MLC अरुण पाठक और IPS अंजलि विश्वकर्मा में भिडंत,’डील’ पर भड़क गये पाठक
Video: ‘डील’ पर भिड़ गए भाजपा MLC अरुण पाठक और IPS अंजलि विश्वकर्मा,मामला पहुंचेगा CM योगी के पास
कानपुर में भाजपा नेता अरुण पाठक का महिला पुलिस अधिकारी अंजलि विश्वकर्मा के कहासुनी का वीडियो सामने आया है। वायरल वीडियो में नोंकझोंक साफ तौर पर देखी सुनी जा सकती है।
MLC अरुण पाठक और IPS अंजलि विश्वकर्मा के बीच कहासुनी
लखनऊः भाजपा एमएलसी अरुण पाठक एडीसीपी अंजलि विश्वकर्मा की शिकायत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से करेंगे। सूत्रों के मुताबिक अपने साथ हुए अपमानजनक व्यवहार की शिकायत अरुण पाठक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर करेंगे। दरअसल कानपुर के ग्रीन पार्क क्रिकेट स्टेडियम में भाजपा एमएलसी और सीनियर महिला पुलिस अधिकारी अंजलि विश्वकर्मा में तीखी नोकझोंक का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
IPS अधिकारी अंजलि विश्वकर्मा से हुई थी तीखी नोकझोंक
विवाद तब शुरू हुआ जब ग्रीन पार्क क्रिकेट स्टेडियम में भाजपा नेता अरुण पाठक अपने साथ गनर साथ लेकर जाना चाहते थे लेकिन सुरक्षा कारणों से एंट्री न होने पर वह भड़क उठे IPS अधिकारी अंजलि विश्वकर्मा पर भड़क गए। हालांकि MLC का कहना है वो स्टेडियम से बाहर निकल रहे थे तब विवाद हुआ था।
एडीसीपी के इस बात पर भड़क गए थे अरुण पाठक
बताया जा रहा है कि स्टेडियम में गनर की एंट्री को लेकर अरुण पाठक एक महिला एसीपी से बहस कर रहे थे। तभी एडीसीपी अंजलि विश्वकर्मा ने कथित तौर पर महिला एसीपी से कहा कि आप चुप रहो..मैं इन्हें पहले भी डील कर चुकी हूं। इसी बात पर भाजपा एमएलसी भड़क गए। वायरल वीडियो में सुनाई दे रहा है कि एमएलसी अरुण पाठक बार-बार आईपीएस अंजलि विश्वकर्मा से कह रहे हैं कि क्या डील कर चुकी हो.. इसका मतलब बताओ…। होंगीं बडी अफसर, लूज टॉक तो मत करिये.
सूत्रों के मुताबिक, महिला IPS अफसर ने कहा कि इनको मैं डील कर चुकी हूं। इसका मतलब था कि कानपुर में ही कुछ दिन पहले प्रधानमंत्री मोदी के कार्यक्रम में भी ऐसी स्थिति उत्पन्न हुई थी तो आईपीएस अंजलि ने इन्ही एमएलसी से बात की थी और गनर को बाहर किया था। मै इनको डील कर चुकी हूं.. लेडी अफसर ने इस सन्दर्भ में बोला गया था।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है वीडियो
प्रत्यक्षदर्शियों और घटनास्थल से मिले फुटेज के अनुसार, अरुण पाठक ने काफी गुस्से में एडीसीपी अंजलि विश्वकर्मा और एक अन्य वरिष्ठ अधिकारी से इस बात पर बहस की कि उनके साथ अपमानजनक व्यवहार किया गया। यह विवाद तब और बढ़ गया जब अंजलि विश्वकर्मा के साथ मौजूद एक वरिष्ठ अधिकारी ने अरुण पाठक की सुरक्षा टीम से उनके नाम और पहचान पत्र मांगे। इस मांग ने भाजपा नेता को और भी अधिक भडका दिया।
कानपुर के ग्रीनपार्क स्टेडियम में एडीसीपी अंजली विश्वकर्मा और भाजपा के एमएलसी अरुण पाठक के बीच उस समय गहमा-गहमी हो गई, जब अरुण पाठक अपने गनर के साथ स्टेडियम के अंदर जाने लगे।
मौका था सेना एकादश बनाम सांसद एकादश मैच के आयोजन का। अरुण पाठक मैच में अपनी टीम का उत्साह बढ़ाने के लिए स्टेडियम गए थे।
करीब 30 मिनट पर चलती रही ये झड़प।
गनर को अंदर जाने से रोका
अरुण पाठक अपने सहयोगी और गनर के साथ विजिटर गैलरी से अंदर जा रहे थे। इसी बीच वहां तैनात एडीसीपी अंजली विश्वकर्मा और एक अन्य महिला पुलिस अधिकारी ने उनके गनर को अंदर जाने से मनाकर दिया।
अरुण पाठक वापस गेट की तरफ गए और पूछा- मेरे गनर को अंदर जाने से क्यू रोका जा रहा हैं। इस पर जवाब मिला कि अंदर वेपंस ले जाना मना है। इसलिए ये नहीं जा सकते हैं। इसके बाद दोनों के बीच तीखी झड़प होने लगी।
एडीसीपी ने एमएलसी से पूछा ये वेपंस पता है आपको
