राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने किया राष्ट्रपति निकेतन, तपोवन का उद्घाटन, उद्यान की रखी आधारशिला
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने किया राष्ट्रपति निकेतन और तपोवन का उद्घाटन, उद्यान की रखी आधारशिला
Draupadi Murmu inaugurated Rashtrapati Niketan in Dehradun met visually impaired children on her birthday
देहरादून 20 जून 2025 । राष्ट्रपति मुर्मू ने उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह सिंह और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की उपस्थिति में प्रेसिडेंशियल रिट्रीट का उद्घाटन किया। राष्ट्रपति निकेतन 1 जुलाई से सामान्य जन के लिए खुल जाएगा।

राष्ट्रपति निकेतन में द्रोपदी मुर्मू के साथ मुख्यमंत्री धामी और राज्यपाल
राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू उत्तराखंड के तीन दिवसीय दौरे पर हैं। शुक्रवार को उन्होंने राजधानी में राष्ट्रपति निकेतन और राष्ट्रपति तपोवन का उद्घाटन किया।
शुक्रवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति तपोवन और राष्ट्रपति निकेतन के उद्घाटन समारोह में भाग लिया। उन्होंने आगंतुक सुविधा केंद्र, कैफेटेरिया और स्मारिका शॉप सहित सार्वजनिक सुविधाओं का उद्घाटन किया और राष्ट्रपति निकेतन में राष्ट्रपति उद्यान की आधारशिला रखी।
राष्ट्रपति निकेतन में द्रोपदी मुर्मू के साथ मुख्यमंत्री धामी और राज्यपाल
उन्होंने राष्ट्रपति निकेतन, तपोवन व उद्यान की जैव विविधता पर आधारित पुस्तक का विमोचन किया। इस पुस्तक में तीनों की 300 से अधिक वनस्पतियों और 170 से अधिक जीवों की प्रजातियों का विवरण है, जिनमें तितलियां, पक्षी और स्तनधारी शामिल हैं।
Draupadi Murmu inaugurated Rashtrapati Niketan in Dehradun met visually impaired children on her birthday
राष्ट्रपति निकेतन में द्रोपदी मुर्मू के साथ मुख्यमंत्री धामी और राज्यपाल
राष्ट्रपति तपोवन : हिमालय की तलहटी के 19 एकड़ में विस्तारित राष्ट्रपति भू-सम्पदा का एक हिस्सा है। यहां देशी वनस्पतियों से समृद्ध एक घने जंगल, तपोवन में 117 पौधों की प्रजातियां, 52 तितलियां, 41 पक्षी प्रजातियां और सात जंगली स्तनधारी हैं, जिनमें कुछ संरक्षित प्रजातियां भी शामिल हैं। इस क्षेत्र में प्राकृतिक बांस के बाग और एकांत वनस्थली है। यह आमजन के लिए 24 जून को खोल दिया जाएगा।
Draupadi Murmu inaugurated Rashtrapati Niketan in Dehradun met visually impaired children on her birthday
राष्ट्रपति निकेतन में द्रोपदी मुर्मू के साथ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) गुरमीत सिंह
राष्ट्रपति निकेतन : राष्ट्रपति निकेतन की स्थापना 1976 में राष्ट्रपति निवास के रूप में की गई थी। इसकी समृद्ध विरासत 1838 से चली आ रही है, जब यह एस्टेट गवर्नर जनरल के अंगरक्षक के लिए ग्रीष्मकालीन शिविर के रूप में कार्य करता था। यह 21 एकड़ में फैला हुआ है और इसमें लिली तालाब, ऐतिहासिक इमारतें, बाग और अस्तबल शामिल हैं। आमजन के लिए यह एक जुलाई से खुलेगा।
राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू
राष्ट्रपति उद्यान : 132 एकड़ में फैला राष्ट्रपति उद्यान, सार्वजनिक पार्क, सुगमता और पारिस्थितिकी उत्तरदायित्व का एक मॉडल होने के साथ-साथ दिव्यांगजनों के लिए सार्वजनिक उद्यान के रूप में पूरी तरह से सुलभ होगा। इसका उद्देश्य नागरिकों के बीच स्वास्थ्य, संस्कृति और नागरिक गौरव को बढ़ावा देने के लिए सामुदायिक सहभागिता केंद्र बनना है। अगले वर्ष इसे आमजन के लिए खोला जाएगा।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू हुईं भावुक
