कर्मचारी और पार्षद अड़े माफी मंगवाने,सोनिया आनंद ने नगर निगम में फिर किया हंगामा
पार्क प्रकरण में ढोल-नगाड़े के साथ नगर निगम पहुंची सोनिया, पार्षद और कर्मचारियों ने जमकर किया विरोध
सोनिया आनंद और उनके समर्थकों ने बुधवार को प्रेसवार्ता में महापौर पर गंभीर आरोप लगाए और उसके बाद निगम पहुंचकर महापौर कक्ष में जबरन घुसकर उनसे बदसलूकी की। विरोध में गुरुवार को नगर निगम कर्मचारी हड़ताल पर भी रहे
देहरादून 30 अप्रैल ।गूंज संस्था की ओर से बनाए गए पार्क पर नगर निगम की कार्रवाई को लेकर शनिवार शाम फिर हंगामा हुआ। महापौर सुनील उनियाल गामा से बुधवार को गूंज संस्था की अध्यक्ष सोनिया आनंद की बदसलूकी के बाद पार्क का विवाद अब ‘वर्चस्व’ की लड़ाई बनता जा रहा। पार्षदों व कर्मचारियों के विरोध के बावजूद शनिवार शाम सोनिया दोबारा नगर निगम आ धमकीं।
ढोल-नगाड़े बजाते हुए सोनिया एवं उनके समर्थकों ने शुक्रवार को पार्क पर हुई निगम की कार्रवाई का विरोध जताया। उन्हें देखते ही भाजपा पार्षदों और कर्मचारियों ने नारेबाजी शुरू कर दी व उन्हें परिसर से बाहर निकालने की मांग उठाई। दोनों ओर से टकराव का माहौल बनते देख पुलिस फोर्स ने स्थिति नियंत्रित की।
सहस्रधारा रोड पर राजेश्वर नगर में गूंज संस्था की तरफ से नगर निगम की जमीन पर पार्क का निर्माण कराया गया है। इसका उद्घाटन रविवार को हुआ। इस मामले को लेकर सोमवार को हुई नगर निगम की बोर्ड बैठक में जमकर हंगामा हुआ था। भाजपा पार्षदों का आरोप था कि पार्क अवैध तौर पर बनाया गया। नगर निगम ने जमीन की एनओसी एमडीडीए को दी थी, संस्था को नहीं। हंगामे के बाद महापौर ने जमीन की एनओसी निरस्त कर दी।
संस्था अध्यक्ष सोनिया आनंद ने प्रेस क्लब में पत्रकार वार्ता कर महापौर पर गंभीर आरोप लगाए और उसके बाद निगम आकर सीधे महापौर के कक्ष में घुसकर उनसे बदसलूकी की थी। विरोध में निगम कर्मचारी हड़ताल पर रहे जबकि भाजपा पार्षदों ने सोनिया पर मुकदमा दर्ज कराने व महापौर से माफी मांगने की मांग की। पार्क निगम के कब्जे में लेने को लेकर पार्षदों ने हंगामा भी किया था। जिस पर निगम टीम ने पुलिस बल के साथ मौके पर कार्रवाई कर संस्था का बोर्ड हटाकर अपना कब्जा पार्क पर ले लिया था। तब भी काफी हंगामा हुआ था।
शनिवार को स्थिति नियंत्रण में थी, लेकिन दोपहर करीब सवा तीन बजे सोनिया आनंद ने नगर निगम पहुंचकर मामले को फिर तूल दे दिया। हालांकि, सोनिया के आने से पूर्व ही भाजपा पार्षदों को इसकी भनक लग गई और उन्होंने महापौर गामा को घर भेज दिया। पार्षद और कर्मचारी सोनिया से भिडऩे को तैयार थे। सोनिया निगम पहुंची तो पार्षदों और कर्मचारियों ने विरोध में नारे लगाए। जवाब में सोनिया एवं साथ आए लोगों ने ढोल-नगाड़े बजाते हुए महापौर एवं भाजपा पर द्वेषभाव में कार्रवाई व संस्था को कुचलने की साजिश रचने का आरोप लगा हंगामा किया। आधे घंटे हंगामा चलता रहा। बाद में पुलिस ने दोनों पक्षों को अलग कर स्थिति नियंत्रित की। तब सोनिया व उनके साथ आए लोग चले गए।
