उत्तराखंड 23 अप्रैल कोरोना मौतें रिकार्ड 49,संक्रमण4339

उत्तराखंड में एक दिन में सर्वाधिक 49 मौत, दो हजार के पार आंकड़ा।
Uttarakhand Coronavirus Update कोरोना वायरस की दूसरी तरह पहले से भी ज्यादा घातक साबित हो रही है। न केवल संक्रमितों की संख्या बल्कि मौत का आंकड़ा भी अब इसकी भयावहता बयां कर रहा है। शुक्रवार को प्रदेश में कोरोना संक्रमित 49 मरीजों की मौत हुई है।

कोरोना वायरस की दूसरी तरह पहले से भी ज्यादा घातक साबित हो रही है। न केवल संक्रमितों की संख्या, बल्कि मौत का आंकड़ा भी अब इसकी भयावहता बयां कर रहा है। शुक्रवार को प्रदेश में कोरोना संक्रमित 49 मरीजों की मौत हुई है।

ये पूरे कोरोनाकाल में एक दिन में हुई सर्वाधिक मौत हैं। इससे पहले 17 अप्रैल को यह संख्या 37 रही थी। स्थिति की गंभीरता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि अप्रैल में अब तक 304 मरीज कोरोना के कारण अपनी जान गंवा चुके हैं। राहत की बात ये है कि संख्यात्मक दृष्टि से मौत यह आंकड़ा बड़ा है, पर मृत्यु दर में कुछ गिरावट आई है। मार्च अंत में मृत्यु दर 1.71 फीसद थी, जबकि अब यह 1.42 फीसद है।

उत्तराखंड में कोरोना का पहला मामला 15 मार्च को सामने आया था, जबकि पहली मौत एक मई को हुई। इसके बाद मौत का ग्राफ निरंतर बढ़ता गया। कोरोना मृत्यु दर राज्य के लिए लगातार चिंता का सबब बनी रही है। यहां सर्वाधिक मौत अक्टूबर माह में हुई। पिछले कुछ वक्त से जरूर सिस्टम सुकून में था, पर अब मौत का आंकड़ा फिर डराने लगा है।

जिस तरह से कोरोना बेकाबू हुआ है, उसके बाद हालात बिगड़ते जा रहे हैं। इससे हेल्थ सिस्टम पर भी दबाव है। स्थिति दिन-ब-दिन भयावह हो रही है और मरीजों की बढ़ती तादाद के बीच सीमित संसाधन बड़ी चुनौती हैं। बता दें कि प्रदेश में अब तक कोरोना संक्रमित 2021 मरीजों की मौत हुई है।

कोरोना के 4339 नए मामले, 30 हजार के करीब एक्टिव के

उत्तराखंड में कोरोना वायरस संक्रमण का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है। शुक्रवार को 4339 लोग संक्रमित मिले हैं जबकि 49 लोगों की मौत हुई है। वहीं 1179 लोग पूरी तरह से ठीक हुए हैं। वर्तमान में 29949 मामले एक्टिव हैं।उत्तराखंड में कोरोना की रफ्तार नहीं थम रही है। शुक्रवार को संक्रमितों का आंकड़ा फिर चार हजार की संख्या पार कर गया। राज्य में कोरोना के 4339 नए मामले आए हैं। स्थिति की गंभीरता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि अप्रैल माह में अब तक 41 हजार 938 लोग संक्रमित हो चुके हैं। यह अब तक आए कुल मामलों का करीब 29 फीसद है। बढ़ते मामलों के कारण सक्रिय मामले भी अब तीस हजार के करीब पहुंच गए हैं। चिंता इस बात की है कि न केवल मैदान बल्कि पहाड़ में भी अब संक्रमण दर में लगातार उछाल आ रहा है। जबकि जांच तुलनात्मक रूप से काफी कम हो रही है।

स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार निजी व सरकारी लैब से 36069 सैंपल की रिपोर्ट प्राप्त हुई है, जिनमें 31730 की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। सैंपल पॉजिटिविटी रेट 12 फीसद रहा है। देहरादून में सबसे अधिक 1605 लोग संक्रमित मिले हैं। जबकि संक्रमण दर 21 फीसद के करीब रही है। हरिद्वार में भी मामले अब तेजी से बढ़ रहे हैं। यहां 1115 व्यक्तियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।

यह पहली बार है जब हरिद्वार में एक दिन में हजार से ज्यादा मामले आए हैं। इसके अलावा ऊधमसिंहनगर में 332, नैनीताल में 317, पौड़ी गढ़वाल में 243, चंपावत में 187, चमोली में 184, अल्मोड़ा में 131, टिहरी गढ़वाल में 78, पिथौरागढ़ में 40, उत्तरकाशी में 38, रूद्रप्रयाग में 35 व बागेश्वर में 34 मरीज मिले हैं। इधर, विभिन्न जिलों में 1179 मरीज स्वस्थ भी हुए हैं। बता दें कि अभी तक उत्तराखंड में कोरोना के एक लाख 42 हजार 349 मामले आए हैं, जिनमें एक लाख सात हजार 450 स्वस्थ हो गए हैं। फिलवक्त कोरोना के 29949 सक्रिय मामले हैं, जबकि 2929 मरीज राज्य से बाहर जा चुके हैं।

कोरोना की दूसरी लहर में अब तक चार मैदानी जिले ही सर्वाधिक प्रभावित थे। पर अब पहाड़ी जिलों में भी कोरोना का प्रसार तेज होता जा रहा है। स्थिति ये है कि चंपावत में शुक्रवार को संक्रमण दर 62 फीसद रही है। यहां 187 सैंपल की रिपोर्ट पॉजिटिव, जबकि 114 की नेगेटिव आई है। वहीं, टिहरी में संक्रमण दर 37 फीसद व पौड़ी में 30 फीसद रही है। इसी तरह चमोली व अल्मोड़ा में यह क्रमश: 24 व 17 फीसद है। अब जबकि प्रवासियों के घर लौटने का सिलसिला तेज हुआ है, पहाड़ में स्थिति गंभीर होने लगी है।

संक्रमण की बढ़ती रफ्तार के बीच भी कुछ जिलों में बहुत कम जांच की जा रही है। इनमें एक बड़ी चिंता नैनीताल जनपद को लेकर है। ताज्जुब ये कि शुक्रवार को यहां मात्र 764 ही सैंपल की रिपोर्ट आई है। इसी तरह ऊधमसिंहनगर में भी केवल 1291 सैंपल की जांच की गई है।

लगातार गिर रही रिकवरी दर

प्रदेश में रिकवरी दर में भी लगातार गिरावट आ रही है। यह मार्च अंत तक 94.94 फीसद थी, जो अब घटकर 75.48 फीसद रह गई है। यानी रिकवरी दर में 19.46 फीसद की गिरावट आई है। इसका कारण ये है कि पिछले 24 दिन से संक्रमितों का आंकड़ा स्वस्थ होने वालों से कई ज्यादा रहा है।

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