरोप लगाया है कि प्रधानमंत्री दौरे पर सरकारी धन और सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग हो रहा है.उन्होंने कहा कि पिछले दिनों आई आपदा से पहाड़ से लेकर मैदान तक किसान परेशान हैं,अभी तक किसानों को मुआवजा तक नहीं मिला है.आपदा से हुई क्षतिग्रस्त सड़कें आज तक ठीक नहीं हो पाई.प्रधानमंत्री को सबसे पहले सीमांत जनपदों के रास्ते को ठीक करने की जरूरत है.सीमांत जनपदों में लोगों को जाने के लिए रास्ता तक नहीं है.पहाड़ों के अधिकतर रास्ते ध्वस्त हो चुके हैं,जिसके चलते आए दिन दुर्घटना और मौतें हो रही हैं,लेकिन सरकार इसकी सुध नहीं ले रही है. प्रधानमंत्री के स्वागत में सरकारी धन और सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग हो रहा है,जो उत्तराखंड के लिए अच्छा संकेत नहीं है.