लव जिहाद? रीयल एस्टेट अफसर दीक्षा का हत्यारा ऋषभ तिवारी असल में इमरान कबाड़ी निकला
नैनीताल में महिला पर्यटक की हत्या को स्वजनों ने बताया लव जिहाद, ये बातें आईं सामने
नोएडा के पर्यटक की प्रेमी द्वारा नैनीताल होटल के कमरे में हत्या कर देने के बाद सोमवार देर रात ही परिजन नैनीताल पहुंच गए। मंगलवार सुबह पुलिस द्वारा पंचनामा और पोस्टमार्टम की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। मृतका के परिजनों और दोस्तों ने इसे लव जिहाद करार दिया है
नैनीताल में महिला पर्यटक की हत्या को स्वजनों ने बताया लव जिहाद, ये बातें आईं सामने
नैनीताल 17अगस्त : नोएडा के पर्यटक की प्रेमी द्वारा नैनीताल होटल के कमरे में हत्या कर देने के बाद सोमवार देर रात ही परिजन नैनीताल पहुंच गए। मंगलवार सुबह पुलिस ने पंचनामा और पोस्टमार्टम की कार्रवाई शुरू कर दी है। मृतका के परिजनों और दोस्तों ने इसे लव जिहाद करार दिया है। भाई ने आरोप लगाते हुए कहा कि वह कई बार आरोपित युवक से मिला था और उसने हर बार अपना नाम ऋषभ तिवारी बताया था। दोस्तों ने आरोप लगाए कि आरोपित की फेसबुक आईडी भी ऋषभ तिवारी नाम से थी जिससे पूरी तरह मामला लव जिहाद का ही मालूम पड़ रहा है।
बता दें की होरिजन होम्स एक्सटेंशन गौतम बुद्धनगर निवासी दीक्षा मिश्रा अपने प्रेमी ऋषभ तिवारी उर्फ इमरान और अन्य दो दोस्तों के साथ 14 अगस्त को नैनीताल घूमने के लिए पहुंचे थे। 15 अगस्त को दीक्षा का जन्मदिन मनाने के बाद सभी दोस्तों ने एक ही कमरे में दारू पार्टी की। साथ में आए दोनों दोस्त रात को अलग कमरे में चले गए। इसी बीच रात को ऋषभ उर्फ इमरान दीक्षा की हत्या कर भाग गया।
ऋषभ के खिलाफ हत्या का मुकदमा
मामले में कोतवाली पुलिस ने दीक्षा के दोस्तों की लिखित शिकायत पर प्रेमी ऋषभ के खिलाफ हत्या की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है जिसके बाद देर रात कोतवाली एसआई नितिन बहुगुणा की अगुवाई में एक टीम आरोपित की धरपकड़ को लेकर नोएडा को रवाना हो चुकी है। दीक्षा की हत्या की खबर सुन देर रात ही उसकी मां बीना मिश्रा, भाई अंकुर मिश्रा, दोस्त सीमा शर्मा, कशिश चौधरी नैनीताल पहुंच गए। मंगलवार सुबह कोतवाली पुलिस द्वारा परिजनों की मौजूदगी में शव के पंचनामे के बाद पोस्टमार्टम की प्रक्रिया जारी हैै।
परिजनों ने बताया लव जिहाद
पुलिस और परिजनों की पड़ताल के बाद सामने आया कि खुद को ऋषभ तिवारी बताने वाले आरोपित युवक का मूल नाम इमरान है जिस पर परिजन और मृतका के दोस्त भी दंग रह गए। उन्होंने दीक्षा और ऋषभ उर्फ इमरान के संबंधों को लव जिहाद करार दिया। कहा कि दीक्षा अच्छे जॉब में होने के कारण बेहतर कमाती थी। अकेले रहने के कारण ऋषभ ने किसी तरह उसे फंसा लिया होगा। मृतका के सीने में इमरान के नाम का टैटू बना हुआ था, जिससे स्पष्ट होता है कि वह ऋषभ के इमरान होने की बात से पहले से परिचित थी।
नैनीताल के मल्लीताल स्थित होटल में हुई महिला की हत्या के बाद होटल के कमरे का निरीक्षण करती एसएसपी
नैनीताल के मल्लीताल क्षेत्र स्थित एक होटल में सोमवार सुबह महिला सैलानी का शव नग्नावस्था में मिला। रविवार की रात महिला सैलानी के साथ ठहरे युवक के भाग जाने से प्रथमदृष्टया पुलिस इसे हत्या का मामला मान रही है। साथियों की लिखित शिकायत पर पुलिस ने युवक के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है।
