तुलसी के 12 आम बिके 1.20 लाख रुपए में
1 लाख 20 हजार रुपये में बिके एक दर्जन आम, बदल गई बच्ची की किस्मत, अब कर सकेगी पढ़ाई
पहले ही दिन में तुलसी ने शिक्षिका पर एक अच्छी छाप छोड़ी. उसकी शिक्षिका का मानना है कि तुलसी में पढ़ाई की ललक है और अगर उसे सही मार्गदर्शन मिला तो वो पूरे परिवार का नाम रौशन करेगी
बच्ची तुलसी कुमारी
जमशेदपुर 29 जून: झारखंड के जमशेदपुर में चौंकाने वाला मामला सामने आया है. मामला शहर के बिस्टोपुर थाना क्षेत्र के जीआरडी कॉम्प्लेक्स कैंपस की है, जहां 11 साल की बच्ची तुलसी कुमारी ने 1 लाख 20 हजार रुपये में एक दर्जन आम बेचे हैं. आम बेच कर मिले इन पैसों का अब वो अपनी पढ़ाई जारी रखने में इस्तेमाल करेगी. दरअसल, जीआरडी कॉम्प्लेक्स के स्टेट मेन रोड स्थित बंगला नंबर-46 के आउटहाउस में रहने वाली तुलसी की पढ़ाई कोरोना की वजह से लागू किए गए लॉकडाउन में छूट गई थी. ऑनलाइन पढ़ाई करने के लिए उसे स्मार्ट फोन की सख्त जरूरत थी.
पैसों के लिए बेचना शुरू किया आम
घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने की वजह से परिजन उसे मोबाइल खरीद कर देने में सक्षम नहीं थे. ऐसे में अपनी जरूरत पूरी करने के लिए उसने जिद ठानी और सड़क किनारे आम बेचना शुरू कर दिया. आम बेच कर वो मोबाइल के लिए पैसे जोड़ ही रही थी कि एक सामाजिक संस्था की नजर उस पर पड़ी और संस्था के मेंबरों ने तुलसी से बातचीत कर, उससे आम बेचने के संबंध में जानकारी ली.
पूरा मामला जानने के बाद उन्होंने बच्ची से एक लाख 20 हजार रुपये में एक दर्जन आम खरीदे और पैसे यह कह कर दिए कि तुलसी आगे की पढ़ाई इस पैसे से करेगी और अपने लिए एक स्मार्ट फ़ोन भी खरीदेगी, जिससे उसकी ऑनलाइन पढ़ाई हो सकेगी.
बच्ची की शिक्षिका ने बताया-पढने की ललक है बच्ची में
मिली जानकारी अनुसार पैसे मिलने के बाद तुलसी के लिए ट्यूशन टीचर का इंतजाम किया गया और पहले ही दिन में तुलसी ने शिक्षिका पर एक अच्छी छाप छोड़ी. उसकी शिक्षिका का मानना है कि तुलसी में पढ़ाई की ललक है और अगर उसे सही मार्गदर्शन मिला तो वो पूरे परिवार का नाम रौशन करेगी.
बहरहाल, कुछ महीनों के लिए तुलसी के पढ़ाई का इंतजाम हो गया है. लेकिन उसे इंतजार है किसी और सामाजिक संस्था की, जो आगे आए और उसका किसी अच्छे स्कूल में दाखिला कराए, ताकि वह अपनी पढ़ाई जो की कुछ दिनों से छूट गई थी, उसे पूरा कर अपना और शहर का नाम रौशन कर सके.