चाकू के वार से घायल सलमान रश्दी का आपरेशन, हमलावर हादी मतार रंगे हाथ धरा गया

चाकू के वार से घायल सलमान रुश्दी की हुई सर्जरी, हमलावर की पहचान हुई

बुकर पुरस्कार विजेता और द सैटेनिक वर्सेज के लेखक सलमान रुश्दी पर अमेरिका के न्यूयॉर्क में हमला हुआ है. सलमान रुश्दी पिछले कई सालों से जान से मारने की धमकियों का सामना कर रहे थे.

ये हमला उस समय हुआ जब वह न्यूयॉर्क के चौटाउक्वा संस्थान के एक कार्यक्रम में बोलने जा रहे थे. इस हमले में रुश्दी का साक्षात्कार ले रहे व्यक्ति भी घायल हुए हैं.

ऑनलाइन पोस्ट किए गए एक वीडियो में घटना के तुरंत बाद वहां मौजूद लोग मंच पर भागते हुए नज़र आ रहे हैं. इसके बाद मौके पर मौजूद लोगों ने हमलावर को मौके पर ही पकड़ लिया.

न्यूयॉर्क की गवर्नर केथी होचुल के मुताबिक सलमान रश्दी अभी ज़िंदा हैं. एक प्रेस वार्ता में उन्होंने बताया कि रुश्दी के अस्पताल ले जाया गया है और उनकी देखभाल की जा रही है.

वहीं न्यूयॉर्क स्टेट पुलिस ने बताया है कि हमले के बाद रुश्दी को हेलीकॉप्टर से स्थानीय अस्पताल ले जाया गया है.

सलमान रुश्दी के एजेंट एंड्र्यू वाइली ने सीबीएस न्यूज़ को बताया है कि अभी उन्हें सलमान रुश्दी की सेहत के बारे में कोई ताज़ा जानकारी नहीं मिली है. उन्होंने बताया है कि सलमान रुश्दी की सर्जरी हुई है.

 कौन है हमलावर?

वहीं पुलिस ने बताया है कि सलमान रुश्दी की गर्दन पर चाकू से वार किया गया है. और हमलावर अब पुलिस हिरासत में है.

पुलिस के मुताबिक हमलावर का नाम हादी मतार है और वो 24 साल का है. हमलावर न्यू जर्सी के फ़ेयरव्यू का रहने वाला है.

पुलिस का कहना है कि अभी हमलावर की मंशा का पता नहीं चला है और हमले का कारण जानने के लिए एफ़बीआई की मदद भी ली जा रही है.

संदिग्ध हादी मतार के पास कार्यक्रम का पास था और वो अकेले ही आया था. अभी पुलिस ने मतार के ख़िलाफ़ आरोप तय नहीं किए हैं.

संदिग्ध हादी मतार कूदकर मंचर पर गया था और उसने सलमान रुश्दी के गले पर कम से कम एक वार किया और पेट पर भी कम से कम एक वार किया.

प्रत्यक्षदर्शियों की आंखों देखी

एक स्थानीय पत्रकार मार्क सोमर ने कई चश्मदीदों से बातचीत की है. उन्होंने बताया कि हमलावर दर्शकों के बीच काला मास्क पहने हुए बैठा था.

काला मास्क पहना व्यक्ति छलांग लगाकर स्टेज पर चढ़ा और रुश्दी पर हमला कर दिया. इसके बाद सलमान रुश्दी को सुनने आए 10-15 लोग स्टेज पर पहुँच गये और उन्होंने हमलावर को क़ाबू में कर लिया.

रुश्दी कोई पाँच मिनट तक ज़मीन पर पड़े रहे. उसके बाद उन्हें उठाया गया और स्टेज से बाहर ले जाया गया.

बाद में उन्हें हेलीकॉप्टर के ज़रिए अस्पताल पहुंचाया गया. सोमर ने बताया कि रुश्दी आम तौर पर बहुत सारी सिक्योरिटी के साथ चलते थे.

सोमर ने बताया, ‘ये यक़ीन करना मुश्किल है कि उनके पास पर्याप्त सुरक्षा नहीं थी. शायद हमला कार्यक्रम शुरू होने के कुछ सेकंड के भीतर ही हो गया था.’

सलमान रुश्दी अस्पताल ले जाए जाते हुए

हमले के एक चश्मदीद ने  बताया है कि जो लोग वहां मौजूद थे वो अभी सकते में हैं.

कार्ल लेवन ने कहा, “देखने वालों के लिए ये घटना बेहद भयानक थी. जब हमला हुआ तब वह एम्फीथिएटर में 14 या 15 वीं कतार में पीछे बैठे थे.”

लेवन का कहना है कि हमलावर ने रुश्दी को बार-बार छुरा घोंपा.

न्यूयॉर्क स्टेट पुलिस के कमांडर मेजर यूजीन जे स्टेनिस्ज़ेवस्की ने इस घटना पर पुलिस का विस्तृत बयान जारी किया है.