नोएडा निवासी महिला, ऋषभ उर्फ इमरान, श्वेता शर्मा और अलमास उल हक 13 अगस्त को रामनगर पहुंच एक रिजॉर्ट में ठहरे थे। 14 अगस्त को वे नैनीताल आए। उन्होंने मल्लीताल के एक होटल में दो कमरे बुक किए। 15 अगस्त देर रात तक चारों लोगों ने पार्टी की। पार्टी के बाद महिला और ऋषभ एक कमरे में, श्वेता शर्मा और अलमास उल हक दूसरे कमरे में चले गए। सोमवार सुबह 11 बजे श्वेता, महिला के कमरे में पहुंची तो वहां उसे बेसुध देख घबरा गई। उसने ऋषभ को आवाज लगाई लेकिन वह नहीं मिला। श्वेता ने अलमास उल हक को मामले की जानकारी दी
इसके बाद दोनों ने मल्लीताल कोतवाली पहुंचकर मामले की जानकारी पुलिस को दी। कोतवाल अशोक कुमार सिंह पुलिस के साथ होटल पहुंचे और महिला के शव को कब्जे में लेने के बाद होटल के कमरे को सील कर दिया। एसएसपी प्रीति प्रियदर्शनी और एसपी क्राइम देवेंद्र पींचा ने भी होटल पहुंचकर कमरे का मौका मुआयना किया। सोमवार दोपहर बाद हल्द्वानी से फोरेंसिक टीम नैनीताल पहुंची। टीम में शामिल हेम चंद्र, दिनेश गिरि और ममता ने होटल के कमरे में अलग-अलग स्थानों पर गहनता से जांच की और फिंगर प्रिंट के नमूने लिए।
मुंह और नाक से निकल रहा था खून
एसपी क्राइम देवेंद्र पींचा का कहना है कि मृत महिला के मुंह और नाक से खून निकल रहा था और उसका शरीर नीला पड़ा था। पुलिस को मृतका के परिजनों के आने का इंतजार है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद मौत के सही कारणों का पता चल सकेगा। ऋषभ उर्फ इमरान के खिलाफ अलग-अलग धाराओं में केस दर्ज कर लिया गया है।
दोस्तों ने नाम ऋषभ बताया, असल में था वह इमरान
नैनीताल के होटल में महिला सैलानी की हत्या के मामले में पुलिस ने उसके साथ आए दो अन्य लोगों से भी पूछताछ की। श्वेता और अलमास उल हक ने महिला के साथ आए युवक का नाम ऋषभ बताया। बाद में श्वेता ने मृतका के भाई को फोन पर संपर्क किया तो पता चला कि जिसे वे दोनों ऋषभ बता रहे हैं, असल में उसका नाम इमरान है। श्वेता ने पुलिस को बताया कि वह महिला और ऋषभ उर्फ इमरान को दो माह से जानते थे। नोएडा की जिस बिल्डिंग में वे रहते हैं, उसी बिल्डिंग के दूसरे फ्लैट में इमरान महिला और उसकी बेटी के साथ रहता था। दो माह में अच्छी दोस्ती होने के कारण वे उनके साथ घूमने आ गए। पुलिस को यह भी पता चला है कि महिला विवाहित थी और उसका अपने पति से तलाक हो चुका है। उसकी 11 साल की एक बेटी भी है, जिसे महिला अपने भाई के यहां छोड़कर नैनीताल आई थी।
पहले जन्मदिन मनाया, फिर हो गई हत्या
हत्या के बाद पुलिस को मृतक के साथ आए श्वेता और अलमास उल हक ने बताया कि 15 अगस्त को महिला का जन्मदिन था। जन्मदिन पर चारों ने माल रोड में झील किनारे बैठकर केक काटा। बाजार से खाना पैक कराकर सभी लोग होटल के कमरे में आ गए। देर रात तक चारों ने जमकर पार्टी की। अलमास ने पुलिस को बताया कि वे चारों एक ही कमरे में बैठकर पार्टी कर रहे थे लेकिन ऋषभ उर्फ इमरान ने शराब नहीं पी। तीनों को नशा होने लगा तो वह और श्वेता देर रात दूसरे कमरे में चले गए । महिला और ऋषभ उसी कमरे में रहे, जिसमें पार्टी थी। अलमास का कहना था कि उसके बाद क्या हुआ, उन्हें इसकी जानकारी नहीं है।
दोस्त की गाड़ी मांगकर लाई थी महिला
पुलिस के मुताबिक महिला के पास अपनी गाड़ी है, लेकिन नैनीताल वह अपनी गाड़ी न लाकर अपने दोस्त की आई-20 कार मांगकर लाई थी। अपनी गाड़ी वह अपने दोस्त को देकर आई थी। रात में ऋषभ होटल से जाते वक्त आई-20 कार ले भाग गया। पूछताछ में पुलिस को पता चला है कि महिला नोएडा की एक रियल एस्टेट कंपनी में काम करती थी,उसका भगोड़ा साथी ऋषभ कबाड़ी है।
