मोदी की मन की बात में अमृत सरोवर से लेकर अमृत वाटिका तक
Pm Narendra Modi Mann Ki Baat 103st Episode Live Updates Today
Mann Ki Baat: 7500 कलशों में आएगी देशभर की मिट्टी, दिल्ली में बनेगी अमृत वाटिका… प्रधानमंत्री के मन की बात की 10 बड़ी बातें
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मन की बात कार्यक्रम inके 103वें एपिसोड को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कई राज्यों में आई बाढ़ के दौरान स्थानीय लोगों की बचाव कर्मियों के साथ आपदा का मुकाबला करने की तारीफ की।
नई दिल्ली 30 जुलाई: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को ‘मन की बात’ कार्यक्रम का 103वां संस्करण संबोधित किया। उन्होंने कहा कि जुलाई का महीना यानी मॉनसून का महीना,बारिश का महीना। बीते कुछ दिन,प्राकृतिक आपदाओं से,चिंता और परेशानी से भरे रहे हैं। लेकिन इन आपदाओं के बीच,हम सब देशवासियों ने फिर दिखाया है कि सामूहिक प्रयास की ताकत क्या होती है।
प्रधानमंत्री मोदी ने वृक्षारोपण को लेकर भी बात रखी। उन्होंने कहा कि बारिश का यही समय ‘वृक्षारोपण’ और ‘जल संरक्षण’ के लिए भी उतना ही जरुरी होता है। आजादी के ‘अमृत महोत्सव’ के दौरान बने 60 हजार से ज्यादा अमृत सरोवरों में भी रौनक बढ़ गई है। अभी 50 हजार से ज्यादा अमृत सरोवर बनाने का काम चल भी रहा है। हमारे देशवासी पूरी जागरूकता और जिम्मेदारी से ‘जल संरक्षण’ को नए-नए प्रयास कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि एक French मूल की महिला हैं – Charlotte Chopin (शारलोट शोपा)। बीते दिनों जब मैं France गया था तो इनसे मेरी मुलाकात हुई थी। शारलोट शोपा एक योग टीचर हैं,और उनकी उम्र,100 साल से भी ज्यादा है। वो पिछले 40 साल से योग प्रैक्टिस कर रही हैं। वो अपने स्वास्थ्य और 100 साल की इस आयु का श्रेय योग को ही देती हैं। वो दुनिया में भारत के योग विज्ञान और इसकी ताकत का एक प्रमुख चेहरा बन गई हैं। इन से हर किसी को सीखना चाहिए।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हम न केवल अपनी विरासत अंगीकार करें, बल्कि, उसे जिम्मेदारी से विश्व के सामने प्रस्तुत भी करें। मुझे खुशी है कि ऐसा ही एक प्रयास इन दिनों उज्जैन में चल रहा है। यहां देशभर के 18 चित्रकार, पुराण आधारित आकर्षक चित्रकथाएं बना रहे हैं। ये चित्र, बूंदी,नाथद्वारा,पहाड़ी और अपभ्रंश जैसी कई विशिष्ट शैलियों में बनेंगें। इन्हें उज्जैन के त्रिवेणी संग्रहालय में प्रदर्शित किया जाएगा,यानि कुछ समय बाद,जब आप उज्जैन जाएंगे, तो,महाकाल महालोक के साथ-साथ एक और दिव्य स्थान के आप दर्शन कर सकेंगे।
प्रधामंत्री मोदी ने बताया कि कुछ दिन पहले सोशल मीडिया पर एक अद्भुत क्रेज दिखा। अमेरिका ने हमें सौ से ज्यादा दुर्लभ और प्राचीन कलाकृतियां वापस लौटाई हैं। इस खबर के सामने आने पर सोशल मीडिया पर इन कलाकृतियों को लेकर खूब चर्चा हुई। युवाओं में अपनी विरासत के प्रति गर्व का भाव दिखा। भारत लौटीं ये कलाकृतियाँ ढाई हजार साल से लेकर ढाई सौ साल तक पुरानी हैं। आपको यह भी जानकर खुशी होगी कि इन दुर्लभ चीजों का नाता देश के अलग-अलग क्षेत्रों से है। ये Terracotta, Stone, Metal और लकडी से बनाई गई हैं। इनमें से कुछ तो ऐसी हैं, जो आपको, आश्चर्य से भर देंगी। आप इन्हें देखेंगे, तो देखते ही रह जायेंगे।
प्रधानमंत्री मोदी ने नशा मुक्ति पर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि हमें देश की भावी पीढ़ियां बचानी हैं,तो उन्हें ड्रग्स से दूर रखना ही होगा। इसी सोच से,15 अगस्त 2020 को‘नशा मुक्त भारत अभियान’ की शुरू किया गया था। इस अभियान से 11 करोड़ से ज्यादा लोग जोड़े गये हैं। दो हफ्ते पहले ही भारत ने ड्रग्स के खिलाफ बहुत बड़ी कारवाई की है। ड्रग्स की करीब डेढ़ लाख किलो की खेप जब्त कर उसे नष्ट कर दिया गया है। भारत ने 10 लाख किलो ड्र्ग्स नष्ट करने का अनोखा रेकॉर्ड भी बनाया है। इन Drugs की कीमत 12,000 करोड़ रुपये से भी ज्यादा थी।
