देश को आजाद कराने को अपने प्राण दांव पर लगाने वालों के संगठन ‘युगांतर’ के कार्यक्रम में रोहिणी बरुआ ने एक भारतीय मूल के पुलिस अफसर को मार गिराने पर अंततः फांसी का फंदा चूमा लेकिन दुखद यह कि उनके बारे में देशवासी नहीं जानते। खोजबीन के बाद भी उनके बारे में बहुत ज्यादा विवरण नहीं मिलते।