उप्र विधानसभा चुनाव चतुर्थ चरण: 2017 से मतदान में दो प्रतिशत की कमी

UP Chunav Voting: उप्र चुनाव 2017 के मुकाबले इस बार क्या रहा चौथे चरण की वोटिंग का हाल?

उत्तर प्रदेश में बुधवार को संपन्न हुए उप्र विधानसभा के चौथे चरण के चुनाव में कुल 60. 68 प्रतिशत वोट पड़े हैं। पिछली बार के चुनाव से तुलना करें तो वोटिंग परसेंटेज 2 प्रतिशत के आसपास कम है।
लखनऊ 23फरवरी। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए चौथे चरण की वोटिंग बुधवार को संपन्न हो गई। प्रदेश के 9 जिलों में तकरीबन 60.51 प्रतिशत वोटिंग दर्ज की गई है। सबसे ज्यादा वोटिंग पीलीभीत में हुई, जहां 67 प्रतिशत वोटर्स ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। किसानों की हत्या मामले से चर्चा में आया लखीमपुर खीरी जिला दूसरे नंबर पर था, जहां पर 65 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया है। सीतापुर में 62.66 %  लोगों ने वोट डाला है।

इसके अलावा, रायबरेली में 61.90 प्रतिशत, फतेहपुर में 60.07 प्रतिशत, हरदोई में 58.99 प्रतिशत, उन्नाव में 57.73 प्रतिशत, बांदा में 57.74 प्रतिशत और राजधानी लखनऊ में सबसे कम 56.88 प्रतिशत मतदान हुआ। पिछले विधानसभा चुनाव के मतदान से इस बार की तुलना करें तो ज्यादा अंतर दिखाई नहीं देता। पीलीभीत में पिछली बार भी 67 फीसदी लोगों ने वोट डाला था। हालांकि, पिछले साल सबसे ज्यादा वोट करने के मामले में लखीमपुर खीरी सबसे आगे था, जहां पर 68.59 प्रतिशत वोट पड़े थे।

ऐसे में यह कहना कि किसान हत्याकांड का असर इस बार की वोटिंग पर पड़ा है और इस वजह से खीरी में वोट ज्यादा पड़े हैं, बहुत ज्यादा तार्किक नहीं है। कुछ जिलों में पिछली बार के मुकाबले में वोटिंग परसेंटेज घटा है। जैसे- उन्नाव में पिछली बार 60 % वोटिंग हुई थी लेकिन इस बार 57 % लोग ही वोट डालने बाहर निकले। लखनऊ में भी वोटिंग परसेंटेज में दो % की कमी आई है। पिछली बार यहां 58 फीसदी वोट पड़े थे, जो इस बार घटकर 56 % पर पहुंच गए हैं।

सीतापुर भी पिछली बार लिस्ट में टॉप पर था और वहां पर 68 % मतदान दर्ज किया गया था लेकिन इस बार वोटिंग परसेंटेज में 6 प्रतिशत का बड़ा अंतर देखा जा रहा है। हरदोई में पिछली बार 59.55 प्रतिशत मतदान हुआ था जबकि इस बार सिर्फ 58%लोगों ने वोट डाला। बांदा में पिछली बार के 59%मतदान के मुकाबले इस बार 57 %वोट पड़े। चौथे चरण में बहुत कम जिले ऐसे रहे, जहां इस बार वोटिंग प्रतिशत में बढ़त रही है।

रायबरेली में पिछली बार 60.76 प्रतिशत वोट पड़े थे। इस बार वहां 61.90 प्रतिशत ने मताधिकार का इस्तेमाल किया है। फतेहपुर में साल 2017 में 59.58 प्रतिशत लोगों ने मतदान किया था। इस बार संख्या बढ़ी है। आज मतदान में 60.07 प्रतिशत लोगों ने वोट डाला है। ओवरऑल साल 2017 के विधानसभा चुनाव में तकरीबन 62 %मतदान हुआ था। उसमें इस बार 2 %की गिरावट आई है।

 चौथे चरण में 59 सीटों पर कुल 59.67% मतदान, पीलीभीत आगे और पीछे रह गया लखनऊ

चौथे चरण में पीलीभीत ,लखीमपुर खीरी ,सीतापुर, हरदोई, उन्नाव ,लखनऊ, रायबरेली ,बांदा व फतेहपुर जिले में मतदान हुआ। चुनाव आयोग ने निष्पक्ष एवं भयमुक्त मतदान को सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे।

चौथे चरण में 59 सीटों पर कुल 59.67% मतदान, पीलीभीत आगे और पीछे रह गया लखनऊ

चौथे चरण में नौ जिलों की 59 सीटों के लिए बुधवार को 59.67 प्रतिशत वोट डाले गए। सबसे अधिक मतदान पीलीभीत जिले में 65.99 प्रतिशत और लखीमपुरी खीरी जिले में 65.54 प्रतिशत हुआ है, जबकि सबसे कम वोट लखनऊ जिले में 55.92 प्रतिशत पड़े हैं। वर्ष 2017 के चुनाव में इन सीटों पर कुल 62.55 प्रतिशत मतदान हुआ था। वहीं, विधान सभा सीटों में सबसे अधिक 71 प्रतिशत मतदान पीलीभीत की बरखेड़ा में हुआ है। खीरी की निघासन में 69.39 प्रतिशत व सबसे कम 52.40 प्रतिशत वोट सीतापुर विधानसभा सीट पर पड़े हैं। मतदान के साथ ही 91 महिला सहित 624 प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम में बंद हो गई है।