इसके बाद वह राष्ट्रीय दृष्टि दिव्यांगजन सशक्तीकरण संस्थान (एनआईईपीवीडी) पहुंचीं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू अपने जन्मदिन पर दृष्टिबाधित बच्चों की सुरीली प्रस्तुति देखकर भावुक हो गईं। बच्चों ने जब गाया कि तुम जियो हजारों साल.. हैप्पी बर्थ डे टू यू तो यह सुनकर उनके आंसू छलक पड़े।
शुक्रवार को एनआईईपीवीडी पहुंचीं। यहां मॉडल स्कूल विज्ञान प्रयोगशाला और कंप्यूटर प्रयोगशाला के साथ-साथ एक प्रदर्शनी का भी दौरा किया। इस दौरान कार्यक्रम में दृष्टिबाधित बच्चों ने गीत सुनाया तो राष्ट्रपति भावुक हो गईं।

President Droupadi Murmu celebrated her birthday with visually impaired children in Dehradun become Emotional
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू हुईं भावुक
देहरादून के राष्ट्रीय दृष्टि दिव्यांगजन सशक्तीकरण संस्थान (एनआईईपीवीडी) पहुंचीं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू अपने जन्मदिन पर दृष्टिबाधित बच्चों की सुरीली प्रस्तुति देखकर भावुक हो गईं। बच्चों ने जब गाया कि तुम जियो हजारों साल.. हैप्पी बर्थ डे टू यू तो यह सुनकर उनके आंसू छलक पड़े।
राष्ट्रपति शुक्रवार को एनआईईपीवीडी पहुंचीं। यहां मॉडल स्कूल विज्ञान प्रयोगशाला और कंप्यूटर प्रयोगशाला के साथ-साथ एक प्रदर्शनी का भी दौरा किया। इस दौरान आयोजित कार्यक्रम में दृष्टिबाधित बच्चों ने तारे जमीं पर गीत सुनाया तो राष्ट्रपति भावुक हो गईं। जैसे ही बच्चों ने राष्ट्रपति को जन्मदिन की बधाई देते हुए ..तुम जियो हजारों साल गीत की प्रस्तुति दी, तो वे खुद को रोक नहीं पाईं।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू हुईं भावुक
मंच पर ही उनके आंसू छलक पड़े। उन्हें भावुक देख पीछे खड़े सुरक्षा कर्मियों ने उन्हें रूमाल दिया। दिव्यांग बच्चों का कार्यक्रम देखकर न सिर्फ राष्ट्रपति, बल्कि मंच पर मौजूद मुख्यमंत्री धामी, केंद्रीय मंत्री वीरेंद्र कुमार और राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेवानिवृत्त) भी भावुक हो गए।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू हुईं भावुक
राष्ट्रपति ने इन दृष्टिबाधित बच्चों को चश्मा लगाकर सम्मानित किया। राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा, वह इन बच्चों की प्रतिभा से बेहद प्रभावित हैं। हम जिस तरह से दिव्यांगजनों के लिए काम कर रहे हैं, इसका जीता जागता उदाहरण देहरादून में देखने को मिलता है।
दृष्टिबाधित बच्चों के साथ राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू
मैं अपने जन्मदिन के मौके पर यहां पर आकर बेहद खुश हूं। जब मैं बच्चों को गाते हुए देख रही थी, तो मेरे आंखों से आंसू नहीं रुक रहे थे। यह बच्चे गले से नहीं हृदय से गा रहे थे। मुझे लगता है कि सरस्वती उनके गले में बैठी हैं।
दृष्टिबाधित बच्चों के साथ राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने एनआईपीवीडी में कार्यक्रम के दौरान कहा कि किसी देश या समाज की प्रगति का आकलन इस बात से लगाया जा सकता है कि उस समाज में लोग दिव्यांगजनों के साथ कैसा व्यवहार करते हैं। भारत का इतिहास संवेदनशीलता और समावेशिता के प्रेरक प्रसंगों से भरा पड़ा है।
दृष्टिबाधित बच्चों के साथ राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू
हमारी संस्कृति और सभ्यता में मानवीय करुणा और प्रेम के भाव हमेशा से शामिल रहे हैं। राष्ट्रपति ने कहा कि आज का युग विज्ञान और प्रौद्योगिकी का युग है। उन्नत प्रौद्योगिकी की सहायता से दिव्यांगजन भी मुख्यधारा में अपना योगदान दे सकते हैं। कहा कि समाज को जीवन के हर क्षेत्र में दिव्यांगजनों को प्रोत्साहित करने के लिए प्रयास करने चाहिए।