दो कपल यहां घूमने आए थे, जो मल्लीताल के होटल में रुके थे। सोमवार को होटल के कमरे से महिला सैलानी का शव बरामद हुआ है। उसक पहचान नोएडा निवासी के रूप में हुई। उसका एक साथी फरार है। इसी आधार पर इसे हत्या मानकर जांच कर रहे हैं। शव का पंचनामा भरने और पोस्टमार्टम के बाद वैधानिक कार्रवाई की जाएगी। भागेे युवक को ढूंढा जा रहा है।
-प्रीति प्रियदर्शनी, एसएसपी नैनीताल
रियल एस्टेट कंपनी में अधिकारी थी दीक्षा, कबाड़ी है इमरान, गाड़ी, मोबाइल, दस्तावेज लें भागा
नोएडा के पर्यटक की प्रेमी द्वारा हत्या कर देने के बाद सोमवार देर रात ही परिजन नैनीताल पहुंच गए। हत्या के बाद आरोपित ऋषभ तिवारी उर्फ इमरान मृतका दीक्षा मिश्रा का मोबाइल भी साथ ले गया।
रियल एस्टेट कंपनी में अधिकारी थी दीक्षा, कबाड़ी है इमरान, परिजन-मित्र बता रहे लव जिहाद
नोएडा के पर्यटक की प्रेमी द्वारा नैनीताल के होटल में हत्या मामले की तफ्तीश में पुलिस जुटी हुई है। स्वजनों ने इसे लव जिहाद बताया है। मृतका के भाई अंकुर मिश्रा का कहना है हत्यारोपित प्रेमी ने उसे हर मुलाकात में अपना नाम इमरान की बजाए ऋषभ तिवारी ही बताया था। अंकुर ने बताया कि उनकी बड़ी बहन दीक्षा बचपन से ही बेहद होशियार थी। पिता की निधन के बाद वही पूरे घर को संभाला करती थी। वह रियल एस्टेट कंपनी में अच्छे पद पर तैनात थी। जबकि इमरान कबाड़ी का काम करता था।
मोबाइल और कागजात ले गया साथ
दीक्षा की हत्या के बाद आरोपित ऋषभ तिवारी उर्फ इमरान मृतका दीक्षा मिश्रा का मोबाइल भी साथ ले गया। दीक्षा के दोस्तों ने बताया कि सोमवार सुबह जब आरोपित नोएडा पहुंचा तो वहां उसने दीक्षा की बेटी को फोन कर दीक्षा के फोन का पासवर्ड भी पूछा और फ्लैट से जरूरी कागजात लेकर भाग गया।
दो साल ही चल पाई पहली शादी, अभी नहीं हुआ है तलाक
मृतका के भाई अंकुर मिश्रा ने बताया कि 2008 में दीक्षा का विवाह खुरजा निवासी पवन शर्मा के साथ हुआ था। अक्सर पति द्वारा शराब पीकर मारपीट करने के कारण दो साल बाद ही दीक्षा पति से अलग रहने लगी। इसी दौरान उसकी मुलाकात ऋषभ तिवारी उर्फ इमरान से हुई थी। बेटी को भी भी दीक्षा के साथ ही रहती है। बताया कि फिलहाल दोनों का तलाक नहीं हुआ है। मामला कोर्ट में लंबित है।
दो महीने पहले ही खरीदा था फ्लैट और वाहन
दोस्त सीमा शर्मा ने बताया कि दीक्षा मिश्रा ने दो महीने पहले ही गौतमबुद्धनगर क्षेत्र में अपना नया फ्लैट खरीदा था। साथ ही कुछ समय पहले ही उसने एक नई स्विफ्ट गाड़ी भी खरीदी थी। गाड़ी का नंबर नहीं आने के कारण वह कार्यालय में तैनात किसी एक दोस्त की कार लेकर नैनीताल पहुंची थी। बताया कि आरोपित ऋषभ वही वाहन ले भागा है।
घंटों बिलखते रहे मां और दोस्त
नैनीताल पहुंचे मृतका के परिजन और दोस्त पंचनामा के बाद मोर्चरी में शव पहुंचने का इंतजार कर रहे थे। शव के पहुंचते ही मृतका की मां, भाई और साथ में पहुंचे दोस्त फूट-फूट कर रोने लगे। परिजन घंटों बिलखते रहे।
चिकित्सकों और पुलिस की दिखी संवेदनहीनता
मंगलवार सुबह पंचनामा करने के बाद सुबह 10:30 बजे मृतका के परिजन मोर्चरी पहुंच गए। मगर लंबे इंतजार के बाद भी ना तो मोर्चरी में शव पहुंचा और ना ही चिकित्सक। करीब 11:30 बजे दो पुलिसकर्मी शव लेकर मोर्चरी पहुंचे जहां परिजनों की मदद से सड़क से शव मोर्चरी तक लाया गया। शव के पहुंचने के बाद मृतका की मां बिलखने लगी। वही साथ पहुंचे अन्य परिजन गुहार लगाने लगे कि जल्द ही पोस्टमार्टम की कार्रवाई पूरी कर दी जाए, जिससे वे शव लेकर जल्दी वापस जा सके। मगर मोर्चरी की चाबी पुलिसकर्मियों के पास नहीं होने से फिर लंबा इंतजार करना पड़ा। करीब सवा बारह बजे चाबी पहुंची तो पोस्टमार्टम हुआ।