भाई के घर जा रहा था पीछे से रास्ता
पार्क में पीछे की तरफ खोला गया रास्ता सोनिया आनंद के भाई रविंद्र आनंद के घर की ओर जा रहा था। नगर निगम की जांच में यह सामने आया है। निगम प्रशासन अंदेशा है कि पार्क जमीन पर कब्जा करने की नीयत से बनाया गया था।
धर्मपुर डांडा का मामला भी उठाया
सोनिया ने धर्मपुर डांडा में गरीबों को बेघर करने का मामला उठा नगर निगम पर उत्पीडऩ का आरोप लगाया। नगर निगम ने बीते शनिवार धर्मपुर डांडा क्षेत्र में सरकारी जमीन पर कब्जा कर बनाए 12 कच्चे-पक्के मकान तोड़े थे। तब मौके पर हंगामा हुआ था। आरोप है कि जमीन भाजपा से जुड़े भूमाफिया ने ही बेची थी। जमीन से हटाए गए लोग सोनिया के साथ शनिवार को निगम में हुए हंगामे में शामिल रहे।
महापौर के चुनाव की तैयारी!
सोनिया आनंद के महापौर व भाजपा से सीधे टकराव को उनकी महापौर के चुनाव की तैयारी से जोड़कर भी देखा जा रहा है। अक्टूबर-2023 में नगर निगम के चुनाव होने हैं। चर्चा है कि सोनिया कांग्रेस से महापौर पद की प्रत्याशी हो सकती हैं। हालांकि, अभी खुलकर इस मामले में कोई नहीं बोल रहा, मगर सोनिया ने जरूर कहा कि जरूरत पड़ेगी तो महापौर का चुनाव लड़ेंगी।
‘मुझे लगता है सोनिया आनंद हंगामा कर सिर्फ प्रचार चाहती हैं, सच तो यह है कि वह सरकारी भूमि पर अतिक्रमण की पैरवी करती हैं। पहले पार्क बनाने के बहाने पीछे रास्ता खोलकर जमीन पर कब्जे की कोशिश की गई और अब शनिवार को वह अतिक्रमणकारियों के साथ निगम पहुंची । निगम ने 23 अप्रैल को धर्मपुर डांडा में अतिक्रमण ध्वस्त किया था। सोनिया के साथ शनिवार को हंगामे में वे शामिल थे, जिन्होंने अतिक्रमण किया हुआ था।’
– सुनील उनियाल गामा, महापौर
सोनिया आनंद की महापौर से बदसलूकी मामला गरमाया, पार्षदों की मुकदमा की मांग
कर्मचारियों ने चेतावनी दी कि अगर शुक्रवार सोनिया आनंद ने निगम पहुंचकर महापौर गामा से माफी नहीं मांगी तो निगम कर्मचारी बेमियादी हड़ताल कर शहर की सफाई-व्यवस्था ठप कर देंगे।
गुस्साए नगर निगम कर्मचारियों ने कार्यालय में तालाबंदी कर दी व हड़ताल पर चले गए।
पार्क की एनओसी को लेकर गूंज संस्था की अध्यक्ष सोनिया आनंद की महापौर सुनील उनियाल गामा से बदसलूकी का मामला गरमा गया है। गुस्साए नगर निगम कर्मचारी कार्यालय में तालाबंदी कर हड़ताल पर चले गए। इस बीच पार्षद भी निगम आ गए और कर्मचारियों के साथ धरना-प्रदर्शन किया।
सोनिया आनंद के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की मांग
नगर निगम कर्मचारियों ने सोनिया आनंद के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के साथ ही पार्क पर उनके नाम का बोर्ड हटाकर निगम का बोर्ड लगाने की मांग भी की। पार्षद एसएसपी आफिस में लिखित शिकायत दे आए हैं।
चेतावनी: शनिवार से शहर की सफाई-व्यवस्था ठप कर देंगे
कर्मचारियों ने चेतावनी दी कि अगर सोनिया आनंद ने निगम पहुंचकर महापौर गामा से माफी नहीं मांगी तो निगम कर्मचारी बेमियादी हड़ताल कर शहर की सफाई-व्यवस्था ठप कर देंगे। वहीं, पार्षदों व कर्मचारियों ने नगर आयुक्त मनुज गोयल को ज्ञापन देकर सोनिया के विरुद्ध कानूनी कदम उठाने की मांग की।
