देसी घी असली है कि नकली, चुटकियों में करें पहचान
बाजार में मिलने वाला Desi Ghee असली है या नकली? मिनटों में इन तरीकों से करें पहचान
शहरों में रहने वाले अधिकतर लोग बाजार से देसी घी खरीदकर लाते हैं ताकि सेहतमंद रहे सकें. लेकिन ये घी तभी फायदा पहुंचाता है जब वो असली हो. ऐसे में हम कुछ ऐसे टिप्स लेकर आए हैं जिससे आप आसानी से पता लगा पाएंगी की बाजार से खरीदा गया घी असली है या नकली.
बाजार में मिलने वाला Desi Ghee असली है या नकली? मिनटों में इन तरीकों से करें पहचान
नई दिल्ली 03 जुलाई: देसी घी (Desi Ghee) के बिना भारतीय भोजन का स्वाद अधूरा ही माना जाता है. पुराने समय से ही देसी घी भारतीय व्यंजनों और आयुर्वेदिक चिकित्सा का प्रमुख स्रोत रहा है. ऐसा कहा जाता है कि दाल-सब्जी में तड़के से लेकर कई रोगों से पीछा छुड़वाना के लिए देसी घी का इस्तेमाल किया जाता है. लेकिन ये तभी संभव है जब घी असली हो. आज हम आपको कुछ ऐसे ही घरेलू टिप्स बताएंगे, जिससे आप मिनटों में पता कर सकेंगी की बाजार से खरीदा गया घी असली है या नकली. आइए जानते हैं इनके बारे में…
उबालने से सामने आएगी सच्चाई
सबसे पहले 4 से 5 चम्मच घी को किसी बर्तन में डालकर अच्छे से उबल लें, और फिर उसे बर्तन में ही लगभग 24 घंटे के लिए छोड़ दें. अगर 24 घंटे के बाद भी घी दानेदार और महक रहा है तो समझ जाइए कि वो घी असली है. लेकिन अगर ये दोनों ही चीजें घी में से गायब हैं तो भूलकर भी उस घी का इस्तेमाल खाने या दवा के तौर पर न करें. ये नकली हो सकता है.
नमक मिलाकर चेक करें घी का रंग
आप देसी घी की शुद्धता जांचने के लिए नमक का इस्तेमाल भी कर सकते हैं. इसके लिए सबसे पहले एक बर्तन में दो चम्मच घी, आधा चम्मच नमक और एक चुटकी हाइड्रोक्लोरिक एसिड मिलाएं और उसे 20 मिनट के लिए अलग रखकर छोड़ दें. 20 मिनट बाद आप घी का रंग चेक करें. अगर घी ने कोई रंग नहीं छोड़ा है तो घी असली है. लेकिन अगर घी लाल या फिर किसी अन्य रंग का दिखाई दे रहा है तो समझ जाएं घी नकली हो सकता है.
पानी करेगा असली घी की पहचान
सबसे पहले आपको एक गिलास में पानी भरकर उसमें एक चम्मच देसी घी घोलना होगा. अगर घी पानी के ऊपर तैरने लगे तो आप समझ सकते हैं, कि घी असली है. अगर घी पानी के नीचे बैठ जाता है तो घी नकली हो सकता है.
(नोट: इस लेख में दी गई सूचनाएं सामान्य जानकारी और मान्यताओं पर आधारित हैं.हम इनकी पुष्टि नहीं करते है)
शुद्ध देसी घी की पहचान कैसे करें?
