लव जिहाद: दो हफ्ते बाद भी न किशोरी का पता, न अपहर्ता का
‘Love Jihad’: सीतापुर में किशोरी को अगवा कर धर्म परिवर्तन करने को लेकर 8 के खिलाफ FIR
सीतापुर के तंबौर थाने के गांव की किशोरी को डेढ़ हफ्ते पहले किया गया अगवा. पीड़िता की मां ने घर से दो लाख रुपए और आभूषण भी गायब होने का लगाया आरोप. आठ के खिलाफ FIR के बाद पुलिस ने धर्म परिवर्तन से जुड़ी धाराएं लगाईं.
संदीप मिश्र/ निर्मल पांडेय
सीतापुर आठ दिसंबर। उत्तर प्रदेश के सीतापुर (Sitapur) में शादी के लिए किशोरी को अगवा कर धर्म-परिवर्तन का मामला सामने आया.आरोप है कि दो सप्ताह पूर्व किशोरी को अगवा किया गया था.पुलिस ने धर्म परिवर्तन के आरोप में आठ लोगों पर केस दर्ज कर आरोपित युवक के भाई और बहनोई समेत पांच को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.वहीं अन्य आरोपित फरार हैं,जिनकी तलाश की जा रही है.पूरा मामला तंबौर थाना इलाके का है.
सीतापुर के तंबौर थाना क्षेत्र के एक गांव की किशोरी को कुछ लोगों ने करीब एक सप्ताह पूर्व अगवा कर लिया. पीड़िता की मां का आरोप था कि उसके घर से रुपये भी गायब हुए हैं.पहले उसने अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कराया था,लेकिन बाद में पीड़िता के पिता ने गांव के ही जुबराईल उसके भाई इजराइल,बहनोई उस्मान सहित कई अन्य लोगों के खिलाफ प्रार्थना पत्र दिया था.उसने आईजीआरएस भी शिकायत दर्ज कराई थी.आरोप था कि पुत्री को अगवा कर उसका धर्म परिवर्तन कराने के लिए ले जाया गया है.
पुलिस ने शुरुआती जांच के बाद एफआईआर में धाराएं बढ़ाईं
मामले की गंभीरता देखते हए पुलिस ने इस मामले में आरोपितों को नामजद करते हुए कार्रवाई शुरू की. इसी सिलसिले में शुक्रवार को एएसपी डॉक्टर राजीव दीक्षित, सीओ लहरपुर यादुवेंद्र यादव पीड़िता के गांव पहुंचे.दोनों अफसरों ने घंटों गांव में जांचकर घटना के बाबत जानकारी जुटाई.इस मामले में 2 आरोपितों (आरोपित युवक के भाई व बहनोई) को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया,जबकि शेष आरोपितों की तलाश में दबिश दे रही है.इतना ही नही पुलिस ने जांच में साक्ष्यों के आधार पर धर्म परिवर्तन संशोधित अध्यादेश में धाराओं की बढ़ोतरी भी की है.
मुख्य आरोपित पकड़ से दूर,उसके तीन दोस्त गिरफ्तार
लव जिहाद मामले में सोमवार को पुलिस ने जुबराइल के तीन दोस्तों को दबोचा। इसमें युवती के गांव के जावेद व आकिब हैं, तीसरा सरोज शुक्ल है। तालगांव के बेनीरामा अमौरा गांव निवासी सरोज शुक्ल तंबौर से सीतापुर बैंक कर्मियों को वैन से लाने-ले जाने का काम करता है। पुलिस का कहना है कि सरोज ने ही अपनी वैन से 24 नवंबर को जुबराइल व युवती को तंबौर से रोडवेज बस अड्डा तक छोड़ा था। पुलिस ने जावेद,आकिब व सरोज शुक्ल को गिरफ्तार कर लिया है। वैसे अपहृत युवती के मामले में मुकदमा लिखे जाने के 12 दिन बीत गए हैं,पर पुलिस अभी मुख्य अभियुक्त जुबराइल को पकड़ नहीं पाई है।
मामला तंबौर क्षेत्र के एक गांव का है। इसमें पुलिस ने सिर्फ एक अज्ञात के विरुद्ध 26 नवंबर को मुकदमा लिखा था। प्रकरण तूल पकड़ने पर तीन दिसंबर को पुलिस ने इस मामले में उप्र विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अध्यादेश-2020 (लव जिहाद) की धाराएं भी बढ़ाई थीं। मुकदमे में आठ नामजद हैं,मुख्य अभियुक्त को छोड़ शेष सात आरोपित गिरफ्तार भी हो चुके हैं। पुलिस की 22 टीमों को अभी तक मुख्य आरोपित का सुराग नहीं लगा है। न ही अपहृत युवती बरामद हुई है। शनिवार को युवती की मां के बयान पर दो और धाराएं बढ़ाईं।
