ट्रायल में रेल दौड़ी 120 किमी की रफ्तार,कट गये पटरी पर बैठे चार जन
ट्रायल के दौरान 120 की रफ्तार से दौड़ी ट्रेन, चार लोगों की कटकर मौत
ज्वालापुर में जमालपुर फाटक के पास देर शाम की घटना, रेलवे और पुलिस अधिकारियों में मचा हड़कंप
रेलवे ट्रैक के दोहरीकरण के बाद हो रहा था ट्रायल, आबादी में पटरी पर बैठे लोगों को नहीं थी जानकारी
क्षत विक्षत हालत में पड़े मिले सभी शव, ट्रैक के किनारे से उठाकर पुलिस कर रही पहचान की कोशिश
हरिद्वार 07 जनवरी। रेलवे ट्रैक के दोहरीकरण के बाद ट्रायल के लिए 120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलाई गई ट्रेन से कटकर चार लोगों की मौत हो गई। जमालपुर फाटक के पास चारों के शव ट्रैक के दोनों किनारों पर क्षत विक्षत हालत में पड़े मिले।
शाम के समय हुई इस दुर्घटना के बाद रेलवे और पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में एसपी सिटी पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचीं और शवों को रेलवे ट्रैक के किनारों से उठवाया।
पुलिस मौके पर मिले मोबाइल से शवों की पहचान कराने का प्रयास कर रही है। वहीं, सूचना मिलते ही हरिद्वार ग्रामीण विधायक स्वामी यतीश्वरानंद ने भी मौके पर पहुंचकर जानकारी ली।
हरिद्वार से लक्सर के बीच रेलवे ट्रैक के दोहरीकरण का काम पूरा हो गया है। गुरुवार को ट्रैक पर ट्रायल के लिए 120 किलोमीटर की स्पीड से ट्रेन चलाई जा रही थी। घटनास्थल के आसपास आबादी क्षेत्र है।
पलभर में ट्रेन चारों युवकों के ऊपर से गुजर गई
बताया जा रहा है कि पिछले कुछ समय से ट्रेनों की आवाजाही बंद होने के कारण आसपास रहने वाले लोग ट्रेन की पटरियों पर बैठकर टाइम पास करते थे। गुरुवार को ज्वालापुर कोतवाली क्षेत्र के जमालपुर फाटक के पास कुछ युवक ट्रैक पर बैठे थे।
इसी बीच ट्रायल के लिए 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेन वहां से गुजरी। ट्रेन की स्पीड अधिक होने पर युवकों को वहां से भागने का मौका ही नहीं मिला। पलभर में ट्रेन चारों युवकों के ऊपर से गुजर गई।
घटना की सूचना ट्रेन के लोको पायलट ने आरपीएफ और रेलवे कंट्रोल रूम में दी। वहीं, घटना की सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक (नगर) कमलेश उपाध्याय और ज्वालापुर कोतवाल प्रवीण सिंह कोश्यारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने क्षत विक्षत पड़े शवों को उठवाया और उनकी पहचान की कोशिश की।
दुर्घटना गुरुवार देर शाम लक्सर हरिद्वार ट्रैक के ज्वालापुर की है।
जमालपुर रेलवे फाटक से 200 मीटर की दूरी पर हुआ। ट्रायल ट्रेन 120 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से दौड़ रही थी, जिससे चारों व्यक्तियों की धज्जियां उड़ गई। हालांकि रेलवे अधिकारियों ने फौरी तौर पर दुर्घटना की जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लिया है। अलबत्ता डीआरएम ने जांच बैठा दी है। वहीं, इस घटना पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने घटना पर शोक व्यक्त कर उनके स्वजनों के प्रति संवेदना प्रकट की। उन्होंने जिलाधिकारी को घटना की जांच और घायलों के उपवार की समुचित व्यवस्था के निर्देश देते हुए मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दिए हैं।
