कांवड़ यात्रा एडवाइजरी का हो व्यापक प्रचार, व्यवस्थायें हों अचूक: धामी
*मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को दिये कांवड़ मेला शुरू होने से पहले सभी आवश्यक व्यवस्थायें सुनिश्चित करने के निर्देश*
*श्रद्धालुओं की सुविधाओं का रखा जाए पूरा ध्यान*
*कांवड़ यात्रा सकुशल सम्पन्न कराना अधिकारियों की जिम्मेदारी*
*कांवड़ यात्रा मार्ग के साथ पार्किग स्थलों पर साइनेज, स्वच्छता एवं पेयजल आदि का हो प्रभावी प्रबंध*
हरिद्वार 26 जून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में सोमवार को मेला नियंत्रण भवन (सी0सी0आर0) हरिद्वार में कांवड़ यात्रा-2023 की तैयारियों के सम्बन्ध में जन-प्रतिनिधियों, शासन के उच्चाधिकारियों एवं जिला स्तर के अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय गहन समीक्षा बैठक आयोजित हुई।
समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को कांवड़ मेला आरंभ होने से पूर्व सभी आवश्यक व्यवस्थायें समयबद्धतापूर्वक सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। उन्होंने निर्देश दिये कि कांवड़ यात्रा में आगंतुक श्रद्धालुओं की सुविधाओं का पूरा ध्यान रखा जाए। श्रद्धालु अपने मन-मस्तिष्क में देवभूमि का अच्छा संदेश लेकर अपने गन्तव्य जाए। उन्होंने निर्देश दिये कि साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाये तथा ऐसी व्यवस्था बनाई जाये कि हर दो-दो घण्टे में शौचालयों आदि की सफाई हो जाये।इसके लिये सम्बन्धित कार्मिकों की जिम्मेदारी निर्धारित की जाये।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पार्किंग स्थलों पर जहां आवश्यकता हो इण्टरलॉकिंग टाइल्स लगाई जायें ताकि पार्किंग में कीचड़ न हो तथा गाड़ियों के फंसने की समस्या पैदा न हो। उन्होंने ये भी निर्देश दिये कि जो भी सीसीटीवी लगाये जा रहे हैं, उनकी नियमित मॉनिटरिंग हो ताकि जहां पर भी ऐसी कोई घटना सामने आती है, जिस पर सुरक्षा आदि की दृष्टि से तुरन्त निर्णय लेना है, उस पर द्रुतगति से निर्णय हो तथा वहां पर बिल्कुल भी ढिलाई न हो।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि कांवड़ यात्रा सकुशल सम्पन्न कराना अधिकारियों की जिम्मेदारी है। सभी सम्बन्धित अधिकारी अपनी इस जिम्मेदारी का निर्वहन कर्तव्यनिष्ठा एवं सजगता से करें।
कांवड़ यात्रा मार्ग पर तथा पार्किंग स्थलों पर साइनेज, प्रकाश एवं स्वच्छता आदि को भी प्रभावी व्यवस्था बनाये जाने के निर्देश मुख्यमंत्री धामी ने दिये।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि कांवड़ यात्रा के लिए श्रद्धालुओं की सुविधा के दृष्टिगत जो एडवाइजरी बनाई गई है, उसका व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार किया जाए। कांवड़ यात्रा सुव्यवस्थित हो , इसके लिए एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया जाए, जिसमें शासन के वरिष्ठ अधिकारी, पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी एवं कांवड़ मेले से संबंधित जिलों के अधिकारी शामिल किये जाए। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि कांवड़ मेला अवधि में हरिद्वार में कांवड़ मेले से संबंधित सभी व्यवस्थाओं का पर्यवेक्षण प्रमुख सचिव आर.के. सुधांशु करेंगें।
मुख्यमंत्री धामी ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि पार्किंग स्थलों में पेयजल की पूर्ण व्यवस्था रखी जाए। स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि कांवड़ यात्रा मार्गों पर साइनेज की पूर्ण व्यवस्था हो। कांवड़ पटरी पर विद्युत की पर्याप्त व्यवस्था हो। वन क्षेत्र में जंगली जानवरों से सुरक्षा हेतु चेतावनी बोर्ड लगाये जाएं। कांवड़ मेला के दौरान यात्रा रूटों का पूरा चार्ट दिया जाए। भण्डारे एवं लंगर को हाइवे से सुरक्षित और सुविधापूर्ण दूरी पर स्थान चिन्हित हों। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि यह भी सुनिश्चित किया जाए कि कांवड़ मेले के दौरान पर्वतीय जनपदों में आवश्यक सेवाएं एवं सामग्री भेजने को कोई परेशानी न हो। होटलों एवं दुकानों में रेट लिस्ट चस्पा की जाए। स्थानीय स्तर पर लोगों को आवागमन में अधिक परेशानी का सामना न करने पड़े।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बैठक में अधिकारियों से नीलकण्ठ महादेव की व्यवस्थाओं के बारे में विस्तार से जानकारी ली तथा व्यवस्थाओं को चाक-चौबन्द रखने के निर्देश दिये। बैठक में हिल बाई पास रोड खोले जाने का प्रकरण भी सामने आया। इस पर मुख्यमंत्री धामी ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि आज ही हिल बाईपास खोले जाने के सम्बन्ध में एनओसी जारी करें ताकि हिल बाई पास की मरम्मत आदि का कार्य यथासमय पूरा कर लिया जाये।
