परस्त्रीगमन और दौलत बनी श्यामलाल गुरुजी की बेमौत की कारण,80 वर्ष आयु में चाहते थे पुत्र

Shyamlal Guruji murder case: accused couple first ate food at Kumbh and then tasted langar in Amritsar
श्यामलाल गुरुजी हत्याकांड: आरोपित दंपति ने पहले कुंभ में खाया भंडारा फिर अमृतसर में चखा लंगर

हत्यारोपी महिला से ₹20 लाख में बेटा चाहता था रिटायर्ड प्रिंसिपल, MBBS स्टूडेंट पति ने मर्डर कर लाश के चार टुकड़े किए – SHYAM LAL MURDER CASE
देहरादून श्यामलाल हत्याकांड के बारे में पुलिस ने चौकाने वाले खुलासे किए. जानिए कैसे बेटे की चाह बनी मौत
रिटायर्ड प्रिंसिपल श्यामलाल की हत्या के आरोपित गिरफ्तार. (Dehradun Police)

देहरादून एक मार्च2025: राजधानी देहरादून की पुलिस ने बीते दिन रिटायर्ड प्रिंसिपल श्यामलाल की हत्या का खुलासा किया था. इस हत्याकांड में पुलिस ने मुख्य आरोपित महिला और उसके पति (MBBS स्टूडेंट) पकडे थे. वहीं, महिला ने पुलिस पूछताछ कई चौंकाने वाली बातें बताई है, जिन्हें सुनकर पुलिस भी हैरान रह गई.

एक लाख रुपए महीने तक मिलते थे: पुलिस पूछताछ में गीता ने बताया कि उसके श्यामलाल से पिछले 12 सालों से अवैध संबंध थे. इसके लिए श्यामलाल, गीता को हर महीने करीब 50 हजार से एक लाख रुपए तक देता था. श्यामलाल एक संस्था चलाता था, वहीं गीता से उसकी मुलाकात हुई थी.

20 साल पहले हो चुकी श्यामलाल की पत्नी की मौत: पुलिस के अनुसार, श्यामलाल की पत्नी की मौत 20 साल पहले हो चुकी है. श्यामलाल की दो बेटियां है, जिसमें से एक की शादी हो चुकी है. ऐसे में श्यामलाल अपना वंश चलाने के लिए गीता से औरस बेटा  पैदा करने का दबाव बना रहे थे. गीता पहले ब्यूटी पार्लर चलाती थी, पहली शादी से गीता को बेटी हुई तो उसने काम बंद कर दिया.  गीता की आर्थिक जरूरत श्यामलाल पूरी करता था. श्यामलाल की वजह से गीता अपने पहले पति से अगल हुई थी.

गीता ने हिमांशु से की दूसरी शादी    :  पुलिस के अनुसार, सात महीने पहले ही गीता की मुलाकात हिमांशु चौधरी से हुई. हिमांशु चौधरी देहरादून में एमबीबीएस का छात्र था. दोनों करीब आए और शादी कर ली. हिमांशु से शादी बाद गीता का श्यामलाल से मिलना जुलना बंद हो गया, जिससे श्यामलाल परेशान था.

श्यामलाल ने गीता को दिया था बेटा पैदा करने के बदले 20 लाख का ऑफर: पुलिस ने बताया कि श्यामलाल लगातार गीता पर मिलने का दबाव डाल  गीता को बेटा देने के बदले 20 लाख रुपए देने का लालच दे रहा था. इससे गीता और हिमांशु को श्यामलाल के पास अथाह दौलत का अनुमान लग गया. उन्होने अश्लील वीडियो बनाकर श्यामलाल से मोटी रकम ऐंठने की योजना बनाई लेकिन वीडियो बनाते समय श्यामलाल को कमरे में हिमांशु की मौजूदगी का पता चल गया और वे इसे लेकर गुस्से में चिल्लाने  लगे. उनके शोर से घबराकर हिमांशु और गीता ने श्यामलाल का गला घोंट दिया.