पुलिस ने कब्जे में ली सरोज की वैन
तंबौर थानाध्यक्ष एवं विवेचक अमित सिंह भदौरिया ने बताया, आरोपित सरोज शुक्ल की वैन को सीज कर उसे थाने में खड़ा कर लिया गया है। बताया,युवती के अपहरण में जुबराइल के दोस्त जावेद,आकिब व सरोज शुक्ल का भी सहयोग रहा है। चूंकि मुख्य अभियुक्त जुबराइल व सरोज शुक्ल दोनों ड्राइवर हैं,इनकी आपस में अच्छी दोस्ती भी है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक,इस मामले में आठ और संदिग्ध निशाने पर हैं। पूछताछ चल रही है।
शादी के लिए धर्म परिवर्तन (लव जिहाद) को लेकर अगवा की गई किशोरी के मामले में जुड़े लोगों पर पुलिस का शिकंजा लगातार कसता जा रहा है। मुख्य आरोपित की मदद करने के मामले में चिह्नित हुए आरोपितों में से तीन को पुलिस ने सोमवार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। सात आरोपित पहले से ही सलाखों में हैं। मुख्य आरोपित की तलाश में पुलिस लगी हुई है।
वारदात के कई दिन बीत जाने के बाद भी मुख्य आरोपित का सुराग नहीं लग सका है। तंबौर इलाके की रहने वाली एक किशोरी को शादी के लिए धर्म परिवर्तन कराने को लेकर एक सप्ताह पूर्व अगवा कर लिया गया था। इस मामले को तंबौर एसओ अमित सिंह भदौरिया ने गंभीरता से नहीं लिया, लेकिन बाद में हिंदू युवा वाहिनी ने मामले को लेकर एसपी से मिलकर कार्रवाई की मांग की। इसके बाद मामले ने तूल पकड़ा। कप्तान के गंभीर रुख अख्तियार करने के बाद हरकत में आई तंबौर पुलिस ने आठ लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया।
इसमें पुलिस ने अभी तक इज्राइल,उस्मान,मैनुद्दीन,रफीक, शमशाद,इब्राहिम की पत्नी और इज्राइल की पत्नी को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। घटना का मुख्य आरोपित जिब्राइल अभी तक पुलिस की पकड़ से दूर है। मुख्य आरोपित की गिरफ्तारी के लिए एसपी ने 22 टीमें लगा रखी हैं,इसमें स्वाट टीम से लेकर सर्विलांस और पुलिस की टीमें हैं। आरोपित की गिरफ्तारी के लिए सूबे के जिलों से लेकर कई गैर राज्यों तक को पुलिस टीम रवाना की गई है।
किशोरी को अगवा करने में मुख्य आरोपित की मदद करने वाले दस आरोपितों को पुलिस ने अभी तक चिह्नित किया है। एसपी आरपी सिंह ने इस मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में एसआई शेषनाथ सिंह को लाइन हाजिर कर एसओ तंबौर को विवेचना सौंपी है।
एसओ तंबौर अमित सिंह भदौरिया ने बताया कि किशोरी को अगवा करने में मददगार बने तालगांव के बेनीरामा निवासी सरोज शुक्ला,तंबौर के माखूबेहड़ निवासी आबिद और जावेद को सोमवार को गिरफ्तार करने के बाद जेल भेज दिया गया है। अन्य सात आरोपितों को भी जल्द ही गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा। मुख्य आरोपित जिब्राइल की तलाश में पुलिस की टीमें लगी हुई हैं।
लव जिहाद की धारा में केेस दर्ज
