फैक्ट चैक: इस पिटाई वाले वीडियो में हिंदू-मुस्लिम ऐंगल नहीं है
फेक न्यूज एक्सपोज:मुस्लिम लड़की के साथ दिखा हिंदू लड़का तो लड़की के घर वालों ने दोनों को बेरहमी से पीटा? जानिए वायरल वीडियो का सच
क्या हो रहा है वायरल: सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो में लड़की और लड़के को एक शख्स और महिला डंडे से बेरहमी से पीटते हुए दिख रहे हैं। इस दौरान उनके आसपास कई लोग भी खड़े दिख रहे हैं।
दावा किया जा रहा है कि मुस्लिम लड़की के साथ दिखे हिंदू लड़कों को लड़की के परिवार वालों ने पीटा। ये वीडियो सांप्रदायिक एंगल के साथ सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
और सच क्या है?
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो की पड़ताल के दौरान हमें इससे जुड़ा एक वीडियो पोस्ट शामली पुलिस के सोशल मीडिया अकाउंट पर मिला।
यह वीडियो शामली का बताया जा रहा है इस वीडियो में एक युवक महिला को बेतहाशा पीट रहा है….सैकड़ों लोग तमाशबीन बने खड़े हैं ।@Uppolice @dgpup pic.twitter.com/q4YAv0tBko
— Arvind Chaturvedi (@AChaturvediUp) August 4, 2021
थाना कैराना क्षेत्रान्तर्गत युवक द्वारा युवती से मारपीट करते हुए सोशल मीडिया पर वारयल वीडियो के संबंध में पुलिस अधीक्षक शामली की बाईट ।👇 pic.twitter.com/i8IQ1YuwkC
— Shamli police (@PoliceShamli) August 4, 2021
वीडियो पोस्ट में शामली पुलिस अधिकारी ने बताया कि वायरल वीडियो का ये मामला शामली जनपद के कैराना थाना के तीतरवाड़ा गांव का है। जहां अहसान नाम के व्यक्ति की पत्नी का पूर्व प्रेमी उनके घर अपने एक मित्र के साथ पहूंचा था। इस बारे में जैसे ही अहसान के घर वालों को पता चला उन्होंने उन दोनों युवकों को रोका और पत्नी के मायके वालों को सूचित किया।
इसके बाद ससुराल और मायके वालों ने मिलकर लड़की के साथ उन दोनों लड़कों की भी जमकर पीटाई की। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर अब वायरल हो रहा है। इस मामले से जुड़ी लव-जिहाद की कोई शिकायत पुलिस को नहीं मिली है।
पड़ताल के दौरान हमने कैराना थाना से संपर्क किया। जहां हमारी बात कैराना थाना के SHO प्रेमवीर सिंह राना से हुई।
प्रेमवीर ने बताया कि सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा गलत है। इस मामले में कोई भी सांप्रदायिक या लवजिहाद का एंगल नहीं है। वायरल वीडियो में दिख रही लड़की और उसका पूर्व प्रेमी दोनों ही मुस्लिम समुदाय के हैं। इस मामले से जुड़े 4 अपराधियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है और इससे जुड़ी कार्यवाही की जा रही है।
साफ है कि सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा गलत है। इस मामले में कोई सांप्रदायिक या लवजिहाद का एंगल नहीं है।