राजपत्र जारी:आज से मिलेगा शुद्ध सरसों,ब्लैंडिंग के नाम पर मिलावट बनी अवैध
आज से धोखा नहीं मिलेगा शुद्ध सरसों का तेल, ब्लेंडिंग न करने का जारी हो चुका है राजपत्र
तेल की शुद्धता की ओर बढ़ाए कदम।
भारत सरकार द्वारा आठ मार्च को राजपत्र जारी करके आठ जून से सरसों के तेल में ब्लेंडिंग न करने का आदेश दिया गया है। आदेश न मानने वाले कारोबारियों पर सख्त कार्रवाई भी की जाएगी। उपभोक्ताओं का सीधा लाभ मिलेगा।
नई दिल्ली/देहरादून 08 जून। सरसों के तेल में अब तक फैक्ट्री वाले ब्लेंडिंग के नाम पर दूसरे खाद्य तेल भी मिला लेते थे। बोतल में जो तेल नजर आता है, उसमें मात्र कुछ फीसद ही सरसों का तेल होता है। अब मंगलवार से सरसों के तेल में किसी दूसरे तेल की ब्लेंडिंग नहीं की जा सकेगी। भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआइ) के आदेश के बाद अब जिला अभिहीत अधिकारी ने भी ब्लेंडिंग मिलने पर कार्रवाई के निर्देश जारी कर दिए हैं।
देश में सरसों के तेल में ब्लेंडिंग के नाम पर दूसरे खाद्य तेल थोड़ी मात्रा में मिलाने की अनुमति थी लेकिन इस अनुमति की आड़ में तेल कारोबारी दूसरे तेल बहुत अधिक मिला देते थे। इसे देखते हुए एफएसएसएआइ ने आठ मार्च 2021 को अधिसूचना जारी कर दी। साथ ही गजट भी जारी हो गया। इससे पहले पिछले वर्ष इस नियम के संबंध में जनता से भी फीडबैक लिया गया था। आखिरकार अब वह दिन आ ही गया जब सरसों के तेल के बोतल, पाउच या टिन पर लिखा होगा तो वह 100 फीसद सरसों का तेल ही है। इसका वास्तविक लाभ उपभोक्ता को मिलेगा क्योंकि अब सरसों का तेल बताकर उन्हें धोखा नहीं दिया जा सकेगा।
तेल के भाव भी बढ़ेंगे
अभी तक कारोबारी सरसों के तेल में दूसरे तेल मिलाकर सरसों के तेल का भाव कम कर लेते थे लेकिन अब इस पर सजा हो सकती है। सोमवार को थोक बाजार में सरसों का तेल 156 रुपये किलो था जबकि फुटकर में यह 165 से 175 के बीच था। थोक बाजार में सोमवार को दो रुपये बढ़ गए थे। वहीं मांग बढऩे से लाही भी 68 से बढ़कर 69 रुपये किलो हो गई थी।
अब सरसों तेल (Mustard oil) को दूसरे स्रोत के खाद्द्से के लालच में सेहत के दुश्मन सरसों तेल के नाम पर सस्ता पाम ऑयल बेच रहे थे।
खाद्य तेलों में सरसों तेल (Mustard oil) के मिलावट पर आज से पूरी तरह रोक को सरकार ने सोमवार को आदेश जारी कर दिया। इसके अनुसार खाद्य तेलों के उत्पादन में सरसों तेल को मिलाने के बारे में पैकर्स को जो अनुमति अथवा मंजूरी दी गई थी उसे वापस ले लिया गया है। अब सरसों तेल को दूसरे स्रोत के खाद्य तेलों के साथ नहीं मिलाया जा सकेगा। कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय के कृषि, सहकारिता और किसान कल्याण विभाग के तहत आने वाले विपणन एवं निरीक्षण निदेशालय ने मिश्रित खाद्य वनस्पति तेल के सभी पैकिंग करने वालों के नई दिल्ली स्थित क्षेत्रीय कार्यालयों के नाम आदेश जारी किया गया है।
तेल में मिलावट
