हल्द्वानी:रोजगार तलाशने पहुंचे प्रकाश को भून दिया दंगाईयों ने,अजयICUमें
रोजी रोटी की तलाश में हिंसा वाले दिन हल्द्वानी पहुंचा था प्रकाश, गोलियों से छलनी मिला शव
हल्द्वानी 11 फरवरी 2024 । हल्द्वानी हिंसा में अब तक पांच लोगों की मौत की पुष्टि की गई है. इन पांच लोगों में एक नाम प्रकाश कुमार का है. प्रकाश हल्द्वानी काम की तलाश में आया था. 8 फरवरी को ही हल्द्वानी पहुंचा था।
हल्द्वानी हिंसा में बिहार के भोजपुर के एक युवक की गोली लगने से मौत हो गई है. मृतक की पहचान बड़हरा प्रखंड के छीनेगांव निवासी प्रकाश कुमार सिंह पुत्र श्याम किशोर सिन्हा के रूप में हुई है. प्रकाश सिंह रोजगार की तलाश में बिहार से हल्द्वानी पहुंचा था. उपद्रवियों ने दो दिन बाद ही उसे मार डाला.
हिंसा की चपेट में आया प्रकाश
दरअसल, हल्द्वानी हिंसा में अब तक पांच लोगों की मौत की पुष्टि की गई है. इन पांच लोगों में एक नाम प्रकाश कुमार का है. प्रकाश हल्द्वानी काम की तलाश में आया था. 8 फरवरी को ही हल्द्वानी पहुंचा था. हल्द्वानी में हिंसा भड़की तो प्रकाश हिंसा का शिकार हो गए, फिलहाल प्रकाश का शव मिलने के बाद पोस्टमार्टम किया जा रहा है.
हल्द्वानी पुलिस ने दी जानकारी
घटना की सूचना मिलते ही उनके परिवार जन और दोस्त हल्द्वानी पहुंच गए हैं. प्रकाश के दोस्त नीरज ने बताया कि कल दो के आसपास उनको हल्द्वानी कोतवाली से फोन गया कि प्रकाश का शव हल्द्वानी में मिला है.
रोजगार की तलाश में आया था हल्द्वानी
नीरज ने बताया कि प्रकाश रोजगार की तलाश में बिहार से हल्द्वानी आया था. उन्होंने कहा कि प्रकाश को तीन गोलियां लगी हैं, प्रकाश के परिवार की हालत बहुत खराब है जिसके चलते रोजगार की तलाश में प्रकाश हल्द्वानी आ गया था. परिवार जन प्रकाश का शव बिहार लेकर जाएंगे.
सरकार से मदद की गुहार
वहीं, प्रकाश की बहन मधु सिंह ने बताया कि उसकी शुक्रवार को पूरे दिन परिवार से बात नहीं हुई थी. उसका मोबाइल बंद बता रहा था. इसके बाद शुक्रवार को दोपहर में मोबाइल ऑन हुआ, तो घर से फोन किया गया. तब उसका फोन किसी पुलिस वाले ने उठाया और इस घटना की सूचना दी.
एक्सीडेंट होने की सूचना दी गई
बहन ने बताया कि उनको सूचना मिली कि प्रकाश का एक्सीडेंट हो गया है, जल्दी आ जाओ. जिसके बाद प्रकाश के जीजा पिंटू दिल्ली से हल्द्वानी पहुंचे. वहां से उन्होंने बताया कि प्रकाश को गोली लगी है और उसकी मौत हो गई है. मधु सिंह ने सरकार से मांग की है कि उनके घर में कमाने वाला एक भाई था सरकार परिवार के भरण पोषण के लिए मुआवजा दे.
जेब से मंगलसूत्र और 50 रुपये कैश मिले
बताया गया कि प्रकाश ने बीए तक पढ़ाई की है. इसके बाद वह मजदूरी करने हल्द्वानी आया था. प्रकाश की जेब से पुलिस को मंगल सूत्र, रुद्राक्ष, हाथ का कड़ा समेत 50 रुपये कैश मिले हैं. पुलिस ने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा.
