भारतीय मूल के ऋषि सुनक ब्रिटेन के प्रधानमंत्री, विंस्टन चर्चिल को याद कर रहे लोग
ब्रिटेन के अगले प्रधानमंत्री होंगे ऋषि सुनक:28 अक्टूबर को लेंगे शपथ; सुनक को मिला 200 सांसदों का समर्थन, पेनी 26 सांसद ही जुटा पाईं
लंदन24 अक्टूबर।भारतीय मूल के ऋषि सुनक ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री होंगे। सोमवार को कंजर्वेटिव पार्टी के संसदीय दल ने सुनक को नेता चुना। उन्हें चुनौती देने वाली पेनी मॉरडॉन्ट ने नाम वापस ले लिया। इसके पहले पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने भी नाम वापस ले लिया था। सुनक को करीब 200 सांसदों का समर्थन मिला। पेनी के पास यह आंकड़ा 26 ही रहा।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, किंग चार्ल्स आज रात सेंड्रिंगहम से लंदन लौट रहे हैं। लिज ट्रस आज रात ही उन्हें इस्तीफा सौंपेंगी। इसके कुछ देर बाद किंग चार्ल्स सुनक को PM का अपॉइंटमेंट लेटर सौंपेंगे। 28 अक्टूबर को सुनक प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। इसके बाद 29 अक्टूबर को कैबिनेट का ऐलान किया जाएगा।
लोगों के बीच सुनक की लोकप्रियता
सुनक की जीत का एक बड़ा कारण उनकी बैंकर की छवि है। बतौर PM ट्रस के विफल रहने का सबसे बड़ा कारण आर्थिक मोर्चे पर विफल रहना था। ब्रिटेन में महंगाई चुनाव का अहम मुद्दा रहा। ब्रिटेन में आर्थिक अस्थिरता भी रही जिसके बाद जॉनसन सरकार में वित्त मंत्री रह चुके सुनक इकोनॉमिक बेल आउट प्लान लाए थे,इसे मिडिल क्लास ने खासा सराहा था और लोगों के बीच उनकी लोकप्रियता बढ़ गई।
सुनक ने पार्टी सांसदों से बातचीत की
सुनक ने प्रधानमंत्री चुने जाने के बाद पार्टी सांसदों से प्राईवेट मीटिंग की। इसमें मीडिया की एंट्री नहीं थी। ‘द गार्डियन’ के मुताबिक मीटिंग में सुनक ने कहा- अब हमें हर मोर्चे पर एकजुट रहना होगा। संसद आते और जाते वक्त मीडिया ने सुनक से बातचीत की कोशिश की। उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया।
नारायण मूर्ति के दामाद हैं ऋषि सुनक
ऋषि भारतीय सॉफ्टवेयर कंपनी इंफोसिस के को-फाउंडर नारायण मूर्ति के दामाद हैं।
ऋषि सुनक के पेरेंट्स पंजाब के रहने वाले थे, जो विदेश में जाकर बस गए।
सुनक का जन्म ब्रिटेन के हैंपशायर में हुआ था। ऋषि ने अमेरिका की स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से MBA किया है।
ऋषि की पत्नी अक्षता मूर्ति हैं। दोनों की 2 बेटियां हैं, जिनके नाम कृष्णा और अनुष्का हैं। उनकी शादी साल 2009 में हुई है।
सुनक ने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से राजनीति, दर्शन और अर्थशास्त्र की पढ़ाई की।
राजनीति में आने से पहले ऋषि ने इन्वेस्टमेंट बैंक गोल्डमैन सैश और हेज फंड में काम किया। इसके बाद उन्होंने इन्वेस्टमेंट फर्म की भी स्थापना की।
उनकी मां एक फार्मासिस्ट और राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (MHS) में कार्यरत हैं। सुनक के पिता ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय और स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय से ग्रैजुएट हैं।
सितंबर में हारे, अक्टूबर में जीते
5 सितंबर को लिज ट्रस ने पार्टी लीडर की रेस में सुनक को हरा दिया था। करीब 50 दिन बाद अब वही सुनक कंजर्वेटिव पार्टी के संसदीय दल के नेता और प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं।
जीत के करीब कैसे पहुंचे सुनक
23 अक्टूबर को बोरिस जॉनसन ने प्रधानमंत्री रेस से अपना नाम वापस ले लिया था। सोमवार यानी आज शाम करीब 6.30 बजे (भारतीय समय के अनुसार) पेनी मॉरडॉन्ट ने भी नाम वापस ले लिया। सुनक की जीत के बाद पेनी मॉरडॉन्ट पार्टी सांसदों से मिलीं। कहा- मेरी फिक्र मत कीजिए। मैं बिल्कुल ठीक हूं। नए प्रधानमंत्री को पूरे समर्थन का वादा करती हूं।
ब्रिटिश हाउस ऑफ कॉमंस की स्पीकर पेनी मॉरडॉन्ट को सुनक का नंबर-2 माना जा रहा है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि पेनी, सुनक के खेमे में जा सकती हैं।
कैमरॉन बोले- मेरी भविष्यवाणी सच साबित हुईब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री डेविड कैमरॉन ने सुनक को प्रधानमंत्री चुनाव जीतने पर बधाई दी है।
ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री डेविड कैमरॉन ने सुनक को बधाई देते हुए कहा- मैंने 10 साल पहले ही भविष्यवाणी कर दी थी कि एक दिन भारतीय मूल का कोई व्यक्ति ब्रिटेन का प्रधानमंत्री बनेगा। आज मेरी बात सच साबित हो गई है।
ऋषि सुनक ने लिया भारत के अपमान का बदला
‘अगर भारत को आजाद किया गया तो सत्ता गुंडों और मुफ्तखोरों के हाथ में चली जाएगी। सभी भारतीय नेता बहुत ही कमजोर, भूसे के पुतलों जैसे होंगे…’ ये शब्द कभी ब्रिटिश प्रधानमंत्री विंस्टन चर्चिल ने भारत की आजादी के विरोध में कहे थे। आज उसी विंस्टन चर्चिल के यूनाइटेड किंगडम का प्रधानमंत्री एक भारतीय मूल का व्यक्ति बन रहा है।
20 अक्टूबर को गिरी थी लिज सरकार
भारी दबाव का सामना कर रहीं ब्रिटेन की प्रधानमंत्री लिज ट्रस ने आखिरकार 20 अक्टूबर को इस्तीफे का ऐलान कर दिया था। हालांकि, वो अगला प्रधानमंत्री चुने जाने तक पद पर बनी रहेंगी। ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने अपने सरकारी आवास 10 डाउनिंग स्ट्रीट के बाहर मीडिया से कहा- मैं जिन वादों के साथ सत्ता में आई थी, उन्हें पूरा नहीं कर सकी। इसका अफसोस है।