उत्तराखंड कोरोना से ठीक हुए रोगी नये संक्रमितों से तिगुने,24 भी सक्रीय केस 49579

उत्तराखंड में कोरोना: 7051 मरीज हुए ठीक, सामने आए 2071 नए संक्रमित, 95 की मौत,उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण के मामले धीरे-धीरे कम हो रहे हैं, लेकिन मौत के मामलों में कमी नहीं आ रही है।
देहरादून 24मई । उत्तराखंड में बीते 24 घंटे में 2071 संक्रमित मामले मिले हैं। वहीं, 95 मरीजों ने दम तोड़ा है। आज 7051 मरीजों को ठीक होने के बाद डिस्चार्ज किया गया। अब तक 254654 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। वर्तमान में 49579 सक्रिय मरीजों का उपचार चल रहा है। कुल संक्रमितों की संख्या 315590 हो गई है।
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक सोमवार को 30022 सैंपलों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। देहरादून जिले में 423 कोरोना मरीज मिले हैं। ऊधमसिंह नगर में 355, हरिद्वार में 264, टिहरी में 48, नैनीताल में 223, पिथौरागढ़ में 64, रुद्रप्रयाग में 114, चमोली में 175, पौड़ी में 164, उत्तरकाशी में 85, चंपावत में 42, अल्मोड़ा में 82, बागेश्वर जिले में 32 संक्रमित मिले हैं।
प्रदेश में कोरोना मरीजों की मौत का आंकड़ा 5927 हो गया है। प्रदेश की रिकवरी दर 80.69 प्रतिशत और संक्रमण दर 6.94 दर्ज की गई है।
संक्रमण दर में अल्मोड़ा जिला प्रदेश में सबसे आगे
प्रदेश में कोरोना संक्रमित मामले कम होने के साथ ही संक्रमण दर भी घट रही है। मैदानी जिलों में संक्रमण दर कम है। जबकि पर्वतीय जिलों में ज्यादा है। अल्मोड़ा जिला संक्रमण दर में प्रदेश में पहले स्थान पर है। जबकि हरिद्वार जिले में सबसे कम संक्रमण दर है।

प्रदेश में बीते सात दिनों में कुल 254548 सैंपलों की जांच में 26233 संक्रमित मामले सामने आए। जिला स्तर पर अल्मोड़ा जिला संक्रमण दर में प्रदेश में सबसे आगे है।

अल्मोड़ा की संक्रमण दर 18.9 प्रतिशत है। जबकि टिहरी की 17.91 प्रतिशत, पौड़ी की 17.37, रुद्रप्रयाग की 16.70 प्रतिशत दर्ज की गई। इसी तरह चंपावत, उत्तरकाशी, बागेश्वर, ऊधमसिंह नगर, हरिद्वार जिले की संक्रमण दर 10 प्रतिशत कम है। नैनीताल, चमोली, पिथौरागढ़, देहरादून जिले की संक्रमण दर 10 प्रतिशत अधिक है।

तीतरी में कोरोना संक्रमित के अंतिम संस्कार करने से भड़के लोगों ने किया पथराव

पिथौरागढ़ के तीतरी में काली नदी किनारे कोरोना संक्रमित के अंतिम संस्कार के लिए जमकर बवाल हुआ। ग्रामीण गांव के नजदीक अंतिम संस्कार करने से भड़क गए। उन्होंने इसका विरोध करते हुए शवदाह को आए लोगों पर पथराव किया। जिससे वहां बवाल हो गया।

कनालीछीना के नजदीक ख्वांकोट के 97वर्षीय एक बुजुर्ग की रविवार को कोरोना से मौत हो गई। कनालीछीना विकासखंड के कोरोना संक्रमितों के अंतिम संस्कार के लिए प्रशासन ने तीतरी गांव के नजदीक काली नदी किनारे शवहाद स्थल चिन्हित किया है। बुजुर्ग की मौत की सूचना पर प्रशासन ख्वांकोट पहुंचा और शव को तीतरी ले जाया गया। लेकिन तीतरी व स्यालतड़ के ग्रामीण संक्रमित शव का गांव के नजदीक अंतिम संस्कार करने से भड़क गए। उन्होंने इसका विरोध शुरू कर दिया। प्रशासन व परिजनों ने इसके बाद भी अंतिम संस्कार की कार्रवाई जारी रखी तो ग्रामीणों ने उन पर पथराव शुरू कर दिया। इस दौरान हाथापाई भी शुरू हो गई। ग्रामीणों का कहना था कि गांव के नजदीक संक्रमित शवों का अंतिम संस्कार करने से खतरा बढ़ गया है। ग्रामीणों के आक्रोश को देखते हुए तहसीलदार मनीषा बिष्ट ने अस्कोट थाने से पुलिस बुलाई। उन्होंने किसी तरह ग्रामीणों को समझाकर पुलिस की मौजूदगी में मृतक का अंतिम संस्कार किया।

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