एचसीएल टेक ग्रांट सिम्पोजियम दून में क्लाइमेट एक्शन बायोडायवर्सिटी बढ़ाने में सीएसआर की भूमिका पर चर्चा
Action देहरादून में आयोजित हुआ एचसीएलटेक ग्रांट सिंपोजियम, क्लाइमेट एक्शन से बायो डायवर्सिटी बढ़ाने में सीएसआर की महत्वपूर्ण भूमिका पर चर्चा
एचसीएलटेक ग्रांट इंडिया के 10वें एडिशन में स्वतंत्र, मजबूत और लोकतांत्रिक प्रक्रिया के माध्यम से चुने गए नौ एनजीओ को ₹16.5 करोड़ की फंडिंग , तीन एनजीओ को स्वास्थ्य, शिक्षा और पर्यावरण की श्रेणियों में चार साल की अवधि के अपने प्रोजेक्ट के लिए ₹5 करोड़ मिलेंगे। अन्य छह एनजीओ को एक साल की अवधि के प्रोजेक्ट के लिए ₹25 लाख की ग्रांट मिलेगी।
देहरादून, 16 जुलाई, 2024 — भारत की ग्लोबल टेक्नोलॉजी कंपनी एचसीएलटेक के कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी एजेंडे को संचालित करने वाली संस्था एचसीएलफाउंडेशन ने आज डीबीएस ग्लोबल यूनिवर्सिटी (डीजीयू) 122 – एमआई, फार्मा सिटी के पीछे, सेलाकुई, देहरादून, उत्तराखंड – 248001 में सातवें एचसीएलटेक ग्रांट पैन-इंडिया सिंपोजियम 2024 का आयोजन किया है। इस सिंपोजियम का विषय ‘सीएसआर मेकिंग डिफरेंस: एन्हांसिंग बायोडायवर्सिटी थ्रू क्लाइमेंट एक्शन’ था।
देश के गांवों के टिकाउ विकास के प्रयासों को मजबूत बनाने के लक्ष्य के साथ, एचसीएलटेक ग्रांट पैन इंडिया सिंपोजियम सीरीज़ विभिन्न NGO, सिविल सोसाइटी संगठनों आदि सहित सोशल पर्पज ऑर्गेनाइजेशन को एक खास प्लेटफॉर्म तैयार करेगी, जिसकी मदद से उन्हें नेटवर्क तैयार करने में मदद मिलेगी। साथ ही उन्हें विचारों और समझ को आपस में साझा करने में भी सहूलियत होगी।
डॉ. निधि पुंधीर, वाइस प्रेसिडेंट, ग्लोबल सीएसआर, एचसीएलटेक एवं डायरेक्ट, एचसीएलफाउंडेशन ने कहा, “देहरादून सिंपोजियम में जमीनी स्तर पर पेश आने वाली समस्याओं से निपटने को लेकर प्रतिभागियों के उत्साह को देखकर हम बेहद रोमांचित हैं। यहां कई एनजीओ ने हमारे साथ अपने विचार साझा किए हैं, इसे देखते हुए हम एचसीएलटेक ग्रांट के माध्यम से इन एनजीओ के साथ मिलकर काम करने के लिए उत्सुक हैं। इस साझेदारी के साथ, हमारा लक्ष्य लोगों के जीवन और हमारे पर्यावरण दोनों में बड़े सकारात्मक बदलाव लाना है, जिससे सभी के लिए एक टिकाउ भविष्य का निर्माण किया जा सके।”
एचसीएल टेक ग्रांट सिंपोजियम 2024 सीरीज़ का उद्देश्य एनजीओ के बीच एचसीएलटेक ग्रांट को लेकर जागरूकता बढ़ाना है। एचसीएल टेक ग्रांट इंडिया के 10वें एडिशन में स्वतंत्र, मजबूत और लोकतांत्रिक प्रक्रिया के माध्यम से चुने गए नौ एनजीओ को ₹16.5 करोड़ (~$2.2 मिलियन) की फंडिंग प्रदान की जाएगी। तीन एनजीओ को स्वास्थ्य, शिक्षा और पर्यावरण की श्रेणियों में चार साल की अवधि के अपने प्रोजेक्ट के लिए ₹5 करोड़ मिलेंगे। अन्य छह एनजीओ को एक साल की अवधि के प्रोजेक्ट के लिए ₹25 लाख की ग्रांट मिलेगी।