हरिद्वार और ऊधमसिंह नगर में पैस्टीसाइड का उपयोग घटाये अधिकारी: गणेश जोशी
*केंद्रीय उर्वरक मंत्री डॉक्टर मनसुख मंडाविया की अध्यक्षता में उर्वरक की स्थिति पर आयोजित बैठक में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े कृषि मंत्री गणेश जोशी।*
*मंत्री ने अधिकारियों को वर्कशॉप के माध्यम से जागरूकता अभियान के दिए निर्देश।*
देहरादून, 22 अगस्त। प्रदेश के कृषि एवं कृषक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक तथा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉक्टर मनसुख मंडाविया की अध्यक्षता में आयोजित कई राज्यों के कृषि मंत्रियों के साथ उर्वरक की स्थिति पर एक समीक्षा बैठक में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े। बैठक में कृषि के क्षेत्र में रासायनिक उर्वरकों कम से कम उपयोग हो इस पर विस्तार से चर्चा की गई।
मंत्री गणेश जोशी ने केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया को बताया कि हमारी नैनो यूरिया की मांग 50 हजार थी, उन्होंने 77 हजार की आपूर्ति की जिस पर मंत्री गणेश जोशी ने केंद्रीय मंत्री का आभार भी व्यक्त किया। मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि कृषि में पैस्टीसाइड का उपयोग कम से कम हो केंद्र सरकार का प्रयास है कि यूरिया का प्रयोग कम से कम हो। उन्होंने कहा कि किसान नैनो यूरिया का अधिक से अधिक प्रयोग करें। मंत्री जोशी ने कहा कि पैस्टीसाइड का उपयोग हरिद्वार, उधमसिंह नगर तराई क्षेत्र में अत्यधिक मात्रा में हो रहा है।
मंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए जिन क्षेत्रों में पैस्टीसाइड का अत्यधिक मात्रा में उपयोग किया जा रहा है। वहां पर जाकर कार्यशाला का आयोजन कर किसानों को जागरूक किया जाए। उन्होंने अधिकारियों को अधिक से अधिक प्रचार प्रसार करने के भी निर्देश दिए। मंत्री ने कहा कि प्रदेश की अगस्त, 2023 तक 88000 मै0 टन यूरिया मांग के सापेक्ष 92700 मैट्रिक टन की आपूर्ति की गयी है।फॉस्फेटिक उर्वरकों की 33000 मैट्रिक टन मांग के सापेक्ष 20000 मैट्रिक टन की आपूर्ति हुयी है। वर्तमान में प्रदेश में 12996 मैट्रिक टन यूरिया, 10700 मैट्रिक टन फॉस्फेटिक उर्वरक उपलब्ध है। खरीफ सीजन में अभी तक 77000 बोतल नैनो- यूरिया की आपूर्ति हो चुकी है। मंत्री ने कहा नैनो यूरिया की 37000 बोतल अभी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है।
बैठक पर सचिव कृषि दीपेंद्र चौधरी, कृषि महानिदेशक रणवीर सिंह चौहान सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।