इनकी हुई मौत
हल्द्वानी हिंसा में पांच लोगों की मौत की पुष्टि हुई है. इसमें 26 वर्षीय फईम पुत्र मोहम्मद नासिर निवासी गांधी नगर, 20 वर्षीय शहनवाज पुत्र शफीक अहमद निवासी आजाद नगर, 16 वर्षीय अनस पुत्र जाहिद निवासी गफूर बस्ती, 45 वर्षीय जाहिद पुत्र नूर मोहम्मद निवासी गफूर बस्ती और 23 वर्षीय प्रकाश सिंह पुत्र श्याम किशोर निवासी भोजपुर बिहार शामिल हैं.
हल्द्वानी में कूड़ा बीनता है अजय, दंगाइयों ने मार दी गोली: बिलखती माँ पूछ रही, क्या गलती थी उसकी?
घायल अजय की हालत गंभीर (फोटो साभार : X)
हल्द्वानी में दंगाइयों के निशाने पर हर वो इंसान था, जो मुस्लिम नहीं था। इसी क्रम में दंगाइयों ने मासूम अजय को भी गोली मार दी, जो कूड़ा बीनता था और उससे मिले पैसों से अपने घर को चलाने में माँ की मदद करता था। उसकी माँ रोते हुए सभी से सवाल पूछ रही है कि उसके बेटे को क्यों मारा? उसकी गलती क्या थी?
निष्पक्ष प्रतिदिन नाम के एक्स हैंडल पर अजय की माँ का वीडियो पोस्ट किया गया। इस वीडियो में वो पूछ रही हैं कि आखिर उनके बेटे की गलती क्या है? जो उसे गोली मार दी? इस वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “मेरे बेटे को दंगाइयों ने गोली मार दी। मेरे बेटे की कोई गलती नहीं थी। वो जिंदगी और मौत की लड़ाई लड़ रहा है।” हल्द्वानी हिंसा में घायल अजय की माँ।”
जतिंदर पाल खन्ना नाम के एक्स हैंडल पर बताया गया है कि अजय दवा लेने जा रहा था, जब उसे गोली मारी गई। अजय की तस्वीर पोस्ट करते हुए लिखा, “आखिर अजय की क्या गलती थी कि दंगाइयों ने इसपर गोली चला दी? मेडिकल से दवाई लेकर आते वक्त दंगाइयों ने मारी गोली। गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती।”
मां की दवा लेने गए अजय के प्राइवेट पार्ट पर कट्टरपंथियों ने मारी गोली, परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल
बनभूलपुरा क्षेत्र में कट्टरपंथी दंगाइयों ने जो उपद्रव किया वह कोई अप्रत्याशित घटना नहीं थी। दंगाइयों ने इसकी बहुत पहले से तैयारी की हुई थी, जब से यहां की ढोलक बस्ती, गफूर बस्ती, नई बस्ती में रेलवे, वन विभाग और राजस्व की जमीनों पर अतिक्रमण किए जाने का मामला सुर्खियो में आया है तब से ये आशंका जाहिर की जा रही थी कि एक न एक दिन ऐसा होगा।
जिस दिन कट्टरपंथियों ने उत्पात मचाया तो उनका शिकार के गरीब वंचित समाज का युवक अजय जो अपनी बीमार मां के लिए दवा लेने निकला था। उसे दंगाइयों ने गोली मार दी। जिससे वह गंभीर घायल होकर गिर पड़ा। गोली लगने की सूचना मिलने पर अजय का छोटा भाई अभिषक मौके पर पहुंचा तो अपने भाई को लहूलुहान देखकर घबरा गया और मदद की गुहार लगाने लगा लेकिन कट्टरपंथियों की तरफ से उसे कोई मदद नहीं मिली। जैसे तैसे वो अपने भाई को लेकर नजदीकी अस्पताल पहुंचा जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई थी। बरहाल मनोज को एम्स के लिए रेफर कर दिया गया है। जहां वह मौत से जिंदगी की लड़ाई लड़ रहा है।