आजकल बाजार में बिकने वाले अधिकतर खाद्य पदार्थों में मिलावट होने की शंका बनी रहती है। कुछ मुनाफाखोर थोड़े से पैसे के लिए आम जनता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करते हैं। कुछ दुकानदार पैसा कमाने के चक्कर में खाद्य पदार्थों में हानिकारक सामग्री को मिलाकर मुनाफा करने की कोशिश करते हैं। ऐसे मिलावटी सामान को पहचानना बहुत ही ज्यादा मुश्किल काम है। मिलावटी खाद्य पदार्थ का सेवन करने से ना सिर्फ आपके पैसे बर्बाद होते हैं बल्कि मिलावटी खाना खाने की वजह से आपके शरीर को भारी नुकसान पहुंचता है। इसलिए आप कोई खाद्य सामग्री खरीदते हैं तो उसके असली या नकली होने की पहचान जरूर करें।
देसी घी का नाम सुनते ही हमें इसके फायदे और इसके अनेक गुणों की याद आती हैं। सदियों से भारत में दूध-दही और देसी घी के सेवन की रीत चली आई है। ऐसी देसी घी के सेवन से भारत ने पहलवानी जगत में अपना नाम कमाया है। लेकिन वर्तमान स्थिति में शुद्ध देसी घी मिलना बहुत मुश्किल काम हो गया है। कुछ मुनाफा खोर घी में हड्डियों का चूरा, पाम तेल, पशुओं की चर्बी और कुछ अन्य खतरनाक केमिकल मिलाकर बाज़ार में बेच रहे हैं। नकली घी का सेवन करने से आपके शरीर को फायदे की बजाय बहुत ज्यादा नुकसान पहुंचता है। इसलिए आज हम इस लेख में आपको देसी घी की पहचान करने के कुछ घरेलू तरीकों के बारे में जानकारी देंगे। जिन्हें जानकर आप पल भर में यह बता देंगे कि जो भी आपने बाजार में से खरीदा है वह असली है या फिर नकली है। तो आइए जानते हैं ऐसे ही कुछ घरेलू तरीकों के बारे में:-
देसी घी की पहचान करने के कुछ तरीके
1. आप जो भी देसी घी बाजार से खरीद कर लाए हैं उसमें से एक चम्मच देसी घी निकाल ले। उस एक चम्मच घी में आप 4 से 5 बूंदे आयोडीन की टपका दे। जैसे ही आयोडीन की बूंदे देसी घी के ऊपर पड़ेगी उसका रंग नीला होने लग जाएगा। अगर उसका रंग नीला हुआ तो आप समझ जाना इसमें शकरकंदी या आलू को उबालकर मिलावट की गई है। क्योंकि स्टार्स का रंग आयोडीन से मिलते ही नीला हो जाता है।
2. देसी घी की पहचान करने का एक अन्य उपाय हाइड्रोक्लोरिक एसिड (HCL) भी हैं। सबसे पहले आप एक चम्मच देसी घी को लगभग 5 ml हाइड्रोक्लोरिक एसिड (HCL) के साथ अच्छी तरह से मिला दे। अगर हाइड्रोक्लोरिक एसिड मिलाने के बाद देसी घी का रंग बदल कर लाल हो जाए तो आप समझ जाना कि इसमें मिलावट की गई है। अगर घी का रंग बदल कर लाल होता है तो इसमें कोलतार डाई मिलाई गई होगी।
3. अगर आप एक चम्मच देसी घी में आधा चम्मच चीनी और 5 ml हाइड्रोक्लोरिक एसिड (HCL) मिलाकर इसे कुछ देर के लिए रख देते हैं और कुछ समय के बाद अगर घी का रंग बदल कर चटक लाल हो जाए तो आप समझ लेना इसमें डालडा मिलाया गया होगा।
4. इसके अलावा देसी घी को पहचानने के और भी कई तरीके हैं जैसे कि आप 100 ml देसी घी को लेकर उसमें थोड़ी सी मात्रा मे फरफयुरल (Furfural) और 5 ml हाइड्रोक्लोरिक एसिड (HCL) डाल दे और थोड़ी सी मात्रा में अल्कोहल भी मिला दे। अब इस मिश्रण को 10 मिनट के लिए रख दे और कुछ देर बाद अगर इसका रंग बदल कर लाल होने लगता है तो आप समझ जाना इसमें तिल्ली के तेल की मिलावट की गई है।
5. घी में मिलावट जानने के लिए आप इसमें 5 ml डाइलेटेड सल्फ्यूरिक एसिड डालकर इसे रख दे। अगर कुछ देर बाद इसका रंग गुलाबी या केसरी होने लगे तो आप समझ जाना इसमें दूध से बनी अन्य सामग्री या कोलतार डाई की मिलावट की गई है।
6. देसी घी की पहचान करने का सबसे आसान तरीका यह है कि आप थोड़ा सा देसी घी को अपनी हथेली पर लगाकर इसे सुंघे। अगर थोड़ी देर बाद देसी घी की खुशबू आनी बंद हो जाती है तो आप समझ जाना कि इसमें मिलावट की गई है। क्योंकि देसी घी कभी भी अपनी महक में बदलाव नहीं करता।