डबल सेंचुरी का खेला, खुश ममता 53 दिन बाद बिना व्हीलचेयर भतीजी के साथ आई सामने
खेला के बाद अब कोविड से जंग:53 दिनों बाद बिना व्हीलचेयर दिखीं ममता, कहा- डबल सेंचुरी की उम्मीद पहले से थी, पर अभी कोई जश्न नहीं
नई दिल्ली 02 मई।अपने सूबे में दोहरा शतक लगाने के बाद ममता रविवार शाम को सबके सामने आईं। करीब 53 दिनों बाद लोगों ने उन्हें अपने पैरों पर खड़ा पाया। व्हील चेयर नदारद थी। सामने भीड़ और उसका शोरशराबा। ममता जितनी खुश थीं, उससे कम दिखा रही थीं। उन्होंने कहा कि इतनी बड़ी जीत का जश्न अभी नहीं होगा। जब कोरोना खत्म होगा, तब करेंगे इसका स्वागत। फिर बरस पड़ीं सब पर… सरकार से लेकर चुनाव आयोग तक, सब पर। कहा लड़ेंगे, जीतने तक। छोड़ेंगे किसी को नहीं। पढ़िए उन्हीं की जुबानी…
‘हम इस ऐतिहासिक जीत के लिए बंगाल के लोगों के आभारी हैं। मैंने पहले से ही 221 सीटों का लक्ष्य तय किया था। अमित शाह हर बार कह रहे थे कि बंगाल में 200 पार करेंगे। मैं कह रही थी कि हम 200 के पार जाएंगे। बंगाल में डबल इंजन नहीं, बल्कि डबल सेंचुरी की सरकार चलेगी। ये बंगाल की और बंगाल के लोगों की जीत है। ये बंगाल को बचाने के लिए हुई जीत है। खेला होबे और जय बांग्ला जैसे उद्घोषों ने चुनावों के दौरान बहुत काम किया।
हम इस ऐतिहासिक जीत का कोई जश्न नहीं मनाएंगे। हमारा शपथ ग्रहण समारोह भी छोटा ही होगा। अब हम कोविड के खिलाफ जंग लड़ेंगे। जनता जिस तकलीफ में है, हम उसे दूर करेंगे और सिर्फ जनता के लिए काम करेंगे। बंगाल के हर व्यक्ति को वैक्सीन फ्री दी जाएगी। मैं प्रधानमंत्री से अपील करती हूं कि हमें फ्री में वैक्सीन देनी होगी। अगर ऐसा नहीं हुआ तो मैं गांधी प्रतिमा के सामने बैठूंगी और पूरे देश के लिए फ्री वैक्सीन की मांग करूंगी।’
व्हीलचेयर पर क्यों नहीं? इसका जवाब दिया
चुनाव के बाद ममता बिना व्हीलचेयर के नजर आई थीं और भाजपा ने कहा था कि उनकी चोट सहानुभूति बटोरने के लिए नाटक था। इस पर भी ममता ने जवाब दिया। बोलीं कि मैं अभी व्हील चेयर पर नहीं हूं। एंकलेट पहनकर चल रही हूं।
PM मोदी ने बधाई दी, कहा- हम बंगाल सरकार के साथ
प्रधानमंत्री मोदी ने ममता बनर्जी को जीत की बधाई दी। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि राज्य के लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए केंद्र सरकार पश्चिम बंगाल सरकार के साथ खड़ी रहेगी। भाजपा को समर्थन देने के लिए बंगाल के भाइयों और बहनों को धन्यवाद। पहले वहां हमारा आधार नहीं था, लेकिन अब हमने अपनी मजबूत मौजूदगी दर्ज कराई है। हम लोगों की सेवा करते रहेंगे। मैं अपने कार्यकर्ताओं की मेहनत के लिए उनका शुक्रिया अदा करता हूं।
नंदीग्राम पर सस्पेंस, पर ममता के बयान से हार का ही अंदेशा
नंदीग्राम सीट पर शुभेंदु अधिकारी जीते, या फिर ममता बनर्जी.. इस पर सस्पेंस अभी बरकरार है। भाजपा IT सेल के अमित मालवीय ने दावा किया कि ममता यहां हार गई हैं। चुनाव आयोग के मुताबिक भी ममता यहां 9 हजार से ज्यादा वोटों से पीछे हैं। पर, इस सबसे पहले खबर ये आई कि ममता बनर्जी इस सीट से 1200 वोटों से जीत गई हैं।
ममता के बयान से जाहिर हो रहा है कि नंदीग्राम में उनकी हार हुई है। कोलकता में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ममता ने कहा- नंदीग्राम के बारे में फिक्र मत करिए। मैंने नंदीग्राम के लिए संघर्ष किया। नंदीग्राम के लोग जो भी तय करते हैं, मैं उसे स्वीकार करती हूं। हमने 221 से ज्यादा सीटें जीती हैं, भाजपा चुनाव हार गई है।
शिवसेना ने ममता को कहा- टाइग्रेस ऑफ बंगाल
कभी BJP की करीबी रही शिवसेना ने बंगाल में तृणमूल की जीत के बाद ममता बनर्जी को टाइग्रेस ऑफ बंगाल कहा है। पार्टी के सांसद संजय राउत ने कहा कि ममता को हराना आसान नहीं है। उन्होंने सोशल मीडिया पर ममता बनर्जी के साथ अपनी फोटो लगाकर लिखा – बधाई हो, टाइग्रेस ऑफ बंगाल। ममता बनर्जी ने साफ संदेश दिया है कि मोदीजी और अमित शाह जी अजेय नहीं हैं। उन्हें भी हराया जा सकता है
अखिलेश बोले- दीदी, जियो दीदी
यूपी के पूर्व CM अखिलेश यादव ने कहा कि पश्चिम बंगाल में भाजपा की नफरत की राजनीति को हराने वाली जागरूक जनता, जुझारू ममता बनर्जी और TMC के समर्पित कार्यकर्ताओं को हार्दिक बधाई। ये भाजपाइयों के एक महिला पर किए गए अपमानजनक कटाक्ष ‘दीदी ओ दीदी’ का जनता द्वारा दिया गया मुंहतोड़ जवाब है। दीदी, जियो दीदी।
राहुल ने कहा- जनमत स्वीकार
पांच राज्यों के चुनावी कांग्रेस के लिए अच्छे नहीं रहे। नतीजों के बाद पार्टी के पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी ने सोशल मीडिया पर लिखा- हमें विनम्रता से जनमत स्वीकार करते हैं। अपने कार्यकर्ताओं और उन लाखों लोगों का शुक्रिया, जिन्होंने चुनाव मैदान में हमारा साथ दिया। हम अपनी विचारधारा का संघर्ष जारी रखेंगे। तमिलनाडु में जीत हासिल करने पर एमके स्टालिन को बधाई। राज्य की जनता ने बदलाव के लिए वोट दिया है।