सपा नेताओं का फिलिस्तीन समर्थक होर्डिंग मुस्लिमों ने हटाया, जलाया
Kanpur News: फिलिस्तीन के सपोर्ट में कूदे SP नेता, बाद में मोहल्लेवालों से मांगनी पड़ी माफी
कानपुर में सपा नेताओं फिलिस्तीन के समर्थन होर्डिंग लगवाना भारी पड़ गया। इजरायल और फिलिस्तीन की लड़ाई का सपा के स्थानीय नेता विवादित होर्डिंग लगाकर विरोध कर रहे थे। लेकिन मोहल्ले के लोग ही होर्डिंग के विरोध में उतर आए। स्थानीय लोगों ने हार्डिंग उतरवा कर आग के हवाले कर दिया।
हाइलाइट्स:
सपा नेताओं पर मोहल्ले में राजनीति का लगा आरोप
कुछ घंटों बाद ही हटाना पड़ा होर्डिंग,बाद में जलाया गया
सपा नेताओं ने मांगी माफी
कानपुर 14 मई। कानपुर में ईद के मौके पर शहर का माहौल शांत था। इसी बीच कानपुर के नेता इजरायल और फिलिस्तीन के बीच जंग में अपना राजनीतिक मकसद खोजने निकल पड़े। इस लड़ाई से भारत का किसी प्रकार से कोई लेना-देना नहीं है। लेकिन सपा के स्थानीय नेता इजरायल-फिलिस्तीन की लड़ाई में भी राजनीति चमकाने में लग गए। यहां फिलिस्तीन के समर्थन में पोस्टर लगाकर कई कंपनियों का बॉयकाट करने को कहा गया। हैरान करने वाली बात ये है कि होर्डिंग में ज्यादातर कंपनियां जर्मन और अमेरिकन हैं।
दरअसल होर्डिंग में दिखाए गए ज्यादातर प्रोडक्ट्स की कंपनियां जर्मन और अमेरिकन हैं,इस बात से अंजान सपा के नेताओं ने होर्डिंग लगवा दी। होर्डिंग लगवाने वाले नेताओं के समुदाय के लोग ही इसके विरोध में उतर आए। स्थानीय लोगों ने होर्डिंग हटाने के बाद उसको आग के हवाले कर दिया। होर्डिंग लगवाने वाले नेताओं को मोहल्ले वालों से माफी मांगना पड़ी।
फिलिस्तीन के समर्थन में लगाई होर्डिंग
कानपुर में छावनी विधानसभा के अध्यक्ष मुनाउद्दीन, वार्ड 73 के पार्षद प्रत्याशी आबिद हसन, जफरखांन, मुनाफुद्दीन को मोहल्ले में ही नेतागिरी करना भारी पड़ गया। शुक्रवार को सुबह सपा के नेताओं ने फिलिस्तीन के समर्थन में होर्डिंग लगवा दी। होर्डिंग में इजराइल के बने सामानों का बहिष्कार करने की अपील की गई थी। होर्डिंग में सपा के नगर अध्यक्ष डॉ इमरान की तस्वीर भी बिना पूछे लगाई गई थी।
विरोध के बाद जलाया गया होर्डिंग
विवादित होर्डिंग होर्डिंग लगवाने वाले नेताओं के समुदाय के लोग ही विरोध करने लगे। मोहल्ले वालों ने कहा कि इस तरह की होर्डिंग लगाना मोहल्ले में ठीक नहीं है। होर्डिंग लगने के कुछ घंटे बाद उसे उतारना पड़ा। जिसे बाद में जला दिया गया।
होर्डिंग लगाने वाले नेताओं ने मांगी माफी
स्थानीय लोगों का कहना है कि इस लड़ाई से हमारा किसी तरह का वास्ता नहीं है। होर्डिंग लगाने वाले नेताओं का कहना है कि होर्डिंग लगाने से किसी को तकलीफ हुई हो तो हम माफी चाहते है। हमारा मकसद किसी का दिल दुखाना नहीं थी।
इजरायल-फिलिस्तीन की लड़ाई में कूदे कानपुर के नेता!होर्डिंग लगाने पर मोहल्ले के लोगों ने ही सिखा दिया सबक
कानपुर के सपा नेताओं ने सुबह-सुबह फिलिस्तीन के समर्थन में एक बड़ी सी होर्डिंग लगा दी. जिसमें इजरायल के सामानों के बहिष्कार की अपील की गई थी. लेकिन इस होर्डिंग के लगाए जाने के बाद खुद उनके ही समुदाय के लोगों ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया.
सपा नेताओं ने मांगी माफी
इजराइयल और फिलिस्तीन की लड़ाई से कानपुर का कोई लेना-देना भले न हो, लेकिन यहां के नेता अपने-अपने हिसाब से हर लड़ाई में अपना मौका निकालने में लग जाते हैं, यही मौका कभी-कभी उल्टा भी पड़ जाता है. ऐसा ही हुआ है कानपुर के सपा नेता मुनाफुद्दीन, आबिद और जफरखांन के साथ. मुनाउद्दीन सपा के विधानसभा छावनी अध्यक्ष हैं बाकी दोनों वार्ड अध्यक्ष और उपाध्यक्ष हैं. इन दोनों को ही इजरायल-फिलिस्तीन मामले के बीच में कूदना भारी पड़ गया है.
दरअसल इन तीनों नेताओं ने अपनी राजनीति चमकाने के लिए शुक्रवार के दिन सुबह-सुबह फिलिस्तीन के समर्थन में एक बड़ी सी होर्डिंग लगा दी. जिसमें इजरायल के सामानों के बहिष्कार की अपील की गई थी. लेकिन इस होर्डिंग के लगाए जाने के बाद खुद उनके ही समुदाय के लोगों ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया. उनके समुदाय के लोगों ने मोहल्ले में राजनीति करने का आरोप लगाते हुए होर्डिंग का विरोध किया.
ये विरोध इतना अधिक हुआ कि तीन घंटे के बाद ही इन सपा नेताओं को मोहल्ले में से होर्डिंग उतारना पड़ा. जिसे बाद में लोगों ने जला दिया. अब होर्डिंग लगाने वाले तीनों नेता मोहल्ले वालों से माफी भी मांग रहे हैं. सबसे विचित्र बात तो ये रही कि इन लोगों ने अपने होर्डिंग में कानपुर के सपा अध्यक्ष डॉक्टर इमरान की तस्वीर उनसे बिना पूछे ही लगा दी थी.
इस मामले पर हमने आबिद हसन और मुनाफुद्दीन से बात की तो उन्होंने बताया कि हमने इजरायल के विरोध में एक होर्डिंग लगाई थी जिसका हमारे मोहल्ले वालों ने विरोध किया कि यहां ये सब ठीक नहीं है, इसके बाद हमने होर्डिंग उतार दी. जिसको लोगों ने जला दिया. हमें इसका अफसोस है, अगर किसी को इससे तकलीफ हुई हो तो हम माफी चाहते हैं. आपको बता दें कि इजराइल और फिलिस्तीन के बीच में बीते कई दिनों से एक मस्जिद ‘अल-अक्सा’ को लेकर लगातार खूनी संघर्ष चल रहा है।