त्रिवेंद्र अभी भी उलझन में-बेदाग रहा,हटाया क्यों?
उत्तराखंड: हटने का कारण नहीं समझ पा रहे हैं पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र,बोले-मुझे कोई नहीं डिगा सकता
कहा, चार साल के कार्यकाल में एक भी दाग नहीं लगा
भावुक कार्यकर्ताओं के बीच पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का छलका दर्द
बोले, चाहे कितने कष्ट झेलने पड़े, झेलूंगा
देहरादून 25 मार्च। पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को उनकी पार्टी ने मुख्यमंत्री पद से हटाये जाने का कारण नहीं बताया। वे खुद भी कुछ समझ नहीं पा रहे हैं। डोईवाला में एक कार्यक्रम में बोलते हुए उन्होंने इसे लेकर पीड़ा व्यक्त की तो बाद में उनसे पूछा गया कि उन्होंने अपने भाषण में छल का जिक्र किया, तो उन्होंने कहा, मैं कोई कारण नहीं समझ पा रहा हूं। त्रिवेंद्र गुरुवार को डोईवाला विधानसभा क्षेत्र बालावाला में होली मिलन कार्यक्रम में मीडिया कर्मियों से बातचीत कर रहे थे।
इस दौरान उन्होंने कहा कि चार साल के कार्यकाल में उन पर एक भी दाग नहीं लगा। वे राजनीति की काली सुरंग में साफ सुथरे बाहर निकले हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें चाहे कितने भी कष्ट झेलने पड़े, झेलेंगे। लेकिन ईमानदारी के साथ काम करने से कोई उन्हें नहीं डिगा सकता। हो सकता है कुछ लोगों को इससे कष्ट हुआ हो। लेकिन वह आश्वस्त करते हैं कि वह राजनीतिक की काली सुरंग में बेदाग रहेंगे
कार्यकर्ताओं के बीच पूर्व मुख्यमंत्री के दिल का दर्द छलक गया। उन्होंने महाभारत में अभिमन्यु के साथ हुए छल का भी जिक्र किया। मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि मैं देख रहा हूं कि क्षेत्र के कार्यकर्ता काफी तकलीफ में हैं और भावुक भी हैं। मैं लगातार इस चीज को महसूस कर रहा हूं। मैंने उनसे कहा कि मैं जितने दिन भी इस पद पर रहा मैंने बहुत साफ-सुथरे तरीके से सरकार चलाने का प्रयास किया।
कोई भी दाग लगने की आशंका रही, मैंने हमेशा उससे बचने का प्रयास किया। मुझे इस बात की खुशी है कि मैं इन चार वर्षों में अपने आपको साफ सुथरी हालत बाहर निकालने में सफल रहा । इस बात का गर्व हमारे प्रदेश को होना चाहिए। क्षेत्र के कार्यकर्ता को भी गर्व होना चाहिए जिनके कारण में विधायक व मुख्यमंत्री बना। कार्यक्रम में देहरादून के मेयर सुनील उनियाल गामा,मंडल अध्यक्ष अशोक राज पवार , रोशन लाल थपलियाल, सविता पवार,धीरेंद्र पवार,शिवपाल सिंह,अजय पाल सिंह रावत,विनोद खंडूडीं,दर्जा राज्यमंन्त्री राजपाल सिंह रावत,बृजभूषण गैरोला मौजूद थे।
हो सकता है कुछ लोगों को कष्ट हुआ हो
त्रिवेंद्र ने कहा कि चार वर्षों में उन्होंने राज्य के युवाओं व महिलाओं की मजबूती के लिए योजनाएं शुरू कीं। हो सकता है कि कुछ लोगों को कष्ट हुआ होगा। मैं इस बारे में कुछ नहीं कहना चाहूंगा। लेकिन मैं आपका हूं, आपके बीच रहूंगा। पूरी ईमानदारी के साथ काम करुंगा।
राजनीति की काली सुरंग में भी बेदाग रहूंगा
उन्होंने क्षेत्र की जनता को आश्वस्त किया कि राजनीति की काली सुरंग में से कभी भी नहीं पाएंगे कि त्रिवेंद्र ने कोई ऐसा काम किया कि उन्हें कहीं पर आंख से आंख मिलाने कोई दिक्कत हो। चाहे इसके लिए उन्हें कोई भी कष्ट झेलने पड़े। वो कष्ट झेलेंगे।
कहीं ऐसा न हो, देश फिर लॉकडाउन की ओर जाए
पूर्व मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की कि वे कोरोना संक्रमण को लेकर सजग रहें और एहतियात बरतें। उन्होंने आगाह किया कि लापरवाही में कहीं ऐसा न हो कि देश फिर लॉकडाउन की ओर जाए। ये बात वे बहुत अनुभव व अध्ययन के बाद बोल रहे है। अगर हम नहीं संभले, तो बहुत बड़ी क्षति होगी। उन्होंने लोगों से अपील की कि वह होली पर्व पर पानी का इस्तेमाल बिल्कुल न करें।
इसलिए आया कि लोग तरह-तरह की बातें न करें
उन्होंने कहा कि कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए वह होली मिलन कार्यक्रम में आने को लेकर असमंजस में थे। लेकिन फिर मैंने विचार किया कि लोग सोचेंगे कि कहीं मैं मुख्यमंत्री नहीं हूं,परेशान हूं,कष्ट में हूं,इसलिए नहीं आ रहा हैं। लोग तरह-तरह की बातें करेंगे,इसलिए मैं कार्यक्रम में आया। लेकिन मैंने संदेश दिया था कि लोग सामाजिक दूरी बनाकर रखेंगे।
सांस्कृतिक प्रस्तुति पर बच्चों को दिए 500-500 रुपये
उन्होंने सांस्कृतिक कार्यक्रम करने वाले बच्चों को अपनी ओर से पांच- पांच सौ रूपये प्रोत्साहन राशि देने की घोषणा की।
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