बाल-बाल बचे मोदी: फ्लाईओवर पर घेराव में कांग्रेस का निकला हाथ
षड्यंत्रपूर्वक लीक हुआ PM मोदी का रूट:जाम लगाने वाले बोले- पहले ही पता चल गया था, स्पीकर से आवाज लगाकर भीड़ बुलाई; पुलिस साथ में चाय पीती रही
चंडीगढ़ 05 जनवरी ( मनीष शर्मा)प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फिरोजपुर पहुंचने का रूट लीक किए जाने की पुष्टि हो गई है। रूट के बारे में प्रदर्शनकारियों को पहले ही पता चल चुका था। इसके बाद उन्होंने बगल के गांव प्यारेआणा में स्पीकर से अनाउंसमेंट कर भीड़ इकट्ठी की और पूरी रोड जाम कर दी।
तब तक कई किसान संगठन भी वहां आ चुके थे। पहले वह सिर्फ रैली में जा रही भाजपा वर्करों की बसों को रोक रहे थे। यह बात प्रदर्शनकारियों ने खुद कैमरे के सामने मानी है, जिनके वीडियो मीडिया में वायरल हो रहे हैं।
प्रधानमंत्री का रूट क्लियर करवाना छोड़ चाय की चुस्कियां लेते पंजाब पुलिस के जवान
इतना ही नहीं, अब एक और वीडियो सामने आया है, जिसमें PM के रूट पर तैनात पुलिसकर्मी भी भीड़ को हटाकर रास्ता खाली कराने के बजाए प्रदर्शनकारियों के साथ ही चाय की चुस्कियां लेते दिखाई दे रहे हैं। इससे पंजाब सरकार और पंजाब पुलिस की नीयत पर सवाल खड़े हो गए हैं।
भीड़ के बीच तमाशबीन बनकर खड़े पंजाब पुलिस के जवान।
प्रधानमंत्री के आने का पता चलते ही फ्लाई ओवर जाम किया : प्रदर्शनकारी
PM मोदी के रूट पर प्रदर्शन करने वाले व्यक्ति ने कहा कि हमने पुल जाम कर रखा था। हमने भाजपा वर्करों के काफिले को रोक लिया। इसके बाद जैसे ही हमें पता चला कि प्रधानमंत्री बठिंडा रोड से मोगा हाइवे पर इस रूट से आ रहे हैं तो हमने तुरंत नजदीकी गांव प्यारेआणा के स्पीकरों से आवाज दी कि प्रधानमंत्री यहां से आ रहे हैं। इसके अलावा सबको मैसेज भेजकर बुलाया गया जिसके बाद हमने ट्रॉली लगाकर फ्लाई ओवर को पूरी तरह जाम कर दिया। इसके बाद प्रधान मंत्री मोदी को वहां से वापस लौटना पड़ा।
जाम खुलवाने की जगह पंजाब पुलिस वाले खानापूर्ति की ड्यूटी करते रहे।
पुलिस जाम खोलने के बजाए प्रदर्शनकारियों के साथ एंजॉय करती दिखी
प्रधानमंत्री का रूट बिना किसी बाधा वाला होता है, लेकिन पंजाब पुलिस की इसे सुनिश्चित करने में कोई दिलचस्पी नहीं थी। ऐसा ही एक वीडियो सामने आया है। जिसमें साफ दिख रहा है कि प्रधानमंत्री का रूट क्लियर करवाने के बजाय पंजाब पुलिस के अफसर और जवान भी उनके साथ एंजॉय करते रहे। इसमें दिख रहा है कि पुलिस वालों की जाम खुलवाने में कोई दिलचस्पी नहीं बल्कि वह वहां सिर्फ ड्यूटी के नाम पर खानापूर्ति कर रहे थे।
प्रधानमंत्री मोदी की कार की तरफ भागते प्रदर्शनकारी
PM मोदी की कार के पास पहुंच गए थे प्रदर्शनकारी
फिरोजपुर जाते समय प्रधानमंत्री का काफिला नेशनल हाईवे पर जिस जगह रुका, प्रदर्शनकारी उससे 8-10 किलोमीटर आगे बैठे हुए थे। प्रदर्शनकारियों को जैसे ही प्रधानमंत्री के रास्ते में ही रुकने की जानकारी मिली, उनमें से कुछ लोग वहां से काफिले की ओर चल पड़े। इनमें से कुछ लोग तो काफिले के पास पहुंच भी गए। उसके बाद हालात को भांपते हुए प्रधानमंत्री के सुरक्षा अधिकारियों ने वापस लौटने का फैसला लिया क्योंकि अगर प्रधानमंत्री प्रदर्शनकारियों में फंस जाते तो हालात ज्यादा बिगड़ सकते थे।
भाजपा भी लगा चुकी है आरोप कि पुलिस उन्हें लेकर आई
भाजपा नेताओं ने भी आरोप लगाया कि 10 मिनट पहले तक वहां कोई जाम नहीं था। जैसे ही प्रधानमंत्री मोदी के सड़क मार्ग से आने का पता चला तो यह सूचना लीक कर दी गई जिसके बाद वहां सड़क पर जाम लग गया। सरकार के इशारे पर ही जानबूझकर प्रधानमंत्री का रास्ता जाम करवाया गया। एक भाजपा कार्यकर्ता अमित तनेजा ने एक वीडियो साझा कर हैरानी जताई है कि उनकी कार प्रधानमंत्री मोदी के लौटते कानवॉय के सामने कैसे पड़ गई? उन्होंने बताया कि उनकी कार और प्रधानमंत्री की कार के बीच कुछ मीटर दूरी रह गई थी जबकि उनके पास प्रधानमंत्री के कानवॉय के आसपास फटकने का कोई वीआईपी पास नहीं था।