देर रात को हुई पहचान
घायल ट्रेन से कटे युवकों की पहचान प्रवीण चौहान, मयूर चौहान, विशाल चौहान, गोलू उर्फ हैप्पी निवासी सीतापुर ज्वालापुर के रूप में हुई।
देर रात तक ट्रैक किनारे कॉम्बिंग
दुर्घटना के बाद एसपी जीआरपी मंजूनाथ टीसी के नेतृत्व में देर रात तक जीआरपी, आरपीएफ व सिविल पुलिस के राजपत्रित अधिकारी ट्रैक किनारे कॉम्बिंग में जुटे थे। एसपी जीआरपी मंजूनाथ टीसी ने बताया कि ट्रायल ट्रेन से दुर्घटना में चार शव बरामद हो चुके हैं। ट्रैक किनारे कॉम्बिंग चल रही है। दुर्घटना के कारणों की जांच शुरू कर दी गई है।
दो साल से चला रहा था ट्रैक के दोहरीकरण का कार्य
लक्सर-हरिद्वार रेल मार्ग पर ट्रैक के दोहरीकरण का कार्य दो साल से चला आ रहा था। अभी तक इस रूट पर 50 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से ट्रेनें गुजरती आ रही हैं। दोहरीकरण के बाद 10 जनवरी से ट्रेनों की स्पीड दोगुनी यानि 100 किलोमीटर प्रति घंटा होनी है। लाइन के दोहरीकरण का काम पूरा होने पर ट्रायल के लिए गुरुवार को रेलवे के सीआरएस (कमिश्नर आफ रेलवे सेफ्टी) के नेतृत्व में तकनीकी विशेषज्ञों की एक टीम हरिद्वार पहुंची थी। डबल ट्रैक और रफ्तार का ट्रायल करने के लिए दिल्ली से स्पेशल ट्रेन भी बुलाई गई थी।
120 किलो मीटर प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ी ट्रायल ट्रेन
गुरुवार देर शाम जमालपुर रेलवे फाटक से 200 मीटर आगे लक्सर की ओर रेलवे ट्रैक पर चार लोग ट्रायल ट्रेन की चपेट में आ गए। चूंकि ट्रेन की रफ्तार 120 किलोमीटर प्रतिघंटा थी, इसलिए पलक झपकते ही चारों व्यक्तियों की धज्जियां उड़ गई। हादसे की सूचना पर रेलवे, आरपीएफ, जीआरपी व पुलिस अधिकारी जमालपुर की तरफ दौड़ पड़े। एसपी सिटी कमलेश उपाध्याय, जीआरपी के अपर पुलिस अधीक्षक मनोज कत्याल व स्थानीय विधायक स्वामी यतीश्वरानंद ने घटनास्थल पर पहुंच हादसे की जानकारी ली।
दुर्घटना फाटक नंबर 14 से 200 मीटर आगे हुआ
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि चारों लोग रेलवे ट्रैक के आस पास खड़े थे। उन्हें दूर से ट्रेन आते हुए दिखाई दी, लेकिन वह ट्रेन की रफ्तार भांप नहीं पाए। पल भर में चारों लोग चीथड़ों में बदल गए। देर रात तक शवों की पहचान का काम चल रहा था। रेलवे के डीआरएम तरुण प्रकाश ने बताया कि चूंकि दुर्घटना फाटक नंबर 14 से 200 मीटर आगे हुई है, इसलिए प्रथम दृष्टया रेलवे की कोई गलती फिलहाल सामने नहीं आई है। आरपीएफ और सिविल पुलिस के साथ मिलकर इस दुर्घटना की जांच करेगी।
जमालपुर फाटक के पास ट्रायल ट्रेन की चपेट में आने से चार लोगों की मौत हुई है। शवों की पहचान के प्रयास किए जा रहे हैं। पहचान होने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी
– सेंथिल अबूदई कृष्णराज एस, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, हरिद्वार
रेलवे का काम चल रहा है। इसके बारे में लोगों को खुद ही जानकारी होनी चाहिए। इस घटना में रेलवे की कोई गलती नहीं है।
-तरुण प्रकाश, डीआरएम, मुरादाबाद मंडल