गीता पांच महीने की गर्भवती: जानकारी के अनुसार गीता वर्तमान में करीब पांच महीने की गर्भवती है. उसके गर्भ में पल रही संतान को लेकर पुलिस चिकित्सीय जांच कराने की तैयारी कर रही है. पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि गीता अब तक श्यामलाल से 10 लाख रुपए से अधिक की धनराशि ले चुकी थी. मृतक के नाम पर देहरादून में करोड़ों की जमीन भी है.

हत्या के बाद दंपति ने प्रयागराज कुंभ ने किया स्नान: श्यामलाल की हत्या के बाद गीता और हिमांशु पुलिस से बचने के लिए अलग-अलग शहरों में छिप रहे थे. दंपति के पास ज्यादा पैसे भी नहीं थे, इसलिए उन्होंने छिपने के लिए ऐसी जगह चुनी जहां कम पैसा लगे और खाना भी आराम से मिल जाए. इसलिए दंपति पहले जयपुर गए, जहां वो एक धर्मशाला में रुके और मंदिरों में खाना खाया.

पुलिस के अनुसार, जयपुर के बाद दोनों प्रयागराज कुंभ क्षेत्र में गए, जहां उन्होंने कुंभ में स्नान किया और भंडारों में खाना खाया. जब कुंभ संपन्न हो गया तो एक रात वहां रुकने के बाद वो दोबारा दिल्ली पहुंचे. दिल्ली से कुरुक्षेत्र होते हुए दोनों अमृतसर पहुंच गए. रुपये न होने के चलते 200 रुपये में किराए का कमरा लेकर रहने लगे और स्वर्ण मंदिर में लंगर चखा. लेकिन, अगले ही दिन पुलिस पहुंच गई और दंपति को गिरफ्तार कर लिया.

एक नजर में समझिए पूरा मामला :   दरअसल, 7 फरवरी 2025 को श्यामलाल की बेटी ने पुलिस को तहरीर देकर अपने पिता की गुमशुदगी दर्ज कराई थी. श्यामलाल की बेटी ने पुलिस को बताया था कि उसके पिता दो फरवरी से लापता हैं. पहले भी वो कई-कई दिन घर से बिना बताए चले जाते थे, लेकिन इस बार वो वापस नहीं लौटे और किसी रिश्तेदारी में भी नहीं गए.

पुलिस ने मामले की जांच की तो पता चला कि श्यामलाल का गीता नाम की महिला से संपर्क किया था. जिस दिन वो गायब हुए थे, तब भी वो सीसीटीवी फुटेज में गीता के घर जाते ही दिखे थे, लेकिन वहां से वापस नहीं आए. पुलिस की जांच आगे बढ़ी तो पता चला कि गीता और उसका पति हिमांशु भी श्यामलाल के लापता होने के बाद से गायब है. दोनों का फोन भी बंद आ रहा था.

पुलिस ने गीता से फोन नंबर की सीडीआर (कॉल डिटेल रिकॉर्ड) निकाली तो अजय कुमार का नंबर सामने आया, जो सहारनपुर जिले के देवबंद में रहता है. पुलिस ने अजय कुमार को हिरासत में लेकर पूछताछ कि तो पता चला कि वो गीता का भाई है और उसी ने अपने बहनोई धनराज के साथ मिलकर श्यामलाल का शव ठिकाने लगाया था. पुलिस को श्यामलाल की लाश सहारनपुर जिले में नहर से मिली थी.

जानिए क्यों की हत्या: पुलिस ने जब गीता और हिमांशु को अमृतसर से गिरफ्तार किया था तो उन्होंने पूरा सच बताया. पुलिस के अनुसार गीता और हिमांशु का प्लान श्यामलाल का अश्लील वीडियो बनाकर उससे मोटा पैसा ऐंठने का था. इसी के लिए दो फरवरी को गीता ने श्यामलाल को फोन कर अपने दूसरे किराए के कमरे पर बुलाया, जहां हिमांशु पहले से मौजूद था. हिमांशु छिपकर श्यामलाल की अश्लील वीडियो बनाना चाहता था, लेकिन उससे पहले श्यामलाल को इसकी भनक लग गई, और वो चिल्लाने लगा.