एडीसीपी और अरुण पाठक के बीच झड़प शुरू हुई तो उसी बीच अंजली विश्वकर्मा ने उनसे पूछा की आपको ये वेपंस पता है। इस पर एमलसी ने कहा- आप अब बीच में मत बोलिए।
इसके बाद दूसरी महिला पुलिस अधिकारी ने अरुण पाठक को समझाया।
महापौर को आना पड़ा
दोनों के बीच हुई झड़प की जानकारी जैसे ही महापौर प्रमिला पांडेय को हुई तो वह भी बाहर आ गई। उन्होंने तुरंत ही मामले को संभालने का प्रयास किया। महापौर ने आते ही पूछा- ये क्या हो रहा है भाई।
इस पर उन्हें जवाब मिला कि मैम वेपंस अंदर ले जाना मना है। इसलिए रोका गया है। इस पर उन्होंने दोनों पक्षों को समझाया और फिर एडीसीपी को अलग करने के बाद अरुण पाठक को अपने साथ अंदर ले गई। करीब 30 मिनट तक ये मामला चलता रहा।
बता दें कि कानपुर के ग्रीन पार्क में सांसद 11 और सेना 11 में मैच हो रहा था। मैच में भाजपा सांसद मनोज तिवारी के साथ में रक्षा राज्य मंत्री और प्रदेश सरकार में मंत्री दानिश आजाद भी हुए शामिल थे।
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देहरादून की हैं नेता जी की क्लास लगाने वाली महिला IPS. कभी थी IIT कानपुर की स्टूडेंट, आज उसी शहर की ‘लेडी सिंघम’
कानपुर में एक क्रिकेट मैच के दौरान, एक महिला IPS अफसर और बीजेपी MLC अरुण पाठक के बीच गरमागरम बहस का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। इस घटना के बाद लोग जानना चाहते हैं कि ये निडर अफसर कौन हैं? आइए, IPS अंजली विश्वकर्मा के बारे में जानते हैं।
कानपुर में आईपीएस अधिकारी अंजली विश्वकर्मा का हाल में एक वीडियो वायरल हुआ। बीजेपी एमएलसी के साथ उनकी बहस चर्चा का विषय बनी हुई है। उत्तराखंड की रहने वाली अंजली ने आईआईटी कानपुर से पढ़ाई की है। देश सेवा के लिए उन्होंने यूपीएससी परीक्षा पास की और आईपीएस बनीं। वर्तमान में वह कानपुर में एडीसीपी के पद पर हैं।
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एक साधारण परिवार से आने वालीं अंजली विश्वकर्मा उत्तराखंड के देहरादून की रहने वाली हैं। वह हमेशा से पढ़ाई में अच्छी थीं। उन्होंने 12वीं की बोर्ड परीक्षा में टॉप किया था। स्कूल के बाद, उन्होंने IIT कानपुर से एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में बी.टेक भी किया है।
विदेशों में की मोटे पैकेज वाली नौकरी
अंजली का करियर इंजीनियरिंग के क्षेत्र में शुरू हुआ। उन्हें जल्द ही अंतरराष्ट्रीय कंपनियों से नौकरी के प्रस्ताव मिलने लगे। उन्होंने न्यूजीलैंड सहित छह अलग-अलग देशों में काम किया। न्यूजीलैंड में उन्हें लगभग 48 लाख रुपये प्रति वर्ष का वेतन मिलता था।
UPSC के लिए छोड़ दी नौकरी
विदेश में सफल जीवन के बावजूद, अंजली को अपने देश की सेवा करने की प्रबल इच्छा थी। इसलिए उन्होंने अपनी नौकरी छोड़ने और UPSC सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी के लिए भारत लौटने का फैसला किया। यह फैसला आसान नहीं था। उनकी राह चुनौतियों से भरी थी।
कई बार फेल होने के बाद मिली सक्सेस
पहले प्रयास में उन्हें सफलता नहीं मिली, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। उनकी मेहनत और लगन ने उन्हें आगे बढ़ने में मदद की। आखिरकार, 2020 में, अंजली ने UPSC परीक्षा पास की और भारतीय पुलिस सेवा (IPS) के लिए चुनी गईं।
अच्छे काम ने दिलाई पहचान
IPS बनने के बाद,अंजली ने अपनी पहचान बनाई है। खासकर महिलाओं से जुड़े अपराधों के खिलाफ उन्होंने सख्त कार्रवाई की है। उनके काम ने उन्हें सम्मान और पहचान दोनों दिलाई है।
अभी कहां हैं IPS अंजली विश्वकर्मा?
वर्तमान में, अंजली विश्वकर्मा कानपुर शहर पुलिस कमिश्नरेट में एडिशनल डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस (ADCP) के पद पर कार्यरत हैं। उन्होंने 19 मार्च 2025 को यह पद संभाला था। इससे पहले, उन्होंने बाबूपुरवा में असिस्टेंट कमिश्नर ऑफ पुलिस (ACP) के रूप में काम किया। उन्होंने कानपुर में साइबर क्राइम यूनिट में भी सेवाएं दीं।