विधानसभा चुनाव के चौथे चरण में पीलीभीत, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, हरदोई, उन्नाव, लखनऊ, रायबरेली, बांदा व फतेहपुर जिले में मतदान हुआ। पहले दो घंटे में यानी सुबह नौ बजे तक करीब नौ प्रतिशत ही मतदान हुआ। दिन में 11 बजे तक मतदान 22.62 प्रतिशत वोट पड़े। इसके बाद मतदान में तेजी आई और दिन में दोपहर एक बजे तक 37.42 प्रतिशत मत पड़ चुके थे। शाम पांच बजे मतदान 57.45 प्रतिशत हो गया था। शाम छह बजे वोट डालने का समय था किंतु कई जिलों के पोलिंग बूथों पर लंबी कतारें होने के कारण मतदान देर तक चलता रहा। खीरी की धौरहरा में 67.31, मोहम्मदी में 67 प्रतिशत, कास्ता व गोला गोकरननाथ सीट पर भी 65 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ है।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ला ने बताया कि चौथे दूसरे चरण में नौ जिलों के 13,817 मतदान केंद्रों के 24,643 पोलिंग बूथों पर वोट डाले गए। इनमें से 874 आदर्श मतदान केंद्र थे जबकि 142 पिंक बूथ बनाए गए थे, जिनमें सिर्फ महिला कर्मचारियों की तैनाती की गई थी। दिव्यांग मतदाताओं के लिए जिलों में व्हील चेयर और जगह-जगह पर वालंटियर की व्यवस्था भी की गई थी। चौथे चरण के चुनाव के लिए केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की 860 कंपनियां तैनात की गई थी। चुनाव प्रक्रिया पर नजर रखने को आयोग ने एक वरिष्ठ सामान्य प्रेक्षक, एक वरिष्ठ पुलिस प्रेक्षक व दो वरिष्ठ व्यय प्रेक्षकों के अलावा 57 सामान्य प्रेक्षक, नौ पुलिस प्रेक्षक व 18 व्यय प्रेक्षकों  समेेत 1,15,725 कर्मी लगाये गये थेे।

आचार संहिता उल्लंघन की 865 शिकायतें

चौथे चरण में आदर्श आचार संहिता उल्लंघन की 865 शिकायतें हुई हैं। इनमें 503 शिकायतें फ्लाइंग स्क्वायड, स्टैटिक सर्विलांस टीम एवं अन्य ने कराई हैं।  इसके अलावा 362 शिकायतें मोबाइल एप सी-विजिल पर सीधे प्रदेशवासियों ने की । जांच में 71 शिकायतें सही पाई गईं हैं, इन पर कार्रवाई की गई है।

पोस्टल बैलट से 52,512 मतदाताओं ने दिया वोट

चौथे चरण में 52,512 मतदाताओं ने पोस्टल बैलट से वोट डाले। कुल चार श्रेणियों 80 वर्ष से अधिक आयु, दिव्यांगजन, अनिवार्य सेवाएं एवं मतदान कर्मियों को कुल 60,585 पोस्टल बैलट दिए गए थे। इसके अलावा 23,485 सेवा मतदाताओं को इलेक्ट्रानिक माध्यम से पोस्टल बैलट भेजा जा चुका है।

डेढ़ प्रतिशत बदली गईं ईवीएम

चौथे चरण में डेढ़ प्रतिशत ईवीएम में खराबी आई। सुबह माकड्रिल के समय 0.45 प्रतिशत बैलट यूनिट, 0.53 प्रतिशत कंट्रोल यूनिट व 0.93 प्रतिशत वीवीपैट खराबी से बदली गईं। इसके बाद मतदान के दौरान भी 0.26 प्रतिशत बैलट व इतनी ही कंट्रोल यूनिट बदली गईं। इसी प्रकार वीवीपैट भी 1.27 प्रतिशत बदली गईं।

किस जिले में कितने प्रतिशत मतदान

जिला – वर्ष 2017 – वर्ष 2022
बांदा – 59.65 – 57.48
फतेहपुर – 59.58 – 60.07
हरदोई – 59.55 – 58.99
लखीमपुर खीरी – 68.47 – 65.54
लखनऊ – 58.45 – 55.92
पीलीभीत – 67.05 – 65.99
रायबरेली – 60.76 – 60.64
सीतापुर – 68.59 – 58.30
उन्नाव – 60.23 – 57.73

(यूपी चुनाव 2022 के चौथे चरण की वोटिंग के आंकड़े वोटर टर्नआउट ऐप से साभार)

 

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