बाजार सूत्रों का कहना है कि सरकार ने सरसों तेल के सम्मिश्रण को रोककर सराहनीय काम किया है। इससे शुद्ध सरसों तेल की मांग बढ़ेगी और देश में तिलहन उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा। उनका कहना है कि पुराने नियमों की आड़ में अब तक आम जनता को मिश्रित सरसों तेल ही उपलब्ध होता रहा है। कई खाद्य तेलों में तो केवल 20 प्रतिशत ही सरसों तेल होता था, जबकि 80 प्रतिशत दूसरे तेलों का मिश्रण होता था। चावल की भूसी के तेल का इसमें सबसे ज्यादा दुरुपयोग किया जाता रहा है।
मुनाफे का खेल
पैसे के लालच में सेहत के दुश्मन सरसों तेल के नाम पर सस्ता पाम ऑयल बेच रहे हैं। येलो बटर नाम का प्रतिबंधित सिंथेटिक कलर मिलाकर इसे सरसों तेल का रंग दिया जाता है। गंध के लिए एसेंस मिला देते हैं। बटर येलो सेहत के लिए खतरनाक है। पाम ऑयल सरसों तेल के मुकाबले काफी सस्ता है। यही कारण है कि मिलावटखोर लोगों की सेहत से खेल रहे हैं। सरसों तेल में मिलावट की कई शिकायतें आ रही हैं।
ताड़ का तेल/पाम ऑयल
किसानों को हो सकता है फायदा
मिलावट पर रोक की वजह से घरेलू उपभोक्ताओं को गैर-मिलावटी शुद्ध सरसों तेल खाने को मिलेगा तथा भविष्य में इसकी पैदावार में भारी वृद्धि हो सकती है। देश में खाद्य तेलों का सालाना उत्पादन लगभग 75 लाख टन का होता है, जिसके आधे हिस्से की पूर्ति सरसों तेल से होती है। सरकार ने लगभग 20 प्रतिशत सरसों तेल के साथ 80 प्रतिशत चावल भूसी, सोयाबीन डीगम जैसे सस्ते आयातित तेलों की ब्लेंडिंग करने की छूट दे रखी थी। इससे देश में सरसों तेल तिलहन का उत्पादन नहीं बढ़ पाया। अब किसानों को सरसों के अच्छे दाम मिलने लगे हैं और मिलावट पर रोक से सरसों की बंपर पैदावार होने की संभावना है।
चावल की भूसी/ छिलकों का तेल
ऐसे करें असली की पहचान
सरसों तेल को थोड़ी देर के लिए फ्रिज में रखते हैं। अगर असली नहीं होगा, मतलब पाम ऑयल से बना होगा, तो थोड़ा सा जम जाएगा। असली तेल होगा तो नहीं जमेगा। वैसे भी पाम ऑयल से बना तेल थोड़ा भारी होता है। रबिंग टेस्ट सरसों के तेल की शुद्धता की पहचान करने का दूसरा बढ़िया तरीका है। अपनी हथेली में थोड़ा तेल डालें और रगड़ें। यदि इसके बाद आपको कोई गंध या रासायनिक रंग के कोई निशान मिलें, तो इसका मतलब है तेल में कुछ चिकना पदार्थ मिला हुआ है
सोयाबीन का तेल
क्या कहते हैं कारोबारी
-निर्देश की पहले से जानकारी थी, इसलिए कारोबारियों ने ब्लेंडिंग पहले से बंद कर दी थी जिससे कहीं स्टॉक पड़ा न रह जाए। ऐसे में उसे बेचना मुश्किल होता। -प्रेमकृष्ण गुप्ता बल्लू, तेल के कारोबारी।
-यह ग्राहकों के लिए बहुत अच्छा है। उन्हें पूरी तरह सही तेल ही मिलेगा। कारोबारियों के लिए भी ठीक है क्योंकि जो अच्छा काम करेंगे, वे बाजार में बने रहेंगे। -रवि गुप्ता, तेल कारोबारी।
अब आठ जून से देश में सरसों का तेल पूरी तरह शुद्ध ही बिकेगा। अगर बोतल या टिन के ऊपर सरसों का तेल लिखा है तो उसे 100 फीसद शुद्ध रखना होगा। उसमें किसी भी तरह की ब्लेंडिंग नहीं हो सकेगी। मिलावट मिलने पर कार्यवाही की जाएगी। -वीपी सिंह, जिला अभिहीत अधिकारी, कानपुर।