हत्या कि इंस्टेंट जस्टिस? सोशल मीडिया पर दिलशाद के हत्यारे का समर्थन कर रहे हैं यूजर्स

गोरखपुर में रेप के आरोपित की हत्या:कचहरी में रेप के आरोपित को मारी ताबड़तोड़ गोलियां, सोशल मीडिया पर लोग कर रहे हत्यारोपित पिता का समर्थन
गोरखपुर 22 जनवरी। गोरखपुर में शुक्रवार को रेप और पॉक्सो के आरोपी दिलशाद की भरी कचहरी में हत्या कर बेटी के पिता ने 4 जिंदगियों को बचा लिया। दिलशाद की वजह से वो घुट-घुट कर जी रहे थे। एक बार तो उन्होंने पत्नी और दोनों छोटे बच्चों संग सुसाइड करने की ठान ली थी। लेकिन फिर उन्होंने सोचा कि उनके परिवार समेत आत्महत्या के बाद भी वे बेटी को तो बलात्कारी से बचा नहीं पायेंगे। इसलिए परिणाम कुछ भी हो जाए, दिलशाद की हत्या कर बदनामी की जड़ को ही खत्म कर देंगे और शुक्रवार को उन्होंने 4 गोलियां मारकर आरोपित की हत्या कर दी। वहीं सोशल मीडिया पर कुछ लोगों ने इसे सही भी ठहराया है। पुलिस और कानून व्यवस्था से नाराज लोगों ने इस घटना के बाद जमकर भड़ास निकाली।

सोशल मीडिया पर लोग रख रहे अपनी राय

कुछ ने लिखा कि ये पुलिस और न्याय व्यवस्था में देरी का परिणाम है

सोशल मीडिया पर भी आरोपित पिता का सपोर्ट

घटना के बाद से ही लोग पिता के पक्ष में कमेंट कर रहे हैं। लोगों ने लिखा है कि जब एक बेटी का बाप इस तरह परेशान होगा तो क्या करेगा। उन्होंने जो किया, सही किया। कुछ ने लिखा कि ये पुलिस और न्याय व्यवस्था में देरी का परिणाम है। पिता ने सोचा होगा कि बलात्कारी को क्या सजा मिलेगी। इसलिए ऐसा कर दिया। अब इस देश की अदालतों को सोचना होगा कि लोगों का विश्वास कैसे कायम हो…. ‘ट्विटर पर कई हैंडल्स से आरोपित पिता का लोग समर्थन कर रहे हैं…

लोग सोशल मीडिया पर इसे बता रहे इंसाफ

ट्विटर पर लोग कर रहे समर्थन

ADG ने कार्रवाई का दिया निर्देश

ADG जोन अखिल कुमार ने जोन की सभी कचहरी की सुरक्षा व्यवस्था जांचने के निर्देश दिए हैं । उन्होंने इस तरह के मामलों में जिसमें रेप के आरोपित मुकदमा वापस लेने की धमकी दे रहे हों, उसमें आरोपितों की गिरफ्तारी का निर्देश दिया है। इस तरह का ही एक मामला एडीजी के पास शनिवार को आया जिसमें बहराइच निवासी एक मुस्लिम महिला से कुछ दिन पहले गांव के ही चार लोगों ने गैंगरेप किया था। अब आरोपित एमुद्दीन धमकी दे रहा है

ADG ने इस मामले में महिला थाने को आरोपित को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने को कहा है। शनिवार की दोपहर DM विजय किरन आनंद और SSP विपिन टाडा ने कचहरी का निरीक्षण कर सुरक्षा का जायजा लिया।

दिलशाद जमानत पर छूटने के बाद लड़की के पिता को परेशान कर रहा था।

पिछली तारीख पर ही मार देते, लेकिन वो अकेला नहीं था
बेटी के पिता ने दिलशाद को पिछली तारीख यानि दिसम्बर में ही मार देने की प्लानिंग की थी, लेकिन तब वो कचहरी में अकेला नहीं बल्कि कुछ लोगों के साथ आया था। जिसकी वजह से दुष्कर्म पीड़िता के पिता की प्लानिंग सफल नहीं हो सकी।

केस वापस लेने के लिए बना रहा था दबाव

पिता के सीमा पर ड्यूटी पर रहते दिलशाद हुसैन ने खुद को हिन्दू बता घर में एंट्री मारी और बच्ची को बहका लिया। वे रिटायर होकर लौटे तो पता चलने पर उन्होंने बेटी को समझाया लेकिन दिलशाद उसे हैदराबाद लें भागा।
दिलशाद जमानत पर छूटने के बाद लड़की के पिता को परेशान कर रहा था। मुकदमा वापस लेने को कहता था और रिश्तेदारों को उनकी बेटी और अपनी शादी के साथ-साथ बाकी तस्वीरें भेजता था। उनका घर से निकलना मुश्किल हो गया था।

नवम्बर में सुसाइड करने जा रहा था परिवार

एक तरफ 17 वर्षीय बेटी के 35 वर्षीय प्रेमी के साथ रहने की जिद पर नारी निकेतन भेज दिया गया था। वो कोर्ट में दिलशाद के पक्ष में बयान दे चुकी थी। दूसरी ओर दिलशाद पिता को परेशान कर रहा था। जिसके बाद उन्होंने परिवार समेत मरने की सोच ली थी लेकिन बाद में इरादा बदल लिया ।

दो साल पहले जब पिता रिटायर्ड होकर आए तो उन्हें शक हुआ। पाबंदी लगाई तो वो लड़की को लेकर भाग गया।
दो साल पहले जब पिता रिटायर्ड होकर आए तो उन्हें शक हुआ। पाबंदी लगाई तो वो लड़की को लेकर भाग गया।

नाम बदलकर दिया था प्यार का झांसा

इधर, लड़की के पिता BSF में तैनात थे और परिवार को गांव छुड़ाकर बड़हलगंज में मकान बनवा कर रख दिया। सामने दिलशाद की दुकान थी। उसका उसके घर आना जाना शुरू हो गया। हिन्दू नाम बताकर उसने नाबालिग लड़की को अपने प्यार के झांसे में फंसा लिया। दो साल पहले जब पिता रिटायर्ड होकर आए तो उन्हें शक हुआ। पाबंदी लगाई तो वो लड़की को लेकर भाग गया।

जेल भेजा गया आरोपित पिता

कैंट पुलिस ने मृतक दिलशाद के पिता ताहिर हुसैन की लिखित शिकायत पर हत्यारोपित पिता भागवत निषाद के खिलाफ हत्या का केस दर्ज करते हुए उसे कोर्ट में पेश किया। जहां से कोर्ट ने उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।

हत्यारोपित को पकड़ने वालों को सम्मानित करेंगे ADG

लड़की के पिता को पकड़ने वाले लोगों को गोरखपुर ADG अखिल कुमार उनकी बहादुरी के लिए सम्मानित करेंगे। सूर्य प्रकाश, अमित यादव कांस्टेबल, कन्हैया सिंह स्टैंड संचालक और एक अन्य व्यक्ति को एडीजी सम्मानित करेंगे।

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