आवारा कुत्तों ने घेर कर मार डाला अबोध बच्चा
सहारनपुर…कुत्तों ने 12साल के बच्चे को मार डाला:आम के बाग में खेल रहा था मासूम, कुत्तों ने झुंड में हमला बोला; अस्पताल ले जाते समय रास्ते में हो गई मौत।सईद का बेटा आमिर आम के बाग में खेल रहा था।
सहारनपुर 06 अगस्त।सहारनपुर में आवारा कुत्तों के झुंड ने 8 साल के मासूम पर हमला कर दिया। कुत्ते के काटने से बच्चा बुरी तरह से जख्मी हो गया। शरीर से खून बह रहा था। परिजन उसे जख्मी हालत में अस्पताल लेकर निकले, रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। जहां डॉक्टरों ने बच्चे को मृत बताया। घटना से मृतक के परिवार में घर में कोहराम मचा है।
बाग में खेल रहा था बच्चा, कुत्तों ने नोच कर मार डाला
मामला थाना मिर्जापुर के गांव पाडली ग्रांट का है। यहां के निवासी सईद का बेटा आमिर (12वर्ष) घर के पास राव माशूक के आम के बाग में खेल रहा था। तभी आवारा कुत्तों के एक झुंड ने उस पर हमला बोल दिया। कुत्तों ने बच्चे को काटकर लहूलुहान कर दिया। शोरगुल सुनकर परिजन मौके पर पहुंचे।
बच्चे के शरीर से खून बह रहा था। आननफानन में उसे अस्पताल लेकर निकले, रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने उसे मृत बताया। वहीं, परिजनों के घर में मातम पसर गया।
मां का रो-रोकर बुरा हाल
अवारा कुत्तों के झुंड ने एक बच्चे को नोंच-नोंचकर मार डाला। बच्चे की मौत से परिवार में कोहराम मचा है और परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में शुक्रवार को एक दर्दनाक घटना हो गई। थाना मिर्जापुर के गांव पाड़ली ग्रंट में आवारा कुत्तों के झुंड ने घर के सामने खेल रहे 12 वर्षीय आमिर (पुत्र शादाब) को नोंच-नोंचकर मार डाला। बच्चे की मौत से परिवार में कोहराम मच गया और परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
जानिए पूरा मामला
थाना मिर्जापुर क्षेत्र के गांव पाड़ली ग्रंट में 12 साल के बच्चे को आवारा कुत्तों के झुंड़ ने मार डाला। इस दौरान भीड़ ने लाठी-डंडे लेकर कुत्तों से क्षत-विक्षत शव को छुड़ाया। दिल दहला देने वाली यह घटना शुक्रवार की सुबह करीब साढ़े आठ बजे की है। पाड़ली ग्रंट गांव के शादाब का 12 वर्षीय पुत्र आमिर बच्चों के साथ घर के बाहर खेल रहा था। बच्चे खेलते हुए घर से कुछ दूरी पर राव माशूक के बाग में पहुंच गए। यहां कहीं से 20-25 आवारा कुत्तों का झुंड आया और बच्चों पर टूट पड़े। आमिर के साथ खेल रहे अब्दुल्ला, जुबैर, ताबिश, तज्जुमल आदि तो जैसे-तैसे वहां से बचकर भाग निकले, लेकिन आमिर को कुत्तों ने घसीट लिया और उसे मौत के घाट उतार दिया। अन्य बच्चों की सूचना पर आमिर के परिजन ग्रामीणों साथ मौके पर पहुंचे। कुत्ते आमिर के शव को नोंच-नोंचकर खा रहे थे। ग्रामीणों ने शव को छुड़ाया। इसके बाद शव को परिजन उठाकर घर ले गए।
आवारा कुत्तों के झुंड का निवाला बने आमिर के परिवार में कोहराम मचा है। क्षत-विक्षत शव को देखकर हर कोई सहम गया। आमिर के पिता शादाब मजदूरी करते हैं। चार भाई-बहनों में आमिर सबसे बड़ा था। आमिर की मां आमरा का रो रोकर बुरा हाल है। आमिर कक्षा दो का छात्र था। मृत आमिर के चाचा ने बताया कि आज उनकी रिश्तेदारी में शादी है। परिवार के अन्य लोग शादी में जा चुके थे। केवल शादाब का परिवार ही रुका हुआ था। उनको भी शादी में पहुंचना था।
स्थानीय लोगों ने जताई नाराजगी
स्थानीय लोगों ने इस घटना पर नाराजगी जताई है। गांव के प्रधान मोहम्मद कामिल, मेहरबान, भूरा, मुकीम, दिलशाद, नोमान, गुफरान, आलिम, भट्टू, शहजाद, उस्मान, वाजिद, बिलाल व सुलेमान ने आवारा कुत्तों को पकड़वाने की मांग की। आवारा कुत्तों के बढ़ते आतंक से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है।
पहले भी सामने आ चुकी हैं ऐसी घटनाएं
18 अप्रैल 2020 को कस्बा तीतरों में आवारा कुत्तों के हमले में 6 साल की मासूम बच्ची की मौत हो गई थी।
26 अगस्त 2020 को थाना मंडी क्षेत्र के मुफ्ती मुजफ्फर हुसैन मस्जिद के पास एक 3 साल की मासूम बच्ची को कुत्तों ने बुरी तरह नोच लिया था।
9 अगस्त 2019 को ग्राम दयालपुर में आवारा कुत्तों ने 28 दिन के एक नवजात की नोच-नोचकर जान ले ली थी।
19 मई 2019 को ही गंगोह क्षेत्र के गांव कुतुबखेड़ी में अर्नव (4वर्ष) पुत्र राजू )को कुत्तों ने नोचकर मार डाला था।
22 मई को गंगोह के गांव बिलासपुर में किसान श्याम सिंह के बछड़े को कुत्तों ने नोच-नोच कर मार डाला था।
4 जून 2019 को गांव कुतुबखेड़ी में ही रहने वाले कमल की पांच साल की बेटी को कुत्तों ने हमला करके घायल कर दिया था।
5 अगस्त 2018 को शेखपुरा गांव में इफ्तखार के छह साल का बेटे फहीम को आवारा कुत्तों के झुंड ने काट कर घायल कर दिया था।
यह बरतें सावधानी
कुत्ता कुछ खा पी रहा हो तो उसके पास न जाएं।
अगर कुत्ते के पिल्ले उसके साथ हों उसके नजदीक न जाएं।
कुत्ते आपस में लड़ रहे हों तो भी उनसे दूर रहें।
सोते हुए कुत्ते को न छेड़ें।
कुत्तों के एकदम नजदीक से भागदौड़ न करें।
कुत्तों के कान और पूंछ आदि न खींचें।
रात में बच्चों को खुले आंगन में सोने में सावधानी बरतें।