बता दें कि अजय की उम्र केवल 22 वर्ष है वह अपने परिवार में सबसे बड़ा है। उसके पिता भूपत का निधन पहले ही हो चूका है। परिवार का गुजरा काबड़ बीनकर और ढोल बजकर चलता है। ऐसे में अजय के गोली लगने के बाद परिवार पर बड़ा संकट आन पड़ा है।
अस्पताल में भगवान से आस लगाए बैंठी अजय की मां रो-रो कर यहीं बोल रहे हैं कि आखिर उसके बेटे का क्या दोष था जो दंगाइयों ने उसे गोली मार दी। उन्होंने बताया कि वह फेंफडों से सम्बंधित बीमारी से पीड़ित हैं। उस दिन उनकी तबियत खराब हो गई। इसी वजह से अजय उनकी दवाई लेने बाहर गया हुआ था। लेकिन दवा आने से पहले उसके गोली लगने की खबर घर आ गई। उन्होंने सीएम धामी से गुहार लगाते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने की भी मांग की है।
अजय के भाई अभिषेक ने रोते हुए बताया कि उसका भाई बहुत साधारण व्यवहार वाला है। उसकी किसी से कोई दुश्मनी भी नहीं है। फिर भी पता नहीं क्यों उन लोगों ने (मुस्लिम दंगाइयों) मेरे भाई को गोली मार दी। हमने कभी नहीं सोचा था कभी ऐसा मंजर देखने को मिलेगा। अभिषेक ने भी दोषियों पर कार्रवाई की मांग करते हुए उसके परिवार की आर्थिक मदद की गुहार सरकार से लगाई है।
अजय की हालत को लेकर जब डॉक्टर से बात की गई तो उन्होंने बताया कि उन्होंने बताया कि गोली अजय के प्राइवेट पार्ट के पास लगी है और जो उसके शरीर के पार निकल गई है। उनके शरीर में पेशाब की थैली फट गई थी और किडनी से जो पाइप आता है वो भी फट गया था। खोल कर उसे रिपेयर किया गया है। उन्होंने बताया कि अंदर ब्लीडिंग भी बहुत ज़्यादा थी, जिसे रोका गया है। आँतों के पास सूजन थी, वहाँ इकट्ठे खून को भी निकाला गया। अजय का खून बह जाने से भी स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। फिलहाल अजय होश में नहीं है, वह ICU में एडमिट है।
वहीं अगर हल्द्वानी के मौजूदा हालातों की बात करें तो हल्द्वानी में कर्फ्यू लगा है, बनभूलपुरा क्षेत्र को हाईअलर्ट मोड़ पर रखा गया है। पुलिस द्वारा दंगाइयों को चिन्हित कर उनकी धरपकड़ की जा रही है। पुलिस फोर्स केंद्रीय बालों के साथ मिलकर फ्लैग मार्च कर रही है और आरोपियों की तलाश में सर्च ऑपरेशन चल रहा है।
हल्द्वानी में इस्लामी कट्टरपंथियों का कहर
बता दें कि हल्द्वानी के बनभूलपुरा थाना इलाके के ‘मालिक का बगीचा’ में गुरुवार (08 फरवरी 2024) को अतिक्रमण विरोधी अभियान चला रही नगर निगम और पुलिसकर्मियों पर पथराव हुआ। इसके बाद टीम पर पेट्रोल बम से हमला किया गया, तो इस्लामिक कट्टरपंथियों की भीड़ ने थाने को घेरकर गाड़ियों को आग लगा दी और थाने को भी क्षतिग्रस्त कर दिया। इस दौरान हिंसा में 6 लोगों की मौत भी हो गई है, वहीं, तीन सौ से अधिक लोग घायल हो गए हैं। घायलों में प्रशासनिक अधिकारियों के अलावा 200 से अधिक पुलिसकर्मी भी शामिल हैं।