बैठक में जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से कांवड़ यात्रा की समयावधि, विभिन्न राज्यों से आने वाले कांवड़ियों का अनुपात है, कावंड़ यात्रा के विविध नियम, कांवड़ मार्गों और वैकल्पिक मार्गों का विवरण, कांवड़ यात्रा की चुनौतियां, रोड़ीबेलवाला, बैरागी कैम्प सहित पार्कों की व्यवस्था, कावंड़ यात्रा के सफल संचालन को नोडल अधिकारियों की नियुक्ति, सरकारी तथा गैर सरकारी प्रमुख स्टेक होल्डर्स, कांवड़ यात्रियों की सुविधा हेतु व्यवस्थायें, कांवड़ मेले की दृष्टि से स्वास्थ्य, नगर निगम, विद्युत, सिंचाई, लोक निर्माण आदि विभागों की तैयारियों आदि के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी दी।
जिलाधिकारी हरिद्वार धीराज सिंह गर्ब्याल ने बताया कि कांवड़ मेले को 60 हजार वाहनों की क्षमता के लिए 13 पार्किंग स्थल बनाये गये हैं। इसके अलावा विशेष परिस्थितियों को 03 अतिरिक्त पार्किंग स्थल आरक्षित हैं। उन्होंने कांवड़ यात्रा की तैयारियों के सम्बन्ध में बताया कि कावंड़ मेले के लिये 2720 से अधिक शौचालय, 640 से अधिक यूरीनल तथा मोबाइल शौचालयों की व्यवस्था की जा रही है, जिसके लिये 1200 से अधिक सफाई कार्मिक तैनात किये जा रहे हैं । आवश्यकता पड़़ने पर यह संख्या और बढ़ाई जायेगी। उन्होंने बैठक में स्वास्थ्य सम्बन्धी तैयारियों की जानकारी दी कि पूरे मेला क्षेत्र में 21 स्वास्थ्य कैम्प लगाये जा रहे हैं। सभी अस्पतालों में हर तरह के इलाज की व्यवस्था की गई है।
जिलाधिकारी गर्ब्याल ने कांवड़ मेले की एसओपी का उल्लेख करते हुये बताया कि कोई भी कांवड़ 12 फीट से ऊंची नहीं होगी, कांवड़िये कोई भी ऐसी सामग्री अपने साथ लेकर नहीं चलेंगे, जिससे नुकसान पहुंचने की आशंका हो। व्यापारी बन्धु भी इस तरह की कोई भी सामग्री नहीं बेचेंगें। कांवड़ियों को निर्धारित ध्वनि प्रदूषण नियमों का पालन करना होगा। इस पर मुख्यमंत्री धामी ने निर्देश दिये कि कानून एवं व्यवस्था के प्रश्न पर कहीं पर भी कोई समझौता न हो।
बैठक में जिलाधिकारी गर्ब्याल ने बताया कि कांवड़ मेले से सम्बन्धित सारी व्यवस्थायें 30 जून तक पूरी हो जायेंगी। बैठक में अधिकारियों ने मुख्यमंत्री धामी को कांवड़ मेले के संचालन को बनाई गयी व्यवस्था के सम्बन्ध में बताया कि कांवड़ मेले को 12 सुपर जोन, 32 जोन तथा 134 सेक्टरों में बांटा गया है, जिसके पूरे संचालन को पांच नोडल अधिकारी नामित किये गये हैं।
बैठक में प्रकाश व्यवस्था, सुरक्षा व्यवस्था, पेट्रोल, डीजल, गैस, खाद्य सामग्री आदि का कांवड़ मेले की दृष्टि से रिजर्व स्टॉक, वन विभाग के क्षेत्र में जंगली जानवरों से रक्षा को टीम गठन, आपदा प्रबन्धन की व्यवस्थायें, एनएसएस, स्वयंसेवी संस्थाओं आदि की सहायता, रेलवे तथा रोडवेज व्यवस्थायें, विभिन्न स्थानों में कावंड़ियों को राहत के लिये स्पेंक्लर स्थापित करना आदि की जानकारी देते हुये उस पर विस्तृत विचार-विमर्श हुआ।
समीक्षा बैठक में सांसद डॉक्टर रमेश पोखरियाल निशंक, विधायक मदन कौशिक, आदेश चौहान, प्रदीप बत्रा तथा श्रीमती ममता राकेश, पूर्व विधायक लक्सर संजय गुप्ता, भाजपा जिला अध्यक्ष संदीप गोयल, श्री गंगा सभा के अध्यक्ष नितिन गौतम, महामंत्री तन्मय वशिष्ठ ने भी कांवड़ मेला सकुशल सम्पन्न कराये जाने के सम्बन्ध में महत्वपूर्ण सुझाव दिये।
इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष किरण चौधरी, मुख्य सचिव डॉक्टर सुरजीत सिंह सन्धु, अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी व श्री आनन्द वर्द्धन, प्रमुख सचिव आर.के.सुधांशु, सचिव मुख्यमंत्री विनय शंकर पाण्डेय, सचिव डॉक्टर आर0 राजेश कुमार,, एडीजी लॉ एण्ड आर्डर, एडीजी इंटलीजेंस, आयुक्त गढ़वाल मण्डल सुशील कुमार, पुलिस महानिरीक्षक गढ़वाल मण्डल के0एस0 नगन्याल, मुख्य विकास अधिकारी प्रतीक जैन, अपर जिलाधिकारी(वित्त एवं राजस्व) बीर सिंह बुदियाल सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारी एवं जन प्रतिनिधि उपस्थित थे।