पुलिस सूत्रों की माने तो किशोरी को अगवा करने में मददगार बने तालगांव के सरोज शुक्ला ने पूछताछ में कुबूला है कि जिब्राइल उसका दोस्त था। जिस दिन वह किशोरी को लेकर भाग रहा था,उस दिन उसने सरोज को कॉल कर मदद मांगी थी। ऐसे में उसने अपनी ही गाड़ी से दोनों को बस अड्डे पर लाकर छोड़ा था,जहां से जिब्राइल किशोरी को लेकर निकला था। किशोरी को आरोपित के साथ अगवा कराने में मददगार निकले आरोपित सरोज पर पुलिस ने साजिश और आबिद ,जावेद पर लव जिहाद की धाराओं में केेस दर्ज किया है।
तंबौर मामले में पुलिस संजीदा है। मुख्य आरोपी की तलाश के लिए 22 टीमें लगी हुई हैं। सर्विलांस की भी मदद ली जा रही है। गैर राज्यों में भी टीम रवाना की गई है। लोकेशन ट्रेस करने की सारी कवायद चल रही है। जल्द ही कामयाबी मिलने की उम्मीद है। इस मामले में शामिल किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।
– आरपी सिंह, एसपी
अन्य लड़कियों को भी लिया है झांसे में
पुलिस के एक उच्च अधिकारी के अनुसार पुलिस को पता चला है कि अपहृत युवती के गांव में अन्य लड़कियों को भी कुछ लोग शादी व अन्य लालच देकर झांसे में लिया है। संबंधित युवतियों से बयान लेकर उन जालसाजों को भी निशाने पर लिया गया है।
कंबल ओढ़कर रोडवेज बस अड्डा पर आया था जुबराइल
शुरुआत की ढिलाई पुलिस को अब भारी पड़ रही है। मुख्य अभियुक्त-अपहृत युवती को खोजने में पुलिस दिन-रात एक कर प्रदेश के विभिन्न जिलों में ही नहीं बल्कि, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान और उत्तराखंड राज्यों में खाक छान रही है। यदि प्रारंभ से पुलिस ने यदि इस मामले को गंभीरता लिया होता तो मुख्य अभियुक्त जुबराइल युवती को अपहरण कर भाग नहीं पाता।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, रोडवेज बस अड्डे पर जब जुबराइल चाय वाले को मोबाइल बेचने गया था तो उसके साथ युवती नहीं थी और वह कंबल ओढ़े था। यही नहीं, रोडवेज के सामने हाईवे किनारे की दुकानों के बाहर लगे सीसी कैमरे में भी जुबराइल कैद हुआ, पर इन कैमरों में सुबूत तलाशने में पुलिस को देर हो चुकी थी। सात दिन से अधिक वक्त बीतने के बाद डीवीआर में फुटेज रिक्त हो चुके थे। बताया जा रहा है कि संबंधित सीसी कैमरों में लगी डीवीआर की क्षमता इतनी नहीं है कि वह 10-15 दिनों की रिकॉर्डिंग सुरक्षित रहे। जाहिर है कि प्रकरण में यदि पुलिस समय रहते अलर्ट होती तो अभियुक्त के विरुद्ध बहुत कुछ हासिल हो सकता था। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, 24 नवंबर को जब जुबराइल युवती का अपहरण कर रोडवेज बस अड्डा पर आया था, उस दौरान दिल्ली की तीन बसें लगी थीं। पुलिस को शंका है कि जुबराइल युवती को लेकर गैर राज्य ही गया है।
सात टीमें गैर राज्यों में,15 जिले में
एडिशनल एसपी डॉक्टर राजीव दीक्षित ने बताया, अभियुक्त को दबोचने व अपहृत युवती को सकुशल बरामद करने को सर्विलांस व स्वाट टीमों के साथ ही कई थानाध्यक्ष के नेतृत्व वाली कुल सात टीमें विभिन्न राज्यों में लगी हैं। 15 टीमें बाइक से अभियुक्त का पता लगा रही हैं। बाइक पर एक-एक दारोगा या हेड कांस्टेबिल टोह लेते घूम रहे हैं।
वर्जन
तमाम सूत्रों को खंगाल लिया है। थाना क्षेत्र की रेंज में अभियुक्त जुबराइल व अपहृत युवती नहीं है। कोशिश है कि जल्द अपहृत युवती बरामद हो और मुख्य अभियुक्त की गिरफ्तारी हो।
– अमित सिंह भदौरिया, थानाध्यक्ष