लगाते रहें निराधार आरोप, निगम की भूमि नहीं हड़पने दूंगा: गामा
लगाने दो आरोप, नगर निगम की एक-एक इंच जमीन की रक्षा करेंगें: गामा
देहरादून 29 मार्च। जब तक मैं महापौर की कुर्सी पर हूं नगर निगम की एक इंच जमीन भी किसी को हड़पने नहीं दूंगा । चाहे मेरे ऊपर कितने भी झूठे आरोप लगाएं। बेहत हो,आरोप लगाने वाले पहले अपने गिरेबान में झांके।
यह बात आज नगर निगम में प्रेस वार्ता में अपने ऊपर लगाए जा रहे आरोपों का जवाब देते हुए महापौर सुनील उनियाल गामा ने कही है। महापौर ने आज सोशल मीडिया पर उनके राजनीतिक विरोधियों के लगाए आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि यह बात हर कोई जानता है कि मैं 18 साल की उम्र से देहरादून में व्यवसाय कर रहा हूं। मैंने कठिन परिस्थितियों में जी तोड़ मेहनत कर पैसा कमाया है। जिसका मैं विधिवत टैक्स भी देता रहा हूं । मैंने किसी से कुछ छुपाया नहीं, ना ही मेरे पास कोई बेनामी संपत्ति है । जो लोग मुझ पर आरोप लगा रहे हैं वह बेबुनियाद है और राजनीति से प्रेरित है ।
महापौर ने आज पूरे आत्मविश्वास के साथ मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए आरोप लगाने वालों को ही कटघरे में खड़ा कर दिया या। उन्होंने कहा कि जिनके घर शीशे के होते हैं वह दूसरे के घर में पत्थर नहीं फेंकते । महापौर ने कहा कि देहरादून के लोग जानते हैं कि मैंने पान के खोखे में पान बेचने से लेकर, चाऊमीन, वीडियोग्राफी का काम किया , एसटीडी चलाई, वीडियो लाइब्रेरी चलाई ,ठेकेदारी की और प्रॉपर्टी का काम भी किया । यहां से मैंने जो भी पैसा कमाया वह अपने घोषणापत्र में दिखाया है । मैंने कुछ भी नहीं छुपाया।
आज महापौर ने लंबे समय बाद मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि जो संपत्ति मैंने घोषणापत्र में दिखाई थी उसी संपत्ति को बेच कर मैंने अन्य जगह जमीन खरीदी। बताने वाले बेची और ख़रीदीं सब संपत्तियां मेरे नाम बता रहे हैं। उन्होंने बताया कि मेरी पत्नी, बेटी और बेटा तीनों नौकरी करते हैं। मैंने भी मेयर बनने से पहले जो कुछ कमाया उसको जमीनों पर लगाया था । वही जमीन बेचकर मैंने दूसरी जगह जमीन ली । उन्होंने सवाल किया कि जमीनों के रेट बढे हैं तो वे सिर्फ उनके लिए नहीं,सबके लिए बढ़े हैं । ऐसे में चुनाव नजदीक आते ही उनकी लोकप्रियता से घबराकर कांग्रेस उनकी छवि खराब करने का प्रयास कर रही हैं ।
’गामा’ ने कहा कि झूठे आरोप लगाने वालों के खिलाफ वे मानहानि का दावा कर रहे हैं।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि कुछ लोग कह रहे हैं कि महापौर का पेट्रोल पंप है यदि ऐसा है तो कृपा करके वो पेट्रोल पंप मुझे दिला दिया जाये क्योंकि उनके संज्ञान में तो ऐसा कोई पैट्रोल पंप है नहीं।