नगर निगम ने सहस्रधारा रोड राजेश्वर नगर में अपनी एक जमीन पर पार्क बनाने को एमडीडीए को एनओसी दी थी। निगम की अनुमति बिना एमडीडीए ने गूंज संस्था को वहां पार्क बनाने की एनओसी जारी कर दी। पार्क का उद्घाटन भी हो गया, जबकि निगम की ओर से समारोह में कोई शामिल नहीं हुआ।
नगर निगम की बोर्ड बैठक में इस मामले को लेकर काफी हंगामा हुआ जिस पर निगम बोर्ड ने एनओसी निरस्त कर दी। आक्रोशित गूंज संस्था अध्यक्ष सोनिया आनंद ने महापौर सुनील उनियाल गामा के खिलाफ प्रेस वार्ता कर गंभीर आरोप लगाए व कुछ देर बाद वह नगर निगम पहुंच गई। सोनिया ने बिना अनुमति महापौर कक्ष में प्रवेश कर जमकर अभद्रता की। तब महापौर ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।
महापौर के अपमान से गुस्साए निगम कर्मचारियों ने नगर निगम में तालाबंदी कर हड़ताल कर दी। कर्मचारियों ने निगम परिसर में सोनिया के खिलाफ न सिर्फ नारेबाजी की बल्कि महापौर से माफी मांगने की शर्त भी रखी। भाजपा पार्षद भी वहां पहुंच गए और कर्मचारियों के समर्थन में धरने पर बैठ गए। पार्षदों ने नगर आयुक्त मनुज गोयल को ज्ञापन देकर सोनिया के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की मांग की। वहीं, कर्मचारियों ने भी नगर आयुक्त को ज्ञापन दिया।
नगर विकास कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष नाम बहादुर, महामंत्री सतेंद्र कुमार समेत अखिल भारतीय सफाई मजदूर संघ के अध्यक्ष राजेश कुमार और महामंत्री धीरज भारती ने मांग की है कि निगम की जमीन अतिक्रमण से मुक्त कराई जाए। जिस जमीन पर पार्क बनाया गया है, उसे निगम अपने स्वामित्व में ले। वहीं, कुछ पार्षदों ने पार्क को बुलडोजर से ध्वस्त करने की मांग भी कर डाली। हड़ताल के कारण आमजन के कार्य नहीं हुए। जन्म-मृत्यु प्रमाण-पत्र बनाने, गृहकर जमा कराने या अन्य कार्यों से पहुंचे लोग बैरंग लौट गए।
दोपहर बाद महापौर सुनील उनियाल गामा ने नगर निगम पहुंचकर कर्मचारियों से वार्ता कर कहा कि ऐसा कोई काम न करें जिससे आमजन परेशान हो। महापौर ने हड़ताल न करने का आग्रह किया। इस पर कर्मचारियों ने दफ्तर खोलने के लिए हामी भर दी।
हालांकि, चेतावनी दी है कि अगर सोनिया आनंद ने महापौर से माफी नहीं मांगी तो सभी कर्मचारी बेमियादी हड़ताल करेंगे। इसमें नगर विकास कर्मचारी समेत सफाई कर्मचारी भी शामिल होंगे।
सोनिया के घर के बाहर डालेंगे कूड़ा
नगर निगम सफाई कर्मचारियों ने चेतावनी दी है कि यदि सोनिया आनंद ने माफी नहीं मांगी तो वे सोनिया के घर के बाहर कूड़े की गाड़ी पलट देंगे। इसके साथ ही सफाई कर्मचारी सोनिया के घर के बाहर बैठक धरना देंगे।
एसएसपी से मिले पार्षद
निगम पार्षदों का प्रतिनिधिमंडल एसएसपी जन्मेजय खंडूरी से मिला और सोनिया आनंद के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करने की मांग की।