उन्होंने आगे कहा कि जब बात drugs और युवा-पीढ़ी की हो रही है,तो मैं आपको मध्य प्रदेश की एक Inspiring -journey के बारे में भी बताना चाहता हूं। ये Inspiring Journey है Mini Brazil की। आप सोच रहे होंगे कि मध्य प्रदेश में Mini Brazil कहां से आ गया, यही तो twist है। शहडोल और उसके आसपास के काफ़ी बड़े इलाके में 1200 से ज्यादा Football club बन चुके हैं। यहाँ से बड़ी संख्या में ऐसे खिलाड़ी निकल रहे है,जो,National level पर खेल रहे हैं। Football के कई बड़े पूर्व खिलाड़ी और coach,आज, यहाँ युवाओं को Training दे रहे हैं। आप सोचिये, एक नशे के लिए बदनाम वनवासी इलाका जो अवैध शराब के लिए जाना जाता था वो अब देश की Football Nursery बन गया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आजादी के 75 साल पूरे होने पर हम सभी पूरे उत्साह से ‘अमृत महोत्सव’ मना रहे हैं। ‘अमृत महोत्सव’ में देश में करीब-करीब दो लाख कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। ये कार्यक्रम एक से बढ़कर एक रंगों से सजे थे,विविधता से भरे थे। इन आयोजनों की एक खूबसूरती ये भी रही कि इनमें रेकॉर्ड संख्या में युवाओं ने हिस्सा लिया। इस दौरान हमारे युवाओं को देश की महान विभूतियों के बारे में बहुत कुछ जानने को मिला। उन्होंने बताया कि ऐसा ही एक कार्यक्रम था – दिव्यांग लेखकों के लिए ‘Writers’ Meet’ का आयोजन। इसमें रेकॉर्ड संख्या में जनसहभागिता देखी गई। वहीं आंध्र प्रदेश के तिरुपति में ‘राष्ट्रीय संस्कृत सम्मलेन’ आयोजित हुआ। हम सभी जानते हैं कि हमारे इतिहास में किलों का,forts का, कितना महत्व रहा है। इसी को दर्शाती एक Campaign, ‘किले और कहानियाँ’ यानी Forts से जुड़ी कहानियाँ भी लोगों को खूब पसंद आई।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज जब देश में,चारों तरफ ‘अमृत महोत्सव’ की गूंज है,15 अगस्त पास ही है तो देश में एक और बड़े अभियान की शुरुआत हो रही है। शहीद वीर-वीरांगनाओं को सम्मान देने को ‘मेरी माटी मेरा देश’ अभियान शुरू होगा। इसमें देश-भर में हमारे अमर बलिदानियों की स्मृति में अनेक कार्यक्रम आयोजित होंगे। मैंने पिछले साल लाल किले से अगले 25 वर्षों के अमृतकाल के लिए ‘पंच प्राण’ की बात की थी। ‘मेरी माटी मेरा देश’ अभियान में हिस्सा लेकर हम इन ‘पंच प्राणों’ को पूरा करने की शपथ भी लेंगे। आप सभी,देश की पवित्र मिट्टी हाथ में लेकर शपथ लेते हुए अपनी सेल्फी को http://yuva.gov.in पर जरुर upload करें।
प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि ‘मेरी माटी मेरा देश’ अभियान में देशभर में ‘अमृत कलश यात्रा’ भी निकाली जाएगी। देश के गांव-गांव से कोने-कोने से 7500 कलशों में मिट्टी लेकर ये यात्रा देश की राजधानी दिल्ली पहुंचेगी। ये यात्रा अपने साथ देश के अलग-अलग हिस्सों से पौधे भी लेकर आएगी। 7500 कलशों में आई माटी और पौधों से मिलाकर नेशनल वॉर मैमोरियल के समीप ‘अमृत वाटिका’ का निर्माण होगा।
उन्होंने आगे कहा कि पिछले वर्ष स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर ‘हर घर तिरंगा अभियान’ के लिए जैसे पूरा देश एक साथ आया था,वैसे ही हमें इस बार भी फिर से,हर घर तिरंगा फहराना है,और इस परंपरा को लगातार आगे बढ़ाना है। इन प्रयासों से हमें अपने कर्तव्यों का बोध होगा,देश की आजादी को दिए गए असंख्य बलिदानों का बोध होगा, आजादी के मूल्य का ऐहसास होगा। इसलिए, हर देशवासी को, इन प्रयासों से, जरुर जुड़ना चाहिए।