क्या कहा है न्यूयॉर्क पुलिस ने

स्टेट पुलिस न्यूयॉर्क के चौटाउक्वा संस्थान में आयोजित भाषण कार्यक्रम के पहले लेखक सलमान रुश्दी पर हुए हमले की जांच कर रही है.

12 अगस्त, 2022 को लगभग 11 बजे, एक संदिग्ध आदमी मंच पर पहुंचकर रुश्दी और उनका इंटरव्यू ले रहे शख़्स पर हमला कर दिया.

रुश्दी की गर्दन पर चाकू से वार किया गया है. संदिग्ध हमलावर को तुरंत हिरासत में ले लिया गया है. अभी उनकी हालत का अभी पता नहीं चला है. वहीं इंटरव्यू लेने वाले के सिर में मामूली चोट लगी है.

डॉक्टर ने क्या देखा

सलमान रुश्दी पर हमले के बाद घटनास्थल पर उनकी मदद करने वाली एक डॉक्टर ने अंग्रेजी अख़बार न्यूयॉर्क टाइम्स को बताया है कि रुश्दी इस हमले में कितने जख़्मी हुए हैं.

रीता लैंडमैन ने कहा है कि रुश्दी को कई जगह चाकू घोंपा गया है जिसमें गर्दन के दाईं ओर का हिस्सा भी शामिल है.

उन्होंने कहा कि रुश्दी जहां गिरे हुए थे वहां काफ़ी खून जमा हो गया था. और रुश्दी को उस समय सीपीआर नहीं दिया जा रहा था और वह ज़िंदा दिख रहे थे.

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि “लोग चिल्ला रहे थे कि उनकी नब्ज़ चल रही है…”

सलमान रुश्दी को बचाने का प्रयास करते लोग

गवर्नर का बयान

न्यूयॉर्क प्रांत की गवर्नर कैथी होचुल ने हमले के बाद त्वरित प्रतिक्रिया देने वालों और न्यूयॉर्क स्टेट पुलिस का शुक्रिया अदा किया है.

उन्होंने सोशल मीडिया साइट ट्विटर पर लिखा, ”इस भयावह घटना के बाद हमारी सहानुभूति सलमान और उनके चाहने वालों के साथ है. मैंने स्टेट पुलिस को जांच में ज़रूरत पड़ने पर और मदद करने का निर्देश दिया है.”

कौन थे रुश्दी का इंटरव्यू लेने वाले?

न्यूयॉर्क स्टेट पुलिस ने अपने बयान में यह भी बताया है कि सलमान रुश्दी पर हमला करने वाले ने उनका इंटरव्यू ले रहे शख़्स पर भी हमला किया था. पुलिस के अनुसार, इंटरव्यू लेने वाले के सिर में मामूली चोट लगी है.

इस कार्यक्रम के ब्यौरे के अनुसार, सलमान रुश्दी का इंटरव्यू लेने वाले शख़्स हेनरी रीज़ हैं. वे पिट्सबर्ग की एक एनजीओ ‘सिटी ऑफ़ एसाइलम’ के सह-संस्थापक और अध्यक्ष हैं.

इस संस्था की स्थापना 2004 में हुई थी. इस संस्था का काम ‘जान के ख़तरे से जूझ रहे लेखकों को पीट्सबर्ग में संरक्षण देना है.

संस्था की वेबसाइट पर बताया गया है कि सलमान रुश्दी को 1997 में सुनने के बाद इसे शुरू किया गया था.

क्या हुआ था जब ‘द सैटेनिक वर्सेज़’ प्रकाशित हुई

भारतीय मूल के उपन्यासकार ने 1981 में ‘मिडनाइट चिल्ड्रन’ के साथ प्रसिद्धि मिली. अकेले ब्रिटेन में इसकी दस लाख से अधिक प्रतियां बिकीं.
1988 में रुश्दी की चौथी किताब द सैटेनिक वर्सेज़ प्रकाशित हुई. इस उपन्यास से कुछ मुसलमानों में आक्रोश फैल गया, उन्होंने इसकी सामग्री को ईशनिंदा करार दिया.
पूरी दुनिया में विरोध प्रदर्शन होने लगे और इस किताब पर प्रतिबंध लगाने की मांग होने लगी. वहीं सेंसरशिप और किताब जलाने के विरोध में भी कई विरोध प्रदर्शन हुए.
छोड़िए

पुस्तक के प्रकाशन के एक साल बाद, ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला खुमैनी ने रुश्दी के ख़िलाफ़ मौत का फ़तवा जारी किया.
फ़तवा जारी होने के बाद सारी चीज़ें एक अलग ही स्तर पर चली गई. खुमैनी के बयान के बाद दुनिया में कूटनीतिक संकट पैदा हो गया.
इस किताब के प्रकाशन के बाद हुए विरोध प्रदर्शन में पूरी दुनिया में 59 लोग मारे गए. मृतकों की इस संख्या में उपन्यास के अनुवादकों की संख्या भी शामिल हैं.
जान से मारे जाने की धमकियों की वजह से ख़ुद सलमान रुश्दी 9 साल तक छिपे रहे.

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