इसके बाद गीता और हिमांशु ने पहले तो श्यामलाल को बांध दिया और उसे चुप कराने की कोशिश की, लेकिन जब वो नहीं माना तो उसकी गला घोंटकर हत्या कर दी. हत्या के बाद दो दिन बाद हिमांशु ने श्यामलाल की लाश के चार टुकड़े किए. गीता ने अपने भाई अजय कुमार और जीजा धनराज की मदद से शव को ठिकाने लगाया.

श्यामलाल गुरुजी के हत्यारोपित गीता और उसके पति हिमांशु चौधरी को पुलिस ने अमृतसर से गिरफ्तार कर लिया। गीता के श्यामलाल से संबंध थे। इन्हीं के चलते वह अश्लील वीडियो बनाकर उन्हें ब्लैकमेल कर पैसे मांग रही थी। बुजुर्ग श्यामलाल को जब इसकी भनक लगी तो वह चिल्लाने लगे। इसके बाद दोनों ने उनकी गला दबाकर हत्या कर दी। आरोपियों ने शव को अगले दिन कई हिस्सों में काटकर प्लास्टिक के बोरे में रख दिया। वहां से रिश्तेदारों के माध्यम से उसे नहर में फेंककर ठिकाने लगा दिया।
श्यामलाल गुरुजी हत्याकांड में आरोपित दंपति के पास रहने और खाने के लिए ज्यादा रुपये नहीं थे। ऐसे में उन्होंने छिपने के लिए ऐसी जगह चुनी जहां पर उनके कम से कम रुपये लगें। दोनों ने पहले कुंभ क्षेत्र में पनाह ली और भंडारों में खाना खाया। जब कुंभ समाप्त हो गया तो वह अमृतसर पहुंच गए। यहां सराय में ठिकाना बनाया और स्वर्ण मंदिर में लंगर चखा। लेकिन, अगले ही दिन पुलिस पहुंच गई और दोनों को गिरफ्तार कर लिया।

दरअसल, रुपयों की कमी के चलते ही दोनों ने श्यामलाल को ब्लैकमेल करने का षड्यंत्र रचा था। ऐसे में जब उनकी हत्या कर दी तो छिपने के लिए ठिकाने तलाशने लगे। दोनों आरोपी चार फरवरी को देहरादून से निकले और जयपुर पहुंचे। यहां एक धर्मशाला में पनाह ली और आसपास के मंदिरों में खाना खाकर दिन गुजारे। दोनों को पता चला कि महाकुंभ में करोड़ों की भीड़ है तो पकड़े नहीं जाएंगे। गत 10 फरवरी को दोनों महाकुंभ क्षेत्र पहुंच गए।

महाकुंभ में दोनों के न के बराबर रुपये खर्च हुए
यहां दोनों निशुल्क पंडालों में ठहरे और नित चलने वाले भंडारों में खाना खाया। महाकुंभ में दोनों के न के बराबर रुपये खर्च हुए। इसके बाद गत 25 फरवरी को महाकुंभ से निकलकर अमृतसर पहुंच गए। यहां एक सराय में 200 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से कमरा लिया और स्वर्ण मंदिर में भंडारा चखने लगे। यहां सिर्फ एक ही दिन ठहरे थे कि पुलिस पहुंच गई।

बेटी को छोड़ दिया नानी के पास

आरोपी गीता की बेटी उसके साथ रहती थी। ऐसे में जब दोनों देहरादून से भागे तो इससे पहले ही अपनी बेटी को देवबंद मायके में छोड़ दिया। पकड़े जाने के बाद गीता तमाम तरह के बहाने बना पुलिस को टाल रही थी, लेकिन एकाएक हिमांशु चौधरी पुलिस के सामने टूट गया और अब तक की सारी कहानी उगल दी।

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