उप्र में सहारनपुर कोरोना कर्फ्यू से बाहर,अब गोरखपुर, मेरठ और लखनऊ में ही 600+ केस
न्यू उत्तर प्रदेश ⁄ लखनऊ
UP Unlock Update: अब उत्तर प्रदेश के 3 शहरों में ही कोरोना कर्फ्यू, 24 घंटों में मिले 727 नए संक्रमित
अब उत्तर प्रदेश के 3 शहरों में ही कोरोना कर्फ्यू, 24 घंटों में मिले 727 नए संक्रमित600 से कम कोरोना के सक्रिय मामले होते ही सहारनपुर भी अब कोरोना कर्फ्यू से मुक्त हो गया ह,600 से कम सक्रिय मामले होते ही सोमवार को सीएम योगी आदित्यनाथ ने समीक्षा करते हुए सहारनपुर को भी छूट देने का निर्देश दिया। अब सिर्फ लखनऊ गोरखपुर और मेरठ में ही 600 से अधिक सक्रिय केस होने की वजह से वहां प्रतिबंध लागू है
लखनऊ,07 जून। उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर पर नियंत्रण लगता दिख रहा है। सीएम योगी आदित्यनाथ जबसे खुद ग्राउंड जीरो पर उतारकर कोरोना मैनेजमेंट की निगरानी कर रहे हैं, उसके बाद से लगातार संक्रमण की दर में गिरवाट देखने को मिल रही है। सीएम योगी के ट्रेस, टेस्ट और ट्रीट फार्मूले का ही असर है कि अब प्रदेश में संक्रमण दर शून्य के आसपास पहुंच चुकी है।
बीते 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के सिर्फ 727 नए मामले प्रदेश भर में मिले। कोरोना संक्रमण की वजह से लगे आंशिक कोरोना कर्फ्यू से अब लगभग पूरा प्रदेश राहत पा चुका है। 600 से कम सक्रिय मामले होते ही सोमवार को सीएम योगी आदित्यनाथ ने समीक्षा करते हुए सहारनपुर को भी छूट देने का निर्देश दिया। अब सिर्फ लखनऊ, गोरखपुर और मेरठ में ही 600 से अधिक सक्रिय केस होने की वजह से वहां प्रतिबंध लागू है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को अपने सरकारी आवास से वर्चुअल समीक्षा बैठक की। इसमें बताया कि सहारनपुर में भी कोरोना के सक्रिय मामले 600 से कम हो गए हैं। लिहाजा इन्हें कोरोना कर्फ्यू से छूट दे दी गई। यहां भी अन्य 72 जिलों की तरह शनिवार-रविवार की साप्ताहिक बंदी को छोड़कर बाकी पांच दिनों में सुबह सात से शाम सात बजे तक बाजार खुल सकेंगे। वहीं, लखनऊ, गोरखपुर और मेरठ में कोरोना संक्रमण के मामले अभी भी 600 से अधिक हैं। इनके संबंध में मंगलवार को विचार किया जाएगा।
यह भी पढ़ें
रायबरेली के कोविड हॉस्पिटल में युवती से दुष्कर्म का प्रयास, तकिया चादर लेने के बहाने बुलाया था कमरे में
रायबरेली के कोविड हॉस्पिटल में युवती से दुष्कर्म का प्रयास, तकिया चादर लेने के बहाने बुलाया था कमरे में
समीक्षा बैठक सीएम योगी आदित्यनाथ को बताया गया कि अन्य राज्य कोरोना नियंत्रण में उत्तर प्रदेश से बहुत पीछे हैं। उत्तर प्रदेश पांच करोड़ से अधिक कोरोना टेस्ट करने वाला अकेला राज्य है। प्रदेश के किसी जिले में 100 से अधिक कोरोना केस नहीं आए हैं, जबकि यूपी से आधी आबादी वाले महाराष्ट्र में कल 13,000 केस और अभी तक एक लाख से ज्यादा मौते हो चुकी हैं।
उत्तर प्रदेश में चौबीस घंटों के दौरान तीन लाख दस हजार कोरोना टेस्ट हुए, जिनमें संक्रमण के 727 नए मामले आए हैं। इस दौरान 2,860 लोगों ठीक होने के बाद जिस्चार्ज कर दिया गया है। अब राज्य की पॉजिटिविटी दर 0.2 फीसद पहुंच चुकी है। राज्य में अब कुल एक्टिव केस 15,600 है। प्रदेश में अब तक 2 करोड़ दो लाख 54 हजार वैक्सीन डोज लोगों को दी जा चुकी है। अब सिर्फ मेरठ लखनऊ और गोरखपुर में 600 से ज्यादा सक्रिय मामले हैं। अन्य सभी जिले कोरोना कर्फ्यू से मुक्त हो गए हैं।
यह भी पढ़ें
लखनऊ में मुख्तार अंसारी के करीबियों की गुंडई, व्यापारी को गन प्वाइंट पर बंधक बनाकर चेन-अंगूठी लूटी
लखनऊ में मुख्तार अंसारी के करीबियों की गुंडई, व्यापारी को गन प्वाइंट पर बंधक बनाकर चेन-अंगूठी लूटी
औद्योगिक संस्थान भी टीकाकरण में सहयोग के इच्छुक : सीएम योगी ने कहा कि विभिन्न बड़े औद्योगिक संस्थानों ने अपने कर्मियों का कोरोना टीकाकरण स्वयं के संसाधनों से कराने के साथ ही आम जनता के लिए निश्शुल्क कोरोना वैक्सीनेशन बूथ शुरू करने की इच्छा प्रकट की है। भारत सरकार से अनुमति लेकर इस कार्यक्रम को आगे बढ़ाने का प्रयास किया जाए। इससे सभी प्रदेशवासियों के जल्द टीकाकरण के लक्ष्य को प्राप्त करने में सहायता मिलेगी।
यह भी पढ़ें
Video: बलरामपुर में चलती कार में तमंचा लहराना पड़ा भारी, इंटरनेट मीडिया पर वीडियो वायरल होने पर दो गिरफ्तार
Video: बलरामपुर में चलती कार में तमंचा लहराना पड़ा भारी, इंटरनेट मीडिया पर वीडियो वायरल होने पर दो गिरफ्तार
14 जून से कामगारों का टीकाकरण : मुख्यमंत्री को बताया गया कि सोमवार से सभी जिलों में महिला स्पेशल कोरोना वैक्सीनेशन बूथ शुरू किए गए हैं। अगले सोमवार यानी 14 जून से अपने दिन-प्रतिदिन के काम में आम जनता के सर्वाधिक सीधे संपर्क में आने वाले कामगारों, जैसे रिक्शा, ई-रिक्शा, थ्री व्हीलर चालक, दूध विक्रेता, ठेला और खोमचे वाले दुकानदारों आदि के टीकाकरण का विशेष प्रबंध किया जाएगा। सीएम ने कहा कि जिन कोरोना वारियर और हेल्थ वर्कर ने टीके की दूसरी डोज नहीं ली है, उन्हें प्रेरित किया जाए। तभी संक्रमण से उनकी पूरी तरह से सुरक्षा हो सकेगी।