गुरु राम राम दरबार की जमीन को लेकर पूछे सवाल का जवाब देते हुए महापौर ने कहा कि दरबार में 2012 में मैंने एक प्रार्थना पत्र दिया था कि मुझे दुकान के लिए जगह दी जाए । दरबार साहिब ने हजारों लोगों को लीज पर जमीन दे रखी है । मैंने भी उनसे निवेदन किया था जो अब जाकर मुझे मिली। उन्होंने कहा कि यह आरोप बेबुनियाद है कि इसके बदले मैंने दरबार साहिब के हाउस टैक्स में कटौती की या माफ किया है। ऐसा कुछ नहीं है। नगर निगम उन्हें बराबर नोटिस जारी कर रहा है। दरबार साहिब का कोई भी टैक्स माफ नहीं किया गया है । इस तरह के आरोप पूरी तरह से बेबुनियाद हैं।
प्रेस वार्ता में पार्षद कमली भट्ट ने आरोप लगाने वालों को ही कटघरे में खड़े करते हुए कहा कि कुछ लोग नगर निगम की जमीन को हड़पना चाहते हैं जिसे महापौर के निर्देश पर हमने बचाया है। उसी का प्रभावित व्यक्ति अब महापौर पर यह अनर्गल झूठा आरोप लगा रहा है।
भाजपा का आरोप है कि कथित आरटीआई कार्यकर्ता बद्रीपुर में निगम की भूमि कब्जाने की कोशिश में है।
देहरादून के मेयर सुनील उनियाल गामा ने बताया कि 2012 तक उन्होंने कुछ संपत्तियां ली थी। ठेकेदारी अच्छी चलती थी लेकिन नगर निगम बनने के बाद मैंने निकाय में ठेकेदारी छोड़ दी। मेयर बनने के बाद मैंने अपने तमाम लाइसेंस भी निरस्त करवा दिए।
2012 के बाद मैंने कुछ संपत्तियां खरीदी। 2017 में अपने चुनावी घोषणा पत्र में ढाई करोड़ तक की संपत्तियां दिखाई थी। उनमें से मैंने अपनी कई संपत्तियां बेची और संपत्तियों की दरें बढ़ी। जिसका केवल मुझे ही नहीं सबको फायदा हुआ। जब कुछ संपत्तियां बेची हैं, तो कुछ खरीदी भी हैं।
दरबार साहिब से जमीन लीज पर लेने के मामले में भी मेयर गामा ने जवाब देते हुए कहा कि मैंने 2012 में महंत जी से आवेदन किया कि मुझे भी एक छोटा सा टुकड़ा दुकान बनाने के लिए दे दें। महंत जी ने किराए पर मुझे प्लॉट दिया। ऐसे में उस बात को मेयर बनने के बाद से क्यों जोड़ा जा रहा है।
क्या जांच करेगी सरकार: करन माहरा
इसके पहले मेयर सुनील उनियाल गामा पर आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के आरोपों पर कांग्रेस ने सरकार से सवाल किया था कि क्या वह मेयर पर लगे आरोपों के खिलाफ जांच बैठाएगी। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि जिस प्रकार से मेयर की संपत्ति पिछले चार साल में तेजी से बढ़ी है, वह आश्चर्य की बात है। पिछले दो-तीन दिन से मेयर सुनील उनियाल गामा के प्रपत्र धूम रहे हैं।
इसमें मेयर की संपत्ति से संबंधित ब्योरा दिया गया है। कहा कि आश्चर्य की बात है कि पिछले चार साल में मेयर की संपत्ति में 10 गुना बढ़ोतरी हो गई है। कहा कि आरटीआई में खुलासा हुआ है कि मेयर बनने के बाद उन्होंने पांच करोड़ 32 लाख की संपत्ति खरीदी है।
जिनका बाजार मूल्य 20 करोड़ रुपये है। लेकिन इस मामले में सरकार मौन बैठी हुई है। कहा कि मेयर को इस मामले में जवाब देना चाहिए। इस मामले में वह मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर उच्च स्तरीय जांच की मांग करेंगे। साथ ही कहा कि जांच पूरी होने तक मेयर को पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।