उत्तराखंड कोरोना 21अप्रैल नया रिकॉर्ड:34 मौतें,4807 नये केस
उत्तराखंड में पहली बार एक दिन में कोरोना के 4807 मामले, कोरोना संक्रमित 34 मरीजों की मौत
उत्तराखंड में पहली बार एक दिन 4807 मामले आए हैं। वहीं 34 मरीजों की मौत भी हुई है उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर और भी ज्यादा घातक होती जा रही है। बुधवार को प्रदेश में पहली बार एक दिन 4807 मामले आए हैं। वहीं 34 मरीजों की मौत भी हुई है।
देहरादून 21 । उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर और भी ज्यादा घातक होती जा रही है। न केवल संक्रमितों की संख्या, बल्कि मौत का आंकड़ा भी अब इसकी भयावहता बयां कर रहा है। प्रदेश में पहली बार एक दिन 4807 मामले आए हैं। वहीं 34 मरीजों की मौत भी हुई है। ये मौत की दूसरी सर्वाधिक संख्या है। स्थिति इसलिए भी चिंताजनक है क्योंकि बढ़ते मामलों के कारण सक्रिय मामलों की बोझ भी बढ़ गया है। राज्य में सक्रिय मामले 25 हजार के करीब पहुंच गए हैं। जिससे हेल्थ सिस्टम पर भी अत्याधिक दबाव है। बुधवार को राज्य में संक्रमण दर भी 13.11 फीसद रही है।
स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, निजी व सरकारी लैब से 36657 सैंपल की रिपोर्ट प्राप्त हुई है। जिनमें 31850 सैंपल की रिपोर्ट निगेटिव आई है। देहरादून जनपद में कोरोना जमकर कहर बरपा रहा है। यहां अब तक के सर्वाधिक 1876 लोग संक्रमित मिले हैं। यही नहीं संक्रमण दर 24 फीसद रही है। नैनीताल में 818 व्यक्तियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। चिंताजनक ये कि यहां संक्रमण दर 48 फीसद रही है। हरिद्वार में 786, ऊधमसिंहनगर में 602, पौड़ी गढ़वाल में 217 व टिहरी गढ़वाल में 185 लोग संक्रमित मिले हैं। वहीं अल्मोड़ा में 99, उत्तरकाशी में 75, चमोली में 61, रुद्रप्रयाग में 52, पिथौरागढ़ में 18, चंपावत में 10 और बागेश्वर में 8 नए मामले आए हैं। इधर, विभिन्न जनपदों में 894 लोग स्वस्थ भी हुए हैं।
बता दें कि अभी तक उत्तराखंड में एक लाख 34 हजार 12 लोग संक्रमित हुए हैं। जिनमें एक लाख चार हजार 527 स्वस्थ हो गए हैं। फिलवक्त कोरोना के 24893 एक्टिस केस हैं। जबकि कोरोना संक्रमित 1953 मरीजों की मौत भी हो चुकी है।
बाजार दो बजे ही बंद
प्रदेश में बेकाबू होते जा रहे कोरोना संक्रमण की रफ्तार रोकने के लिए प्रदेश सरकार ने पाबंदियां बढ़ा दी हैं।
बेकाबू होते जा रहे कोरोना संक्रमण की रफ्तार रोकने के लिए बुधवार दोपहर जैसे ही घड़ी में दो बजे राजधानी देहरादून की दुकानों के शटर गिरने लगे। कहीं-कहीं दुकानें खुली थीं, जिन्हें बाद में पुलिस ने बंद करवाया। इतना ही नहीं शराब की दुकानें दो बजे के बाद भी खुली दिखाई दीं। प्रदेश में बेकाबू होते जा रहे कोरोना संक्रमण की रफ्तार रोकने के लिए प्रदेश सरकार ने पाबंदियां बढ़ा दी हैं।
बुधवार से पूरे प्रदेश में शाम सात बजे से सुबह पांच बजे तक रात्रि कर्फ्यू लागू होगा। जरूरी चीजों को छोड़कर अन्य चीजों की दुकानें दोपहर दो बजे तक ही खुली रहीं। वहीं, सभी शिक्षण संस्थान बंद कर दिए गए हैं। मुख्य सचिव ओमप्रकाश की ओर से जारी मानक प्रचालन प्रक्रिया (एसओपी) में सरकार ने तालाबंदी शब्द से परहेज किया है, लेकिन तरीके तालाबंदी के ही अपनाए हैं।
प्रदेश में आने पर अब कोविड जांच की 72 घंटे पहले तक की निगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य कर दी गई है। इसके साथ ही स्मार्ट सिटी की वेबसाइट पर भी पंजीकरण अनिवार्य कर दिया गया है।
सार्वजनिक वाहनों में 50 प्रतिशत क्षमता का उपयोग, जिम, तरणताल, स्पा आदि की पूर्ण बंदी लागू की गई है।
समारोहों में अधिकतम 100 लोगों की उपस्थिति के नियम को लागू रखा गया है। यह एसओपी 30 अप्रैल तक के लिए लागू की गई है।
प्रदेश में प्राइमरी से लेकर महाविद्यालय तक के सभी सरकारी शिक्षण संस्थान बंद रहेंगे।
प्रदेश सरकार ने कहा है कि अग्रिम आदेशों तक इन सभी को बंद रखा जाएगा। इनमें आईटीआई सहित कोचिंग इंस्टीट्यूट भी शामिल हैं। पढ़ाई ऑनलाइन होगी।
एसओपी में साफ कर दिया गया है कि जिले में पुलिस विभाग को छोड़कर तैनात विभिन्न विभागों के अधिकारियों, कर्मचारियों की छुट्टियां अब जिलाधिकारी स्वीकृत करेंगे। निदेशालयों के स्तर पर आदेश जारी नहीं होंगे।
एसओपी में फिर स्पष्ट किया गया है कि कुुंभ के क्षेत्र और समय में कोई बदलाव नहीं है।
हरिद्वार में और रुड़की में दोपहर 2:00 बजे के बाद मेन बाजार, सिविल लाइंस और नारसन में दुकानें बंद कर दी गईं।
कोरोना कर्फ्यू के बाद हल्द्वानी में बनभूलपुरा का क्षेत्र बंद पड़ा है।